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    Bihar Crime: IPS आदित्य के फ्राड दोस्त ने ईओयू के सामने उगले कई राज, एसपी की पोस्टिंग के लिए ऐसे रची गई साजिश

    By Jagran NewsEdited By: Rahul Kumar
    Updated: Thu, 20 Oct 2022 11:43 AM (IST)

    Bihar Crime फर्जी चीफ जस्टिस बनकर बिहार के डीजीपी को काल कराने के मामले में आइपीएस आदित्य कुमार पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। आदित्य कुमार के फ्राड दोस्त ने ईओयू के सामने कई राज उगले हैं।

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    आइपीएस आदित्य कुमार अपने जालसाज दोस्त अभिषेक अग्रवाल के साथ। साभार-इंटरनेट मीडिया

    राज्य ब्यूरो, पटना । हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनकर डीजीपी एसके सिंघल को फोन कराने के मामले में आइपीएस आदित्य कुमार पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) कोर्ट से आइपीएस के विरुद्ध गैर जमानती वारंट मांगेंगी। ईओयू को एक से दिनों में कोर्ट से वांरट मिलने की संभावना है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आइपीएस बिहार से बाहर जा चुके हैं। ऐसे में गिरफ्तारी वारंट लेकर ईओयू की टीम उनके गृहनगर मेरठ भी जाएगी। 

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    'आइपीएस आदित्य कुमार सब जानते हैं'

    दूसरी तरफ, फर्जी काल करने वाले आइपीएस अफसर के दोस्त अभिषेक अग्रवाल से ईओयू के अधिकारियों ने दिनभर पूछताछ की। हालांकि शुरू में वह कुछ भी बोलने से बचता रहा और यह कहता रहा कि आइपीएस आदित्य कुमार ही सब जानते हैं। बाद में अफसरों ने दबाव डाला तो उसने पूरी कहानी टुकड़ों में बताई। उसने आदित्य कुमार को अपना बेहद करीबी बताते हुए कहा कि वह उन्हें चार साल से जानता है। उसने बताया कि शराब वाले जिस मामले में आइपीएस को राहत मिली है, उसमें उसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। 

    आइपीएस सामने बिठाकर कराता था अफसरों को काल

    ईओयू सूत्रों के अनुसार, अभिषेक ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने डीजीपी के अलावा कई दूसरे अधिकारियों को भी काल किया था। इसके लिए वह बाकायदा अभ्यास भी करता था। अभिषेक ने बताया कि आइपीएस आदित्य कुमार ही उसे बताता था कि कब और किसे काल करना है। डीजीपी के बाद राज्य के शीर्ष आइएएस अधिकारियों को काल करने से अभिषेक हिचक रहा था मगर आइपीएस आदित्य के कहने पर ही वह तैयार हुआ। कई बार आदित्य अपने सामने बिठाकर ही अभिषेक को फर्जी चीफ जस्टिस बनाकर अफसरों को काल कराता था।

    आइपीएस ने उपलब्ध कराए थे गोपनीय दस्तावेज

    पुलिस सूत्रों के अनुसार, आइपीएस आदित्य कुमार अपने ऊपर चल रही विभागीय कार्रवाई को जल्द से जल्द समाप्त कराकर एसपी की पोस्टिंग चाह रहा था। इसके लिए आइपीएस ने अभिषेक को पुलिस मुख्यालय से जुड़े कई गोपनीय दस्तावेज व रिपोर्ट भी उपलब्ध कराई। वाट्सएप पर तस्वीरों के साथ कई गोपनीय दस्तावेज की हार्ड कापी भी आइपीएस ने अभिषेक को उपलब्ध कराई थी। 

    आज पूरी होगी रिमांड, खंगाले जाएंगे बैंक खाते

    अभिषेक अग्रवाल की रिमांड गुरुवार को पूरी हो जाएगी। इस बीच अभिषेक के वित्तीय लेन-देन की भी जांच की जा रही है। उसके दो-दो बैंक खातों के डिटेल निकाले गए हैं। खातों में मोटा लेन-देन हुआ है। कर्ज पर गाड़ी लिए जाने की भी जानकारी मिली है। अभिषेक एक्जीबिशन रोड में टाइल्स की दुकान है। एक दुकान की बदौलत वह इतनी महंगी लाइफस्टाइल कैसे मैनेज करता था, इसकी भी जांच की जा रही है। जांच टीम को यह भी शक है कि वह कई लोगों को पैरवी का झांसा देकर मोटी राशि भी वसूल करता होगा, इस बिंदु पर भी जांच की जाएगी।