बिहार कांग्रेस को 'दलाल' मुक्त करने का चलेगा अभियान, नाराज नेताओं ने किससे मांगा इस्तीफा?
बिहार कांग्रेस में असंतोष बढ़ रहा है, जहाँ नाराज नेताओं ने पार्टी को 'दलाल' मुक्त करने का अभियान चलाने का फैसला किया है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग की है, आरोप लगाते हुए कि पार्टी में सही लोगों को अवसर नहीं मिल रहा है। नेताओं ने जल्द ही 'दलाल' मुक्त कांग्रेस अभियान शुरू करने की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य पार्टी में पारदर्शिता और जवाबदेही लाना है।

बैठक करते कांग्रेस के विक्षुब्ध खेमे के नेता। जागरण
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार कांग्रेस की विधानसभा चुनाव में बड़ी पराजय के बाद पार्टी से लगातार नाराज चल रहे नेताओं ने अब अपने संगठन को दलालों से मुक्त करने की रणनीति बनाई है।
सोमवार को पटना में पार्टी के बागी नेताओं ने एक उच्च स्तरीय बैठक में अपनी रणनीति को अंतिम रूप दिया। बागी नेताओं का फैसला है कि 22 नवंबर को कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में पार्टी के दलालों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन होगा।
24 से राहुल गांधी से मिल बताएंगे हार की कहानी
24 नवंबर से बागी नेता दिल्ली कूच करेंगे और बारी-बारी से राहुल गांधी से मिलकर उन्हें पार्टी की जमीनी हकीकत और पार्टी को नुकसान पहुंचाने वालों का कच्चा चिट्ठा देंगे।
कांग्रेस के बागी नेताओं ने सोमवार को पटना के एक होटल में खगडिय़ा के पूर्व विधायक छत्रपति यादव की अध्यक्षता बैठक की।
छत्रपति ने बैठक में कहा कि यह संघर्ष का समय है, हमलोगों को साथ मिलकर कांग्रेस बचाओ अभियान चलाना होगा। वोट चोरों से पहले टिकट चोरों से लड़ना होगा।
उनलोगों से लड़ना होगा जिन्होंने कांग्रेस की दुर्दशा की है। डा अजय कुमार सिंह ने कहा कि हम सब राहुल गांधी जी के सिपाही हैं, लेकिन उनके सिपाहसलारों के मारे हुए हैं।
हमलोगों का एक प्रतिनिधिमंडल जननायक राहुल जी से मिलकर बिहार कांग्रेस की दुर्दशा से अवगत कराए यह आवश्यक है।
पार्टी के पूर्व प्रवक्ता व रिसर्च विंग के पूर्व अध्यक्ष आनंद माधव ने कहा कि चुनाव समाप्त हो गया है और नतीजा सबके सामने है। दलालों ने मिलकर राहुल गांधी के सपने को बिहार में बेच दिया।
हमारी मुहिम बिहार कांग्रेस को बचानें की है। बैठक में शामिल नेताओं ने एक स्वर में मांग की कि बिहार कांग्रेस अध्यक्ष जो कि खुद अपना चुनाव नहीं जीत सके और जिनकी वजह से पार्टी की बड़ी पराजय हुई उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
बागी नेताओं ने प्रभारी कृष्णा अल्लावारू पर भी हार का ठीकरा फोड़ा और कहा हार की जिम्मेदारी लेकर तत्काल दोनो नेता त्याग पत्र सौंपे।
आज की बैठक में पूर्व विधायक बंटी चौधरी, राजकुमार राजन एवं नागेंद्र पासवान विकल, शौकत अली, कैसर खान, आशुतोष शर्मा, आलोक हर्ष, सुधा मिश्रा, उर्मिला सिन्हा नीलू, रेखा पटेल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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