दूर होंगी सिंदुरिया बनिया व कथ बनिया की समस्याएं
पटना, जागरण ब्यूरो
अति पिछड़ा वर्ग आयोग सिंदुरिया बनिया और कथ बनिया जाति की समस्याओं को दूर करने में जुटा है। आयोग के अध्यक्ष रविन्द्र तांती ने बताया कि सिंदुरिया बनिया अत्यंत पिछड़े जातियों की सूची में शामिल है, जबकि इसी के उपनाम वाली कथ बनिया पिछड़ा वर्ग की सूची में है। बड़ी संख्या में भूमिहीन होने के कारण सिंदुरिया बनिया को जाति प्रमाण पत्र लेने में परेशानी होती है, तो कथ बनिया को अत्यंत पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल करने की दिशा में काम चल रहा है। इसके लिए आयोग की टीम अगले माह जिलों में अध्ययन को निकल रही है।
रविन्द्र तांती के नेतृत्व में एक टीम सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जायेगी। टीम में रफीकुर्ररहमान साकरी, अर्जुन सहनी रहेंगे। दूसरी टीम आयोग के सदस्य सूर्य नारायण कामत के नेतृत्व में कटिहार, पूर्णिया और अररिया जायेगी। इस टीम में अरुण कुमार वर्मा रहेंगे।
15 जनवरी तक जमीन का दें पर्चा
आयोग ने लखीसराय प्रशासन को निर्देश दिया है कि 15 जनवरी तक आदर्श ग्राम खर्रा के विस्थापितों को जमीन का पर्चा मुहैया करायी जाये। आयोग की टीम दो दिन पूर्व वहां गयी थी। 1962 में बाढ़ से प्रभावित 162 परिवारों को 4-4 डिसमिल जमीन देकर बसाया गया था। मगर किसी को जमीन का पर्चा अभी तक नहीं मिला। अब कुछ दबंग लोग जमीन को दखल करने में जुटे हैं। दो-तीन लोगों के नाम से गलत तरीके से पर्चा निकाल लिया गया है। आयोग ने वहां के डीएम, भूमि सुधार उप समाहर्ता आदि के साथ बैठक कर फर्जी पर्चे की जांच तथा 15 जनवरी तक सभी 162 परिवारों को जमीन का पर्चा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
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