Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करें जिलाधिकारी: अपर मुख्य सचिव

    Updated: Mon, 04 Aug 2025 05:54 PM (IST)

    बिहार में बड़े पैमाने पर शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया है। इस वजह से कई ऐसे सरकारी विद्यालय हैं जो शिक्षक विहीन हो गए हैं। वहां से सभी शिक्षकों ने अपना स्थानांतरण करा लिया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने समीक्षा के क्रम में पाया कि राज्य के कुल 29 विद्यालयों में एक भी शिक्षक कार्यरत नहीं हैं।

    Hero Image
    अस्थाई प्रतिनियुक्ति के माध्यम से शिक्षक विहीन विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती का दिया आदेश (सांकेतिक तस्वीर)

    डिजिटल टीम, पटना। बिहार में बड़े पैमाने पर शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया है। इस वजह से कई ऐसे सरकारी विद्यालय हैं, जो शिक्षक विहीन हो गए हैं। वहां से सभी शिक्षकों ने अपना स्थानांतरण करा लिया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने समीक्षा के क्रम में पाया कि राज्य के कुल 29 विद्यालयों में एक भी शिक्षक कार्यरत नहीं हैं। राज्य में कुल 354 ऐसे विद्यालय हैं जहां मात्र एक शिक्षक हैं। शिक्षा विभाग ने जिलाधिकारियों से कहा है कि इन स्कूलों में तत्काल शिक्षकों को प्रतिनियुक्त कर बच्चों की पढ़ाई को व्यवस्थित किया जाए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दरअसल, राज्य में बड़े पैमाने पर हुए शिक्षकों के स्थानांतरण से राज्य के कई सरकारी विद्यालय बिना शिक्षक के हो गए हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने अपनी समीक्षा में पाया है कि विशेष परिस्थितियों में हुए स्थानांतरण-पदस्थापन की कार्रवाई से कुछ विद्यालय पूरी तरह शिक्षक विहीन हो गए हैं और कतिपय स्कूलों में केवल एक या दो शिक्षक ही रह गए हैं। साथ ही कुछ विद्यालयों में छात्र-शिक्षक का अनुपात भी 40 से अधिक पाया गया है। अपर मुख्य सचिव ने सभी जिला पदाधिकारियों को लिखे अपने पत्र में कहा है कि प्राथमिक विद्यालयों में कम से कम तीन शिक्षक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए है।

    साथ ही मध्य विद्यालयों एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों की तैनाती की जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को अपने स्तर से इसकी समीक्षा कर ऐसे स्कूलों में तत्काल अस्थाई प्रतिनियुक्ति के माध्यम से शिक्षक विहीन विद्यालयों या जहां शिक्षक कम हैं, उसमें शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।