Amnour Vidhan Sabha Seat 2025: स्वास्थ्य-शिक्षा के क्षेत्र में विकास की दरकार, सोलर एनर्जी और सड़कों पर सबसे ज्यादा विधायक निधि हुई खर्च
अमनौर विधानसभा क्षेत्र के विकास का जिम्मा 15 वर्षों में दो विधायकों के जिम्में रहा दोनों जदयू व भाजपा के रहे हैं। इस दौरान विधायक निधि वैकल्पिक ऊर्जा व सड़क पर सर्वाधिक खर्च किया गया लेकिन शिक्षण संस्थानों समेत अन्य कार्यों पर राज्य सरकार के स्तर पर ही थोड़े-बहुत कार्य हुए।

जागरण संवाददाता, छपरा। वर्ष 2010 में परिसीमन के बाद तरैया विधानसभा से कटकर अस्तित्व में आए अमनौर विधानसभा क्षेत्र के जदयू से पहले विधायक रहे कृष्ण कुमार मंटू को 2015 में भाजपा के शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा ने पराजित कर दिया था। वहीं 2020 में हुए चुनाव में भाजपा ने शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा का टिकट काट दिया गया था। उनकी जगह जदयू का दामन छोड़कर भाजपा में आए कृष्ण कुमार मंटू को टिकट मिला और वे फिर विधायक चुन लिए गए। इसके साथ ही इन्हें सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री की जिम्मेवारी भी मिल गई।
अमनौर विधानसभा क्षेत्र के विकास का जिम्मा 15 वर्षों में दो विधायकों के जिम्में रहा, दोनों जदयू व भाजपा के रहे हैं। इस दौरान विधायक निधि वैकल्पिक ऊर्जा व सड़क पर सर्वाधिक खर्च किया गया, लेकिन शिक्षण संस्थानों समेत अन्य कार्यों पर राज्य सरकार के स्तर पर ही थोड़े-बहुत कार्य हुए। क्षेत्र में स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में विकास की दरकार है।
मंत्री के प्रयास से सारण तटबंध के रेवा घाट से परशुराम होते हुए नारायणपुर तक चौड़ीकरण कार्य, अमनौर विधानसभा क्षेत्र के कटसा में 400/220/132-केवी के ग्रिड सब स्टेशन का कार्य, अमनौर विधान सभा क्षेत्र में औद्योगिक विकास के लिए अरना में औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए कैबिनेट की स्वीकृति, युवाओं की खेल प्रतिभा को निखारने को अमनौर में स्टेडियम के निर्माण के लिए निविदा, अमनौर विधानसभा क्षेत्र में 32 विद्यालयों में अतिरिक्त कमरों का निर्माण प्रारंभ, अपहर एवं अमनौर उच्च विद्यालय सह इंटर कालेज में जीर्णोद्धार कार्य कराया गया है।
इसके अलावा रेवाघाट में शवदाह गृह एवं शेड, अमनौर में टेक्निकल कॉलेज, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मकेर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपग्रेड कर भवन निर्माण, अमनौर, भेल्दी एवं मकेर पावर सब स्टेशन से 33 हजार केवी की मुख्य लाइन को अलग-अलग करना आदि कार्य की लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं। यह अपेक्षाएं अधूरी हैं।
303 में 253 योजनाओं का कार्य पूर्ण
अमनौर विधायक कृष्ण कुमार सिंह मंटू द्वारा चार वर्ष के अंतराल में 311 योजनाओं की अनुशंसा की गई है। इनमें से 303 योजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति मिली है। इनमें से अबतक 253 योजनाओं पर कार्य पूर्ण हो गया है। वहीं 33 योजनाओं पर कार्य अभी लंबित है। वर्ष 2023-24 में सर्वाधिक 144 कार्यों की स्वीकृति मिली और उनमें से 132 कार्य पूर्ण किए गए हैं।
बेहतर स्वास्थ्य सेवा की आस
क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में भी कोई सुधार नहीं हो सका। आज भी उपचार के लिए लोगों को छपरा आना पड़ता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मकेर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपग्रेड कर भवन निर्माण पूरा करने की जरूरत है, लेकिन यह आधा अधूरा बनाकर छोड़ दिया गया है। आवश्यकता के अनुसार चिकित्सक भी नहीं हैं।
