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    Bihar School News: बिहार की 9 हजार स्कूलों के सोलर पैनल जांच कराएगा शिक्षा विभाग, सामने आई ये वजह

    Updated: Mon, 03 Feb 2025 12:05 PM (IST)

    राज्य के 8965 विद्यालयों में वित्तीय वर्ष 2022-23 में बिजली बचाने के लिए सोलर पैनल लगाए गए थे। अब शिक्षा विभाग को जानकारी मिल है कि इनमें पांच सौ विद्यालयों में लगे सोलर पैनल बंद हैं। सोलर पैनल बंद होने की सूचना मिलने के बाद अब शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों में लगे सोलर पैनल की जांच करने के निर्देश जारी किए हैं।

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    बिहार की 500 सरकारी स्कूलों में लगे सोलर पैनल बंद

    राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के जिन सरकारी विद्यालयों में सौर ऊर्जा से बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की गई है, उन विद्यालयों में लगे सोलर पैनल की जांच होगी। शिक्षा विभाग ने यह कदम करीब पांच सौ विद्यालयों में लगे सोलर पैनल बंद होने की सूचना पर उठाया है।

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    9 हजार स्कूलों में लगे हैं सोलर पैनल

    • शिक्षा विभाग के मुताबिक सरकारी विद्यालयों की छतों पर इंस्टाल किए गए कितने सोलर पैनल काम कर रहे हैं, इसकी जांच हेतु जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
    • बता दें कि राज्य के 8,965 विद्यालयों में वित्तीय वर्ष 2022-23 में ऊर्जा की खपत और बचत के लिए सोलर चैनल लगाए गए थे।

    सरकारी विद्यालयों में सौर ऊर्जा को मिलेगा बढ़ावा

    शिक्षा विभाग के मुताबिक राज्य के सभी प्रारंभिक और माध्यमिक विद्यालयों में चरणबद्ध तरीके से सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जाएगा। पहले चरण में सौर ऊर्जा लगाने की योजना पर ढाई करोड़ रुपये खर्च होंगे।

    दरअसल, बिजली की बढ़ रही खपत को कम करने के लिए सौर ऊर्जा को बढावा दिया जा रहा है। सौर उर्जा से बिजली की खपत कम हो सके और सरकारी विद्यालयों में बिजली की खपत पर किए जा रहे भारी भरकम रकम से निजात पाया जा सके।

    पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मिलेगी सहायता

    यही नहीं सौर ऊर्जा के बढ़ते प्रयोग से पर्यावरण को स्वच्छ रखा जा सकता है। सरकारी विद्यालयों में बिहार रिन्यूबेल एनर्जी डेवलपमेंट से सौर ऊर्जा से बिजली जलाने की योजना बनाई गई है। इसका क्रियान्वयन ब्रेडा के माध्यम से सोलर पैनल लगाकर किया जाना है।

    5 किलोवाट में तीन लाख खर्च का अनुमान

    पांच किलोवाट के सौर ऊर्जा पर लगभग तीन लाख रुपये खर्च आने का अनुमान है। इसी आधार पर सरकारी विद्यालयों में सोलर पैनल लगाने की कार्य योजना बनी है।

    पांच किलोवाट की सौर प्रणाली प्रतिदिन सुबह नौ बजे से लेकर पांच बजे 25 यूनिट बिजली उत्पन्न करती है। इसका उपयोग विद्यालयों के संचालन में किया जा सकता है। इस प्रकार सोलर पैनल से सरकारी विद्यालयों में बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगी।

    बक्सर : चौसा उच्च विद्यालय में बैंक ने लगाया वाटर प्यूरीफायर

    आइडीबीआइ बैंक की चौसा शाखा ने चौसा उच्च विद्यालय में छात्रों की सुविधा के लिए शुद्ध और ठंढे पेयजल की व्यवस्था कराई है। बैंक के मुख्य प्रबंधक मनीष कुमार ने बताया कि बैंक पैसों के लेनदेन के साथ ही अपना एक अलग सामाजिक दायित्व का भी निर्वहन करता है।

    चौसा प्लस टू उच्च विद्यालय में लगाया गया वाटर प्यूरीफायर।

    इसी के तहत चौसा शाखा प्रबंधक संजय कुमार के द्वारा शनिवार को चौसा के प्लस टू उच्च विद्यालय के छात्रों को शुद्ध तथा ठंढा पेय जल उपलब्ध कराने के लिए वाटर प्यूरीफायर के साथ ही अलग से वाटर कूलर लगवाया गया है।

    इस अवसर पर बैंक के सहायक महाप्रबंधक मनीष सिन्हा, चौसा शाखा मुख्य प्रबंधक संजय कुमार गुप्ता, प्रबंधक कृष्णा मुरारी, विद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनिता श्रीवास्तव समेत तमाम शिक्षक एवं अन्य बैंककर्मी मौजूद थे।

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