पटना में रसोइयों का आक्रोश रैली...न्यूनतम मजदूरी की मांग को लेकर किया धरना प्रदर्शन
राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया फ्रंट के बैनर तले आज पटना के गर्दनीबाग में एक दिवसीय “रसोइयों का न्याय दिलाओ आक्रोश रैली” और महाधरना का आयोजन किया गया। जिसमें बिहार के विभिन्न जिलों से आए प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों के साथ-साथ संगठन के कई पदाधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।

डिजिटल न्यूज, पटना। राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया फ्रंट के बैनर तले आज राजधानी पटना के गर्दनीबाग में एक दिवसीय “रसोइयों का न्याय दिलाओ आक्रोश रैली” और महाधरना का आयोजन किया गया। जिसमें बिहार के विभिन्न जिलों से आए प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों के साथ-साथ संगठन के कई पदाधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।
धरना सभा को संबोधित करते हुए फ्रंट के राष्ट्रीय संरक्षक जय सिंह राठौड़ ने कहा, “रसोइयां सिर्फ भोजन नहीं बनातीं, वे हमारे बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और मुस्कान की जिम्मेदारी निभाती हैं। उन्होंने रसोइयों के मानदेय में वृद्धि पर सरकार का आभार जताते हुए कहा कि मध्याह्न भोजन योजना के तहत कार्यरत रसोइयों के मानदेय को ₹1,650 से बढ़ाकर ₹3,300 प्रतिमाह करने के बिहार सरकार का निर्णय स्वागत योग्य है। सरकार का यह कदम उनके आत्मसम्मान और हौसले को दोगुना करेगा।” हालाकि उन्होंने ये भी कहा कि नीतीश सरकार को रसोइयों को न्यूनतम मजदूरी के तहत कम से कम ₹10,000 मासिक वेतन, साल के 12 महीनों के लिए करना चाहिए।
राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल ने कहा कि सरकार द्वारा घोषित मानदेय बढ़ोतरी ऊंट के मुंह में जीरा के समान है और रसोइयों को मिलने वाला मानदेय अक्सर देरी से दिया जाता है।
धरना सभा में शामिल हुए रसोइयों ने सरकार से अपने हक और अधिकार की लड़ाई में एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया। धरना प्रदर्शन का संचालन प्रदेश संयोजक और जिला संयोजक बलवंत पासवान ने संयुक्त रूप से किया। धरना सभा को प्रदेश अध्यक्ष कंचन कुवंर, सदस्य मनीष कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सत्य राजू राणा, जाकिर हुसैन, माधुरी कुमारी ने संबोधित किया।
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