पंचायतों को संवारने की कोई योजना नहीं हो सकी शुरू
अमनौर विधानसभा क्षेत्र में अमनौर प्रखंड की 19 पंचायत, मकेर प्रखंड की आठ एवं परसा प्रखंड की छह पंचायतों को संवारने की कोई योजना शुरू नहीं हो सकी है। कई पंचायत में अमृत सरोवर योजना का काम भी पूरा नहीं हुआ है। गांवों में सोलर लाइट भी आधे अधूरे स्थानों पर ही लगाई जा सकी है।
सड़कें बनीं, परिवहन की सुविधा नहीं
क्षेत्र में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री सड़क योजना के द्वारा सड़कों का निर्माण हुआ है, लेकिन लोगों के लिए सार्वजनिक परिवहन की कोई सुविधा नहीं है। सरकारी बसें इस मार्ग से नहीं चलती हैं। विद्यालयों में अतिरिक्त वर्ग कक्ष बनाए गए हैं। प्रखंडों में खेल मैदान बनाने की योजना है।
भाथा नोनियाटोली गांव में पुल की है जरूरत
भाथा नोनिया टोली गांव में पुल निर्माण की आवश्यकता है। मकेर के विकास कुमार कहते हैं कि पुल नहीं होने से गांव के लोगों को बरसात में 1.5 किलोमीटर की दूरी अधिक तय करनी पड़ती है। मंटू दूसरी बार चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन इसपर ध्यान नहीं है। किसानों को सिंचाई के लिए आज भी वर्षा पर निर्भर रहना पड़ता है। क्षेत्र की अधिकांश नहरें टूट चुकी हैं, वहीं नलकूप भी ठप पड़े हैं।
शवदाह गृह व शेड निर्माण की मांग पूरी नहीं हुई
रेवाघाट पर शवदाह गृह एवं शेड नहीं होने के कारण खुले में दाह संस्कार करना पड़ता है। रेवा घाट के प्रद्युम्न प्रसाद कहते हैं कि यहां के लोगों ने कई बार शवदाह गृह एवं शेड निर्माण की मांग की, लेकिन निर्माण नहीं हो सका।
महिला कॉलेज नहीं होने से छात्राओं को परेशानी
मकेर में महिला कॉलेज नहीं होने के कारण छात्राओं को 10-12 किलोमीटर दूर उच्च शिक्षा के लिए जाना पड़ता है। वहां जाने के लिए कोई बस सेवा भी नहीं है। इस कारण नामांकन लेने के बाद भी छात्राएं क्लास नहीं कर पाती है। छात्रा मनीषा कुमारी कहती हैं कि मकेर में महिला कॉलेज की मांग कई बार की गई, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला।
जनता की कसक
क्षेत्र में जितना विकास होना चाहिए, उतना नहीं हुआ है। गंडक नदी के तटवर्ती दियारा क्षेत्र में सड़कों का निर्माण हुआ है, लेकिन अब भी क्षेत्र के अन्य हिस्सों में विकास की दरकार है।
अरविंद सिंह, परशुरामपुर
गांवों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, शिक्षा व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है। क्षेत्र में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं में कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार हावी है। अमनौर बाजार में जलजमाव व जाम की समस्या का निदान नहीं निकाला जा सका है।
पंकज यादव, अमनौर अगुवान
अमनौर विधानसभा क्षेत्र में सड़क, बिजली, शिक्षा में काफी विकास हुआ है। छठ घाट व सारण तटबंध पर सड़क निर्माण से तटीय गांव विकसित होंगे।
नवल राउत, मधुबनी, अमनौर
अमनौर विधानसभा क्षेत्र की जनता को युवा नेता सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री कृष्ण कुमार मंटू से विकास की उम्मीद है। वे क्षेत्र से पहले से वाकिफ हैं। इसका चौतरफा विकास करेंगे।
धर्मेंद्र गिरि, अपहर
अमनौर विधानसभा
पुरुष मतदाता | 143951 |
महिला मतदाता | 131834 |
मंगलामुखी मतदाता | 01 |
कुल मतदाता | 275485 |
प्रखंड | पंचायत की संख्या |
अमनौर | 19 |
मकेर | 08 |
परसा | 06 |
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