अवैध खनन पर सख्त निगरानी का दिखने लगा असर; भरने लगा बिहार सरकार का खजाना, अबतक कितनी वसूली
बिहार में अवैध खनन के खिलाफ सख्त निगरानी का असर दिखने लगा है। सरकार के खजाने में राजस्व भरने लगा है। खनन विभाग की सख्ती के कारण अवैध खनन पर लगाम लगी ह ...और पढ़ें

अवैध खनन पर की जा रही सख्ती। सांकेतिक तस्वीर
राज्य ब्यूरो, पटना। खान एवं भू-तत्व विभाग (Department of Mines & Geology ) ने सख्त प्रशासनिक प्रबंधन और नियमित अनुश्रवण के दम पर राजस्व संग्रह का नया रिकाॅर्ड बनाया है।
राज्य के उप मुख्यमंत्री सह खान एवं भू-तत्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए निर्धारित 3500 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले विभाग ने 3569.47 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह किया है।
पिछले वित्तीय वर्ष से चार सौ करोड़ ज्यादा
यह लक्ष्य का 101.04 प्रतिशत है। यह उपलब्धि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 400 करोड़ रुपये से अधिक की वृद्धि दर्शाती है। खान एवं भू-तत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अवैध खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ सघन कार्रवाई का सीधा असर राजस्व संग्रह पर पड़ा है।
अक्टूबर 2024 में नियमावली में किए गए कड़े दंडात्मक प्रविधानों के बाद ओवर लोडिंग और अवैध खनन के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। सतत निगरानी और जिलास्तरीय समीक्षा ने वसूली को गति दी।
विभाग का मानना है कि अवैध गतिविधियों की सूचना देने वाले नागरिकों को पुरस्कार दिए जाने से जन-भागीदारी बढ़ी है और कार्रवाई को मजबूती मिली है।
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह योजना आगे भी जारी रहेगी, ताकि अवैध खनन पर स्थायी नियंत्रण कायम रखा जा सके।
आंकड़ों में खान एवं भू-तत्व विभाग की उपलब्धि
- वित्तीय वर्ष 2024-25 का लक्ष्य - 3500 करोड़
- राजस्व प्राप्त हुआ - 3569.47 करोड़ (101 प्रतिशत)
- पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि - 400 करोड़ से ज्यादा
- वित्तीय वर्ष 2025-26 का लक्ष्य - 3850 करोड़
- नवंबर 2025 तक संग्रह - 1530.30 करोड़
अप्रैल से नवंबर तक कार्रवाई
- छापेमारी - 31,997
- प्राथमिकी - 1696
- गिरफ्तारी - 420
- वाहन जब्त किए गए - 3599

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