Bihar Civil Judge Result: बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में बेटियों का कमाल, टॉप-10 में 9 लड़कियों ने मारी बाजी
बिहार लोक सेवा आयोग ने 32वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी किया है। पहले 10 स्थानों में से 9 पर महिला अभ्यर्थी सफल हुईं हैं। टॉप 10 में केवल एक लड़के को सफलता मिली है। वहीं टॉप 20 में भी केवल 4 लड़कों को सफलता मिली है। आए दिन लड़कियां लड़कों को चुनौती देती दिख रही हैं।

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने गुरुवार को असैनिक न्यायाधीश (कनीय कोटि) के पदों पर नियुक्ति के लिए 32वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। पहले छह स्थानों पर महिला अभ्यर्थी सफल हुईं हैं। हालांकि, टॉप 10 में 9 लड़कियों को सफलता मिली है। लड़कों ने इस बार निराश किया है। टॉप 20 में भी केवल 4 ही लड़के आ पाए।
टॉप 10 में 9 लड़कियों ने मारी बाजी, केवल 1 लड़के को मिली जगह
- टॉप 10 में 9 लड़कियों ने बाजी मारी
- टॉप-20 में केवल चार पुरुष अभ्यर्थी सफल
- पहला स्थान हर्षिता सिंह ने प्राप्त किया है
- दूसरे पर हथुआ मार्केट, पटना की सुकृति अग्रवाल
- तीसरे पर सुप्रिया गुप्ता तो चौथे पर गोरखपुर की शांभवी सांस्कृत्यान
- पांचवें स्थान पर शिल्पा रानी हैं।
- छठी रैंक प्राप्त करने वाली शिवानी श्रीवास्तव अयोध्या की है।
- आठवां स्थान प्राप्त करने वाली बबली राज आरा की रहने वाली है।
- बाढ़ की अंकिता चौधरी ने नौवां स्थान प्राप्त की है।
- 10वीं रैंक प्राप्त करने वाली राशि धनबाद की हैं।
- टाप-10 में शामिल इकलौते पुरुष अभ्यर्थी सुरेंद्र कुमार अलीगढ़ के रहने वाले हैं।
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि मुख्य लिखित परीक्षा में 463 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए थे। इनके लिए साक्षात्कार का आयोजन 13 से 23 नवंबर तक हुआ। चार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए। साक्षात्कार में शामिल एक अभ्यर्थी का परीक्षाफल रद कर दिया गया है। मुख्य लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त अंक के आधार पर 153 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है। संयुक्त मेधा सूची में दो या अधिक अभ्यर्थियों के समान अंक होने पर मुख्य परीक्षा में अधिक अंक प्राप्त करने वालों को प्राथमिकता दी गई है।
पुरुष व महिला अभ्यर्थियों का समान रहा कटऑफ
आयोग ने श्रेणीवार कटआफ अंक जारी किया है। सभी श्रेणी में पुरुष व महिला अभ्यर्थियों का कटआफ समान रहा है। सामान्य श्रेणी का कटआफ अंक 538, ईडब्ल्यूएस का 511, एससी का 455, एसटी का 479, ईबीसी का 481 तथा पिछड़ा वर्ग का 502 रहा है। मुख्य परीक्षा में ईडब्ल्यूएस छोड़कर अन्य श्रेणी में महिला व पुरुष अभ्यर्थियों का कटआफ समान रहा है। ईडब्ल्यूएस पुरुष का 418 और महिला का 413 अंक है। मुख्य परीक्षा में सामान्य श्रेणी का कटआफ अंक 442, एससी का 349, एसटी का 371, ईबीसी का 377 तथा बीसी का 408 अंक था।
पटना की बेटी ने किया कमाल
पटना के अथमलगोलाप्रखंड के सबनिमा निवासी अंकिता चौधरी ने पहले प्रयास में बिहार न्यायिक सेवा में नौंवा स्थान प्राप्त किया है। अंकिता तीन भाई बहन में सबसे बड़ी हैं। अंकिता की छोटी बहन गया मेडिकल कालेज में पढ़ती है जबकि भाई मैट्रिक का छात्र हैं। अंकिता के पिता रविकांत चौधरी झारखंड सरकार में कार्यरत हैं वहीं मां सुनीता चौधरी गृहिणी हैं। अंकिता पूरे परिवार के साथ रांची में रहती है।
अंकिता के दादा सीताराम चौधरी भी मजिस्ट्रेट थे, जो स्वर्गवास हो चुके हैं। अंकिता प्लस टू जवाहर विद्या मंदिर श्यामली रांची से की है जबकि लॉ राजीव गांधी नेशनल लॉ विश्विद्यालय पाटियाला पंजाब से 2021 में पास आउट हुई हैं। अंकिता अपने दादा प्रेरणा लेकर आज मुकाम हासिल की है, पहली प्रयास में अंकिता ने बिहार न्यायिक सेवा में 9 वां स्थान लाकर सबनिमा गांव समेत अथमलगोला प्रखंड एवं पटना जिला का नाम रोशन किया है। अंकिता ने इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता एवं दादा को दिया है।
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