Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Chunav: बिहार में फिर से 'बुर्के' का जिक्र, बीजेपी ने चुनाव आयोग से रख दी ये मांग; मच सकता है सियासी बवाल

    By Agency Edited By: Piyush Pandey
    Updated: Sat, 04 Oct 2025 10:54 PM (IST)

    भाजपा की बिहार इकाई ने चुनाव आयोग से आगामी विधानसभा चुनावों में वास्तविक मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है। पार्टी ने मतदान केंद्रों पर पर्दा नशीन (बुर्का पहने) महिलाओं की पहचान की पुष्टि करने की मांग की है। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि चुनाव एक या दो चरणों में हों ताकि खर्च कम हो और मतदाताओं को सुरक्षा का विश्वास दिलाया जा सके।

    Hero Image
    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    एजेंसी, पटना। भारतीय जनता पार्टी की बिहार इकाई ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि आगामी विधानसभा चुनावों में केवल वास्तविक मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग करें।

    इसको सुनिश्चित करने के लिए कड़ी जांच की जाए। पार्टी ने मतदान केंद्रों पर 'पर्दा नशीन' (बुर्के में रहने वाली महिलाओं) की पहचान की पुष्टि करने का आह्वान किया है।

    इससे पहले, चुनाव आयोग ने आगामी बिहार विधानसभा चुनावों पर चर्चा के लिए सभी राजनीतिक दलों के साथ एक बैठक की थी।

    बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि हमने यह भी अनुरोध किया है कि मतदाताओं, चाहे वे महिला हों या पुरुष, विशेषकर महिलाओं को उचित सुरक्षा मिलनी चाहिए।

    साथ ही बुर्के में रहने वाली महिलाओं के चेहरे का मिलान भी महिलाओं के माध्यम से मतदाता पहचान पत्र की तस्वीर से किया जाना चाहिए ताकि केवल वास्तविक मतदाता ही अपना वोट दे सकें।

    एक या दो चरणों में हो चुनाव

    जायसवाल ने यह भी बताया कि हमने अनुरोध किया है कि चुनाव एक या दो चरणों में हों, क्योंकि ज्यादा चरणों में चुनाव कराने से खर्च बढ़ जाता है और संस्थाएं भी बाधित होती हैं, इसलिए लंबी प्रक्रिया नहीं होनी चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने कहा कि हमने कुछ सुझाव दिए हैं कि बिहार में चुनाव से ठीक एक या दो दिन पहले अर्धसैनिक बल उपलब्ध कराए जाएं और वहां मार्च निकाले जाएं ताकि मतदाताओं को यह विश्वास हो कि उन पर दबाव नहीं डाला जाएगा।

    उन्होंने आगे कहा कि दियारा और ताल इलाकों में घुड़सवार तैनात किए जाने चाहिए क्योंकि वहां बूथ कैप्चरिंग की संभावना ज़्यादा होती है। हमें कुछ शिकायतें भी मिलीं कि मतदाता पर्ची समय पर मतदाताओं तक नहीं पहुंची। हमने अनुरोध किया कि मतदाता पर्ची समय पर दी जाए, लेकिन इसका इस्तेमाल पहचान पत्र के लिए नहीं किया जाना चाहिए।

    मुख्य चुनाव आयुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक

    आज मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में चुनाव आयोग ने बिहार के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी, बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंज्याल और आयोग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

    इस बातचीत के दौरान, चुनाव आयोग ने कहा कि राजनीतिक दल लोकतंत्र की आधारशिला हैं और सभी दलों को पारदर्शी चुनावी प्रक्रिया के प्रत्येक चरण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।

    चुनाव आयोग ने मतदाताओं से चुनाव के इस उत्सव को सद्भाव और सम्मान के साथ मनाने और चुनावों की पारदर्शिता का अनुभव करने का आग्रह किया। आयोग ने राजनीतिक दलों से यह भी आग्रह किया कि वे प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदान अभिकर्ता नियुक्त करना सुनिश्चित करें।

    यह भी पढ़ें- कौन बनेगा मगध का विजेता? NDA को वापसी की चुनौती, तो महागठबंधन प्रदर्शन दोहराने के लिए करेगा संघर्ष