Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर वालों की बल्ले-बल्ले, 4 साल के इंतजार के बाद बनने जा रहा 100 बेड का अस्पताल
मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी अंचल के चढुआ गांव में ईएसआई अस्पताल बनाने का रास्ता साफ हो गया है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने केंद्र सरकार के नाम पर पांच एकड़ से अधिक जमीन कर दी है। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय यहां 100 बेड का अस्पताल खोलेगा जहां आम लोगों का भी इलाज होगा। इस परियोजना को मंजूरी मिलने में चार साल लग गए।

राज्य ब्यूरो, पटना। चार साल की प्रतीक्षा के बाद मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी अंचल के चढुआ गांव में ईएसआई अस्पताल बनने का रास्ता साफ हो गया है।
इसके लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने पांच एकड़ से अधिक जमीन केंद्र सरकार के नाम कर दिया है। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय वहां सौ बेड का अस्पताल खोलेगा। इसमें कर्मचारी राज्य बीमा से जुड़े सदस्यों के अलावा आम लोगों का भी इलाज होगा।
जमीन देने की मंजूरी राज्य कैबिनेट से आठ अप्रैल को मिली थी। इसके बाद राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अस्पताल के लिए पांच एकड़ से अधिक जमीन केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय को हस्तांरित कर दिया। इसके एवज में केंद्र सरकार दो करोड़ नौ लाख रुपये राज्य सरकार को देगी।
दिलचस्प यह है कि राज्य सरकार ने ही मुजफ्फरपुर जिले के किसी स्थान पर ईएसआई अस्पताल बनाने का आग्रह केंद्र सरकार से किया था। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में मार्च 2021 में ही इसकी मंजूरी दे दी। अस्पताल निर्माण के लिए जमीन की मांग भी उसी समय की गई थी।
लेकिन, प्रक्रिया पूरी होने में चार साल लग गए। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने छह एकड़ से अधिक जमीन का हस्तांतरण 132-133 केवीए बिजली उप केंद्र के निर्माण के लिए भी किया है।
यह जमीन नवादा जिला के पकरीबरावां अंचल के कचना मौजा में है। इस जमीन का स्वामित्व बिहार स्टेट ट्रान्समिशन कम्पनी लिमिटेड के नाम किया गया है। इसके लिए कंपनी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को पांच करोड़ 64 लाख रुपये का भुगतान करेगी।

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