JDU का पता नहीं, लेकिन चिराग को मिल गया लालू के पार्टनर का सपोर्ट! अध्यक्ष बोले- इनको घोषित करें CM फेस
पटना में कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में राजीव गांधी की जयंती मनाई गई। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पीएम मोदी के गयाजी दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकारी खर्च पर पार्टी का काम किया जा रहा है। उन्होंने 2015 में बोधगया को आध्यात्मिक राजधानी बनाने का वादा याद दिलाया।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार की सियासत इन दिनों और ज्यादा गरमा गई है। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी की जयंती का आयोजन कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में किया गया। नेताओं ने अपने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने स्थानीय मीडिया से बात की और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर आरोप लगाए।
राजेश राम ने न सिर्फ पार्टी की मजबूती का संदेश दिया बल्कि विपक्ष और केंद्र सरकार के समक्ष तीखे सवाल भी खड़े किए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गयाजी दौरे को लेकर सवाल उठाए और कहा कि कहने को तो यह सरकारी कार्यक्रम है, लेकिन असल में पार्टी का काम सरकारी खर्च पर किया जा रहा है।
उन्होंने याद दिलाया कि 2015 में बोधगया में पीएम मोदी ने गयाजी को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने का वादा किया था, लेकिन आज तक यह सपना पूरा नहीं हो पाया। प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि बोधगया में आज सैकड़ों साल पुराने पेड़ काटे जा रहे हैं और सरकार इस पर चुप है।
उन्होंने कहा कि पीएम अब तक बिहार में 50 से अधिक सभाएं कर चुके हैं, लेकिन बाढ़ नियंत्रण और चीनी मिल जैसे वादे पूरे नहीं हो रहे। उम्मीद है कि इस बार मोदी जब आएंगे तो इन वादों पर भी जवाब देंगे।
तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री पद पर कहा कि के पहले एनडीए अपने सीएम पद के उम्मीदवार का नाम घोषित करें, बाद में हम भी करेंगे। उन्होंने तंज कसा कि भाजपा चिराग पासवान को मुख्यमंत्री का चेहरा बना दे क्योंकि वे खुद को सीएम मैटेरियल में शामिल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में युवा और राहुल गांधी की जोड़ी नया संदेश दे रही है और सारी बातें तस्वीरें ही सब बयान कर रही हैं।
रंजू देवी को लेकर सवाल उठाए जाने पर भी उन्होंने कांग्रेस का पक्ष रखा और बोले केवल एक रंजू देवी की बात करना सही नहीं है। उनके साथ कई अन्य महिलाओं के नाम भी मतदाता सूची से हटाए गए हैं, जिन पर चर्चा होनी चाहिए।
राहुल गांधी को जननायक कहने के विवाद ओर बोले कि बिहार के जननायक कर्पूरी ठाकुर की तरह राहुल गांधी भी अपने कार्यों के जरिए आज देश के जननायक बन चुके हैं।
उनका तर्क था कि कोई एक ही जननायक नहीं हो सकता, अलग-अलग समय में अलग-अलग नेता जनता के नायक बनते हैं। प्रेस कांफ्रेंस में प्रेमचंद मिश्रा, चंदन बागची, अभय दुबे, राजेश राठौड़ समेत अन्य नेता मौजूद रहें।
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