Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Politics: कांग्रेस ने विधानसभा क्षेत्रों को 3 कैटेगरी में बांटा, सबसे पहले इन 30 सीटों पर फोकस

    बिहार कांग्रेस 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस रही है। पार्टी ने 2015 और 2020 के चुनावों में प्रदर्शन के आधार पर सीटों को तीन श्रेणियों में बांटा है। इसका मकसद सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे में बेहतर स्थिति में रहना है। कांग्रेस उन सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जहां उसने पहले जीत हासिल की है ताकि महागठबंधन को मजबूत किया जा सके।

    By Sunil Raj Edited By: Rajat Mourya Updated: Wed, 02 Jul 2025 07:52 PM (IST)
    Hero Image
    विधानसभा सीटों को श्रेणी में बांट कांग्रेस जुटी अपनी तैयारियों में

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) का समय जैसे-जैसे निकट आ रहा है वैसे-वैसे पार्टियां अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हैं। चुनावी तैयारियां रहेंगी तभी सहयोगी दलों से सीटों की रस्साकसी में बराबरी से बात हो सकेगी। इसी फॉर्मूले के तहत बिहार कांग्रेस 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में लड़ी गई सीटों को आधार बना अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सहयोगी दलों से सीटें लेने में पार्टी को परेशानी न हो इसके लिए पार्टी ने संभावित लड़ी जाने वाली सीटों को तीन श्रेणी में बांटा है। पहली श्रेणी में वे सीटें हैं जहां 2015 और 2020 में उसके उम्मीदवार जीते थे। दूसरे श्रेणी वे उन सीटों को रखा गया है जहां पार्टी पिछले दो चुनावों में दूसरे स्थान पर रही थी।

    कांग्रेस के अंदर खाने से मिली जानकारी के अनुसार, पार्टी यह कवायद महज इसलिए कर रही है, ताकि उसे राजद समेत अन्य सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे में परेशानी का सामना न करना पड़े। हालांकि, पार्टी इस बात को लेकर आशंकित भी है कि पिछले प्रदर्शन के आधार पर उसकी सीटों में कटैाती न हो। बावजूद अपनी ओर से उसकी तैयारियां जारी है।

    सूत्रों ने बताया कि पहली श्रेणी में जिन सीटों को शामिल किया गया है उसमें 30 सीटें हैं। ये हैं अररिया, किशनगंज, कस्बा, कदवा, मनिहारी, जमालपुर, बिक्रम, बक्सर, राजपुर, चेनारी, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, राजापाकर, खगड़िया, भागलपुर, करगहर, कुटुंबा, हिसुआ, नरकटियागंज, मांझी, रोसड़ा, कोरहा, भोरे, बछवाड़ा, बेगूसराय, औरंगाबाद, बरबीघा, वजीरगंज, गोविंदपुर और सिकंदरा। इन सीटों पर कांग्रेस अपना पहला दावा करेगी। यही ही नहीं सहयोगी दलों को पार्टी आश्वस्त भी करेगी कि सीटें जीतकर महागठबंधन के हाथ को मजबूत करेगी।

    इन पसंदीदा सीटों के अलावा दूसरी श्रेणी में पार्टी ने जिन सीटों को रखा है उनमें लखीसराय, राजगीर, बाढ़, बांकीपुर, बेल्दौर, कहलगांव, सुल्तानगंज, अमरपुर, वाल्मीकि नगर, चनपटिया, बेतिया, रक्सौल, रीगा, बथरनाहा, बेनीपट्टी, फुलपरास, सुपौल समेत 31 सीटों को रखा है।

    इन दो श्रेणियों के अलावा एक तीसरी श्रेणी भी है जिसमें पटना साहिब, हरनौत, नालंदा, चिरैया, हरलाखी, झंझारपुर, सहरसा, बरारी, औराई, कुढऩी, पारू, कुचायकोट, लालगंज जैसी सीटों को रखा गया है।

    हालांकि, इन सीटों को मजबूरी की स्थिति में ही स्वीकार करने की बात पार्टी के अंदर से आ रही है। बहरहाल कांग्रेस इस चुनाव अपनी जीत को लेकर ज्यादा ही मेहनत में जुटी है ताकि 2020 के चुनाव में पराजय के बाद उस पर सरकार न बनने का जो ठीकरा फोड़ा गया था उससे वह बाहर आ सके।