पटना में 2 बच्चों की मौत पर चले ईंट-पत्थर; गाड़ी फूंकी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से और उलझी मर्डर मिस्ट्री!
पटना के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी में 15 अगस्त को भाई-बहन के शव मिलने के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि नहीं होने पर लोगों ने अटल पथ पर जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर आगजनी की वाहनों में तोड़फोड़ की और पुलिस पर पथराव किया।
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार की राजधानी पटना में दो बच्चों की मौत को लेकर बीती रात अटल पथ पर जमकर बवाल मचा। ईंट-पत्थर चले; गाड़ी फूंकी गई और मंत्री के काफिले पर भी पथराव हुआ। इसके साथ ही पुलिस को लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
दरअसल, पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी में बीती 15 अगस्त की शाम एक प्लॉट पर खड़ी कार के अंदर ट्यूशन पढ़ने गए मासूम भाई-बहन के शव मिलने के बाद से लोगों में आक्रोश है। यही वजह है कि लोग बीती रात उग्र हो गए। इसके साथ ही इस मामले में आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने मर्डर मिस्ट्री को और भी उलझा दिया है।
हंगामे के बाद सड़क पर ईंट-पत्थर और कांच के टुकड़े बिखरे पड़े थे। अटल पथ और दोनों ओर की सर्विस लेन में लगभग 500 मीटर तक कांच, पत्थर और लाठियां बिखरी थीं। स्कार्पियो और बाइक में लगी आग की लपटें दूर से दिखाई दे रही थीं।
टायर फटने की आवाज से मोहल्ले के लोग सहम गए। एक घंटे तक अटल पथ रणक्षेत्र बना रहा। पुलिस पर दो बच्चों की रहस्यमय मौत के मामले में कार्रवाई में शिथिलता का आरोप लगाते हुए लोग सड़क पर उतरकर हंगामा कर रहे थे। रात 8:30 बजे तक अटल पथ पर आर ब्लाक से दीघा जाने और वापस आने वाले मार्ग पर चार किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही।
आक्रोशित लोग सोमवार को 10 दिनों के भीतर दूसरी बार सड़क पर उतरे। 15 अगस्त को इंद्रपुरी के रोड नंबर 12, गोकुल गली में एक कार से दो बच्चों के शव मिलने के मामले में पुलिस की कार्रवाई से लोग नाराज हैं। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर टायर जलाकर आगजनी की।
हंगामा कर लोगों ने स्कार्पियों में लगा दी आग। धू-धू कर जलती गाड़ी।
लोगों ने कहा कि 21 अगस्त को पुलिस के वरीय अधिकारी आश्वासन दिया था कि दो दिनों में बच्चों की मौत का कारण बताया जाएगा और आरोपितों से गहन जांच कर परिजनों को सूचित किया जाएगा। बच्चों के माता-पिता ने पुलिस पर जानकारी नहीं देने का आरोप लगाया। जब हंगामा शांत हुआ तो सड़क से मलवा हटाया गया।
वाहनों के पीछे छिपकर पुलिस ने किया बचाव
पथराव के दौरान पुलिसकर्मी वाहनों के पीछे छिपकर अपनी रक्षा करते रहे। कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए। दो-तीन बार उग्र प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को पीछे खदेड़ दिया।
घायल पुलिसकर्मी
जाम के कारण पुलिस का वज्र वाहन घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर फंस गया था। पथराव की सूचना के बाद किसी तरह वज्र वाहन मौके पर पहुंचा और पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाला।
प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए अधिकारी ने निकाली पिस्टल।
उग्र प्रदर्शनकारियों को आसपास की गलियों और अपार्टमेंट तक खदेड़ा गया। प्रदर्शनकारी लाठी-डंडों के साथ सड़क पर उतर आए थे। उन्होंने अटल पथ को जाम कर दिया। इस दौरान उपद्रवियों ने कई वाहनों में तोड़फोड़ की और चार-पांच बाइक सवारों को घेर लिया।
पथराव से बचने के लिए नगर निगम की गाड़ी के पीछे आए पुलिसकर्मी।
बाइक सवारों के साथ मारपीट की गई। करीब ढाई घंटे तक चले इस बवाल में पथराव और आगजनी से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के संपर्क मार्ग भी जाम हो गए।
नेताओं के वाहन फंसे
हंगामे के दौरान ही स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की गाड़ी भी मौके पर पहुंच गई, उसे निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं राजद प्रमुख लालू प्रसाद का वाहन भी कुछ देर के लिए अटल पथ पर जाम में फंसा रहा, रास्ता बदल कर उसे आगे भेजा गया।
पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि नहीं, विसरा रिपोर्ट का इंतजार
पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी में 15 अगस्त की शाम कार में भाई-बहन के शव मिलने के मामले पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि नहीं हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसा कुछ नहीं आया, जिससे हत्या की पुष्टि हो सके। मौत का कारण भी स्पष्ट नहीं हो सका है।
पुलिस न्यायालय से अनुमति लेने के बाद विसरा को एफएसएल जांच के लिए भेजी है। बिसरा रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मिलान के बाद डाक्टर अंतिम राय देंगे कि बच्चों की मौत के पीछे असली वजह क्या थी? इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की जा चुकी है।
पुलिस इस मामले में बच्चों के घर से ट्यूशन जाने और वहां से जिस प्लाट के कार में उनका शव मिला था, वहां तक आने जान वाले रास्ते में लगे 25 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाल चुकी है।
बच्चे ट्यूशन से घर जाते समय रास्ते में खेलते आगे बढ़ते नजर आए, लेकिन प्लाट में कार तक कैसे पहुंचे? इसका कारण स्पष्ट नहीं हो सका। प्लाट के आसपास कैमरे नहीं मिले है। तकनीकी अनुसंधान भी जारी है। मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है।
दोनों बच्चों के शवों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसा कुछ नहीं आया है, जिससे हत्या की पुष्टि हो। कानून में जो प्रविधान है, उसी के तहत कार्रवाई की जा रही है। प्रदर्शन के दौरान पथराव में पांच से छह पुलिसकर्मी घायल हुए है। दो गाड़ियां जली हैं। हंगामे के सिलसिले में छह लोगों लोगों को हिरासत में लिया गया है। -कार्तिकेय के शर्मा, एसएसपी
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