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    GST से बिहार के खजाने में कितनी हो रही बढ़ोतरी, पिछले कई सालों की रिपोर्ट आई सामने

    By Vikash Chandra Pandey Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Wed, 02 Jul 2025 10:58 AM (IST)

    बिहार में जीएसटी लागू होने से राज्य को सालाना 30 हजार करोड़ का राजस्व प्राप्त हो रहा है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जीएसटी को उद्यमशील सोच का परिणाम बताया। जीएसटी लागू होने के बाद राज्य का कर संग्रह बढ़कर 41623 करोड़ हो गया है। करदाताओं को भामाशाह सम्मान से सम्मानित किया गया और विभिन्न कंपनियों द्वारा वैट भुगतान की जानकारी दी गई।

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    बिहार में जीएसटी लागू होने से राज्य को सालाना 30 हजार करोड़ का राजस्व प्राप्त हो रहा है। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, पटना। नई कर प्रणाली (वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी) के लागू होने से उपभोक्ता प्रधान बिहार को सालाना 30 हजार करोड़ का राजस्व भी मिल रहा है। जीएसटी दिवस के अवसर पर मंगलवार को आयोजित समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस कर प्रणाली को भाजपानीत सरकारों की उद्यमशील सोच का परिणाम बताया।

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    उन्होंने उम्मीद जताई कि कर देने और वसूलने वालों के सहयोग से बिहार समृद्ध बनेगा। सम्राट वित्त एवं वाणिज्य कर विभाग के मुखिया हैं।

    उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने से पहले वर्ष 2017-18 में राज्य का कर संग्रह 20 हजार करोड़ था। जीएसटी लागू होने के आठ साल के अंदर यह बढ़कर 41623 करोड़ हो गया। यह राज्य के ईमानदार और मेहनती अफसरों की मेहनत का नतीजा है।

    इस मौके पर सम्राट ने करदाताओं को सम्मानित करने के लिए भामाशाह सम्मान की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि करदाता राज्य सरकार के लिए भामाशाह हैं। उन्होंने सरकारी तेल कंपनियों से मिलने वाले वैट पर खुशी जताई।

    बताया गया कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने 5083 करोड़, भारत पेट्रोलियम ने 2572 करोड़ और हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने 1885 करोड़ रुपये वैट के रूप में चुकाए हैं। एनटीपीसी ने 606 करोड़, अल्ट्राटेक सीमेंट ने 303 करोड़ और श्री सीमेंट ने 255 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में चुकाए हैं। सड़कें हो गई हैं चिकनी: सम्राट ने बताया कि बिहार में 13 एयरपोर्ट बनेंगे।

    इनमें से छह से व्यावसायिक उड़ानें संचालित होंगी। हवाई यातायात बढ़ाने के लिए बिहार में एयर टरबाइन फ्यूल पर वैट पहले ही 28 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत कर दिया गया है। अब सड़कों की स्थिति इतनी अच्छी है कि पटना से गयाजी, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर और बक्सर सवा घंटे में पहुंचा जा सकता है।

    संबोधन और उपस्थिति

    समारोह को वाणिज्य कर विभाग के आयुक्त सह सचिव संजय कुमार सिंह, बीआईए के केपीएस केसरी और बीसीसीआई के सुभाष पटवारी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर केंद्रीय जीएसटी आयुक्त विजय कुमार सिंह, अपर आयुक्त सेवन कुमार, आईओसीएल के ईडी संजीव चौधरी, बीपीसीएल के डीजीएम मनीष कुमार व एचपीसीएल के राजेन आदि उपस्थित थे।

    सफलता व सम्मान: राज्य के 59 अंचलों से चयनित गैर कॉरपोरेट श्रेणी के शीर्ष करदाताओं को भी सम्मानित किया गया। इन्हें 51000 रुपये, 21000 रुपये व 11000 रुपये की पुरस्कार राशि दी गई। वित्तीय वर्ष 2024-25 में एसजीएसटी कैश कलेक्शन के लिए तेघड़ा अंचल को प्रथम, भभुआ अंचल को द्वितीय व दरभंगा अंचल-1 को तृतीय स्थान मिला।

    जीएसटी कलेक्शन लक्ष्य में पटना दक्षिणी अंचल-1, जमुई अंचल व दानापुर अंचल-1 क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। मार्च 2025 में एसजीएसटी कैश कलेक्शन में बगहा अंचल को प्रथम, पटना पश्चिमी अंचल को द्वितीय व गोपालगंज अंचल को तृतीय स्थान मिला। जीएसटी इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो को भी 2024-25 में कर चोरी रोकने के लिए विशेष सम्मान दिया गया।