भड़काऊ भाषण देने में UP के बाद बिहार के MP-MLA आगे, तेजस्वी यादव-गिरिराज सिंह समेत ये नेता लिस्ट में शामिल
भड़काऊ भाषण (हेट स्पीच) देने के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद बिहार के सांसद-विधायक दूसरे क्रमांक पर हैं। बिहार में इनकी संख्या 12 है। इनमें तीन सांसद व नौ विधायक हैं। तीनों सांसद भाजपा के हैं जिनमें से दो (गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय) केंद्र में मंत्री हैं। तीसरे अशोक कुमार यादव हैं। इनके अलावा राज्य के नौ विधायक भी इस सूची में स्थान पाया है।

राज्य ब्यूरो, पटना। भड़काऊ भाषण (हेट स्पीच) देने के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद बिहार के सांसद-विधायक दूसरे क्रमांक पर हैं। बिहार में इनकी संख्या 12 है। इनमें तीन सांसद व नौ विधायक हैं। तीनों सांसद भाजपा के हैं, जिनमें से दो (गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय) केंद्र में मंत्री हैं। तीसरे अशोक कुमार यादव हैं।
इनके अलावा राज्य के नौ विधायक भी इस सूची में स्थान पा रहे। इनमें भाजपा के मुकाबले राजद के विधायक भी कतई कमतर नहीं। दोनों के चार-चार विधायक हैं।
इस खाते में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की उपस्थिति के साथ राजद तो कहीं आगे है। कांग्रेस से इकलौते शकील अहमद खान हैं, जो अभी पार्टी विधायक दल के नेता हैं।
107 MP-MLAs पर भड़काऊ भाषण के केस दर्ज हैं
देश के कुल 4768 सांसदों-विधायकों के ब्योरा का अध्ययन करने के बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने यह रिपोर्ट जारी की है, उनमें से 107 (33 सांसद और 74 विधायक) पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मामले दर्ज हैं।
इनमें सर्वाधिक भाजपा के हैं, उसके बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात के दो सांसद और चार विधायक इस सूची में हैं। उन दो सांसदों में से एक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं। उनके डिप्टी व नित्यानंद राय (बिहार में उजियारपुर के सांसद) भी सूची में शामिल हैं।
विधायकों के हिसाब से आकलन करें तो नौ-नौ की संख्या के साथ बिहार और उत्तर प्रदेश इस मामले में बराबरी कर रहे हैं। इनके बाद आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना के तीन-तीन विधायक हैं।
असम और तमिलनाडु के पांच-पांच। दिल्ली, गुजरात, बंगाल के चार-चार। तीन विधायक झारखंड के और तीन ही उत्तराखंड के भी। कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान, त्रिपुरा के दो-दो और एक-एक मध्य प्रदेश और ओडिशा से।
सभी राजनीतिक दलों की स्थिति एक जैसी
यह ब्योरा बता रहा कि विष वमन में उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक के राजनीतिज्ञों में जैसे होड़-सी मची हुई है। कोई बाज आने से रहा। संख्या में थोड़े-बहुत अंतर के साथ लगभग सभी राजनीतिक दलों की स्थिति भी एक जैसी ही है।
भाजपा के जिन 42 जन-प्रतिनिधियों पर भड़काऊ भाषण के मामले दर्ज हैं, उनमें से तीन तो बिहार के ही हैं। बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह तो शुरू से ही पार्टी के फायर ब्रांड नेता माने जाते रहे हैं। नित्यानंद राय की मुखरता भी कम नहीं।
लोकसभा में मधुबनी के प्रतिनिधि अशोक कुमार यादव अलबत्ता नए हैं, लेकिन उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी राजनीतिक ही है। वे केंद्रीय मंत्री रह चुके हुकुदेव नारायण यादव के पुत्र हैं। आग उगलने वाले सांसदों से विधायक भी कम अनुभवी नहीं।
एक उदाहरण भाजपा के प्रेम कुमार हैं और दूसरे राजद के भाई वीरेंद्र। दोनों क्रमश: आठवीं और चौथी बार विधानसभा में पहुंचे हैं। भाजपा के प्रमोद कुमार अभी कल तक मंत्री थे तो राजद के तेजस्वी यादव सत्ता के केंद्र में हैं।
भड़काऊ भाषण देने वाले सांसदों-विधायकों की राज्यवार संख्या
उत्तर प्रदेश : 16
बिहार : 12
तमिलनाडु : 09
तेलंगाना : 09
महाराष्ट्र : 08
असम : 07
आंध्र प्रदेश : 06
गुजरात : 06
बंगाल : 05
कर्नाटक : 05
दिल्ली : 04
झारखंड : 04
पंजाब : 03
उत्तराखंड : 03
मध्य प्रदेश : 02
ओडिशा : 02
राजस्थान : 02
त्रिपुरा : 02
केरल : 01
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