Bihar Teacher News: अब शिक्षक कैसे करेंगे चालाकी? बिहार में हाजिरी को लेकर नया फरमान जारी; टेंशन में गुरुजी
बिहार सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए एक नई पहल की है। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की दिन में तीन बार हाजिरी बनवाने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था पहली दिसंबर से लागू होने की संभावना है। बता दें कि बिहार शिक्षक हाजिरी के लिए एक ऑनलाइन व्यवस्था तैयार की गई है जिसमें ई शिक्षा कोष एप्प के माध्यम से हाजिरी बनाई जाती है।

संवाद सहयोगी, बेतिया। Bihar Teacher Attendance News: सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार को लेकर शिक्षा विभाग ने नई पहल की है। बच्चों को बेहतर शिक्षा व शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने को लेकर विभाग ने अब शिक्षकों की दिन में तीन बार हाजिरी बनवाने का निर्णय लिया है। विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में स्कूलों में तीन बार शिक्षकों की हाजिरी व्यवस्था लागू करने का निर्देश दिया गया है। अब शिक्षकों की किसी की तरह की चालाकी काम नहीं आएगी। आए दिन अभी नियम और सख्त करने की प्लानिंग है।
हालांकि, नई व्यवस्था पहली दिसंबर से लागू होने की संभावना है। विभाग को विभिन्न जगहों से विद्यालय अवधि में शिक्षकों के विद्यालय से गायब रहने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। इसे देखते हुए अब विभाग ने एक दिन में तीन बार शिक्षकों की हाजिरी की व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। इससे शिक्षकों के विद्यालय से गायब रहने की आदत पर लगाम लगाया जा सकता है।
बिहार शिक्षक हाजिरी के लिए एक ऑनलाइन व्यवस्था तैयार की गई है। शिक्षा विभाग, बिहार सरकार द्वारा "ई शिक्षा कोष एप्प" लॉन्च किया गया है, जिसके माध्यम से शिक्षकों और छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज की जा रही है। इस व्यवस्था के तहत, शिक्षकों को अब तीन बार ऑनलाइन हाजिरी बनानी होगी, जिसके आधार पर उनकी सैलरी जारी की जाएगी।
छपरा में सक्षमता परीक्षा पास 6 शिक्षक अनुपस्थित
सक्षमता परीक्षा पास करने वाले नियोजित शिक्षकों के सत्यापन की प्रक्रिया सोमवार को निबंधन एवं परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) जारी रहा। शिक्षा विभाग ने एक दिन में पांच स्लॉट में कुल 451 सक्षमता पास नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग के लिए मैसेज दे कर बुलाया था।
451 शिक्षकों में से छह शिक्षक काउंसिलिंग कराने आए ही नहीं। वहीं कुल 445 शिक्षकों ने काउंसिलिंग में उपस्थित होकर अपने सर्टिफिकेट व अन्य कागजात का सत्यापन कराया। जबकि आधार नंबर से ओटीपी नंबर नहीं आने के कारण दो शिक्षकों का सत्यापन लंबित रह गया। प्रत्येक स्लाट में कुल 90-90 शिक्षकों को बुलाया गया था।
सत्यापन के लिए बिन टोलिया के पास स्थित निबंधन एवं परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) में पांच काउंटर बनाया गया है। इसमें सबसे पहले शिक्षकों का हस्ताक्षर के बाद उनका बायोमीट्रिक थंब इंप्रेशन लिया गया। थंब इंप्रेशन के बाद उन्हें काउंटर पर सत्यापन के लिए भेजा गया। सत्यापन में किसी तरह की परेशानी न हो इसको लेकर विषयवार अलग-अलग काउंटर निर्धारित किया गया है। बताते चलें कि काउंसिलिंग की प्रक्रिया आगामी 30 नवंबर तक लगातार संचालित होगी।
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