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    Bihar Online Fraud: विधायक अरुणा देवी के पति अखिलेश हुए 'इमोशनल ब्लैकमेल', ऑनलाइन ठगे 25 हजार

    वारिसलीगंज विधायक के पति अखिलेश सिंह ठगी के शिकार हो गए हैं। उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया और रिश्ते की दुहाई देते हुए कहा गया कि उनकी मां अस्पताल में भर्ती हैं और उनके इलाज के लिए तुरंत 50 हजार रुपये की जरूरत है। अखिलेश सिंह ने अपने रिश्तेदार की मदद करने के लिए स्कैनर के जरिए 25 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए।

    By Ashok Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 10 Oct 2024 02:34 PM (IST)
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    वारिसलीगंज विधायक अरुणी देवी के पति से 25 हजार रुपये की ठगी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    संवाद सूत्र, वारिसलीगंज (नवादा)। वारिसलीगंज प्रखंड के लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए नया तरीका ‘इमोशनल ब्लैकमेलिंग’ चल पड़ा है। इसके शिकार वारिसलीगंज विधायक के पति सह पूर्व जिला पार्षद अखिलेश सिंह भी हो चुके हैं। इस बारे में उन्होंने वारिसलीगंज थाना में लिखित आवेदन दिया है।

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    विधायक अरुणा देवी के प्रतिनिधि शैलेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि मंगलवार की सुबह नौ बजे अखिलेश सिंह के मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। वह उनके एक रिश्तेदारी के भाई की आवाज में बोल रहा था। उसने रिश्ते की दुहाई देते हुए कहा कि मां अस्पताल में भर्ती हैं। उनके उपचार के लिए 50 हजार की तत्काल आवश्यकता है।

    स्कैनर से ट्रांसफर किए 25 हजार रुपये

    अपने रिश्तेदार की परेशानी समझ कर उन्होंने कहा कि अभी तत्काल 25 हजार पॉकेट में हैं। कहो तो भेज दें। इस पर ठग ने एक स्कैनर भेज दिया और राशि ट्रांसफर का आग्रह किया। इस पर विधायक पति ने उक्त स्कैनर पर 25 हजार रुपये भेज दिए। कुछ देर बाद उन्हें ठगी की आशंका हुई तो संबंधित रिश्तेदार के घर फोन किया।

    अखिलेश सिंह ने थाने में दिया लिखित आवेदन

    तब पता चला कि उनकी मां का तो पांच वर्ष पहले ही निधन हो चुका है। इसके बाद विधायक पति अखिलेश सिंह ने स्थानीय थाना में आवेदन दिया और ठगों का पता करके कार्रवाई का आग्रह किया।

    30 हजार रुपये की एक और ठगी

    इधर, बुधवार को प्रखंड के कुंभी निवासी सुरेश सिंह के पुत्र संजीत कुमार उर्फ भोथू के साथ भी इसी प्रकार से ठगी हुई। इन्हें भी मौसेरे भाई की आवाज में कॉल आया था। उसने कहा कि मां अस्पताल में भर्ती है। 50 हजार की तत्काल आवश्यकता है। इस पर संजीत ने 30 हजार रुपये उसके स्कैनर पर भेज दिए।

    उसने कुछ घंटों में पैसा वापस करने का वादा किया था, जब काफी देर बाद रकम वापस नहीं आई तो उसने कॉल किया, तब ठग ने कहा कि उसके खाते से 50 हजार से कम रुपये ट्रांसफर नहीं होते, इसलिए 20 हजार और भेज दो। तब पूरी राशि एक बार लौटा देंगे। इस पर उसे ठगी का शक हुआ और उसने थाने में आवेदन दिया।

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