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    या देवी सर्व भूतेषू मातृ रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै-नमस्तस्यै-नमस्तस्यै नमो नम:

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 17 Oct 2020 08:06 PM (IST)

    जिलेभर में कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू - वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मां दुर्गा की

    या देवी सर्व भूतेषू मातृ रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै-नमस्तस्यै-नमस्तस्यै नमो नम:

    जिलेभर में कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू

    - वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मां दुर्गा की हुई पूजा-अर्चना

    - कोरोना गाइडलाइन के तहत निकाली गई शोभा यात्रा

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    जासं, नवादा: जिलेभर में कलश स्थापना के साथ ही शारदीय नवरात्र शुरू हो गया। नगर के कई स्थानों पर पूजा समिति व मंदिर कमेटी की ओर से कलश स्थापना की गई। वैदिक मंत्रोच्चारण कर भक्तिभाव से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की गई। साथ ही पूरे देश को कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने के लिए प्रार्थना किया गया। कलश स्थापित करने से पूर्व कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए कई स्थानों से शोभायात्रा निकाली गई। पूरी सादगी के साथ पूजा समिति के चार-पांच माथे पर कलश लेकर स्थानीय नदी व तालाब पहुंचे। जहां वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कलश में जलभरी की गई। इसके बाद वापस पूजा पंडाल व मंदिर परिसर पहुंचकर कलश की स्थापना की गई। बता दें कि सरकार की ओर से कोरोना महामारी को लेकर दुर्गा पूजा को लेकर गाइडलाइन जारी किया गया है। गाइडलाइन के हिसाब से ध्वनि विस्तारक यंत्र बजाने व भीड़-भाड़ लगाने पर पूर्ण पाबंदी लगाया गया है। पूजा पंडाल व मंदिर में चयनित लोगों को पूजा-अर्चना करने एवं शोभायात्रा व जुलूस आयोजन करने पर पाबंदी लगाया गया है। इसके कारण शोभायात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़-भाड़ नहीं दिखी। हालांकि मां दुर्गा की पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा गया। सुबह से ही लोग मिर्जापुर स्थित खुरी नदी समेत अन्य स्थानों पर कलश में जलभरी किया। लोगों ने अपने-अपने घरों पर कलश स्थापित कर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना में जुटे रहे। शनिवार को पहले दिन मां दुर्गा की पहले रूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गई। साथ ही देश को कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने के लिए आराधना किया गया।

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    वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कलश स्थापना

    संसू, पकरीबरावां : शारदीय नवरात्र को लेकर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कलश स्थापना की गई। फिर या देवी सर्व भूतेषू मातृ रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै-नमस्तस्यै-नमस्तस्यै नमो नम: आदि मंत्रों के साथ मां शैलपुत्री देवी की पूजा आरंभ हुई। पकरीबरावां प्रखंड के इलाके के सभी मंदिरों में भक्तिमय माहौल बना रहा। भक्तों ने दुर्गा सप्तशती के मंत्रों के उच्चारण कर दुर्गा मां की आराधना की। पकरीबरावां बाजार के विभिन्न पूजा पंडालों व मंदिरों समेत डुमरावां, धमौल, डोला, धेवधा, रेवार, केशौरी, बुधौली आदि जगहों पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच कलश स्थापना कर पूजन आरम्भ किया गया। सबसे पहले कन्याओं ने कलश यात्रा निकाला। विभिन्न सरोवरों से जल भर पुन: पूजा पंडाल में पहुंच कलश को स्थापित किया गया। पूजा स्थल के समीप पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। डुमरावां गांव में मूर्ति स्थापित करने के लिए आयोजित कलश यात्रा में 551 कन्याओं ने हिस्सा लिया। वैदिक मंत्रोचारण के साथ शुरू हुए इस कलश यात्रा में आमलोगों की सहभागिता भी काफी रही। कलश यात्रा में मनोज सिंह व उनकी पत्नी के अलावा 11 प्रधान कन्याएं भी शामिल हुईं। भव्य कलश यात्रा दुर्गा मंडप से निकलकर ठाकुर स्थान से शिवाला से होते हुए वागेश्वरी स्थान, महारानी स्थान के बाद मरई स्थान से गांव के परिक्रमा के उपरांत दुर्गा स्थान पहुंचा, जहां शिवालय के पास स्थित तालाब में जलाभिषेक किया गया। उसके बाद या कलश यात्रा गांव भ्रमण करते हुए पुन: दुर्गा मंडप में पहुंची। जल भराई के दौरार चक्रधर पांडेय के वैदिक मंत्रोचारण से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। कलश यात्रा को लेकर जगह-जगह पानी, शरबत व फल आदि की व्यवस्था की गई थी। प्रधान कन्याओं में छोटी कुमारी, प्रीति कुमारी, संगीता कुमारी, आरती कुमारी, कल्पना, साधना, अर्पिता कुमारी, अनिता कुमारी, सोनम कुमारी, नंदनी कुमारी, मनीषा कुमारी, बेबी कुमारी, प्रिया कुमारी, निक्की कुमारी, शोभा कुमारी व पिकी कुमारी शामिल रहीं। मौके पर विक्की कुमार, विनोद सिंह, नवीन कुमार टुन्नी, उमेश प्रसाद सिंह, सुरेंद्र कुमार, कृष्ण कांत सिंह, कालो रजक, हरिनारायण सिंह, गनौरी यादव, नन्हू यादव, सुबोध सिंह सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।

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    पूजा समिति द्वारा निकाला कलश यात्रा

    संसू, अकबरपुर : कोरोना महामारी को लेकर दुर्गा पूजा पर व्यापक असर देखने को मिला। इस बार सभी पूजा समिति अलग-अलग अपने-अपने मंडप से कलश यात्रा लेकर संगत परिसर पहुंचकर पूजा अर्चना के साथ जल भरी करने का काम किया। अलग-अलग दुर्गा मंडप से कलश यात्रा निकालकर संगत परिसर में पहुंचकर जल भरने का काम किया। कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्रा का शुभारंभ हुआ।

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    सादे समारोह में कलश स्थापना

    संसू, रोह : प्रखंड के विभिन्न पूजा पंडालों में शनिवार को कलश स्थापना के साथ नवरात्रा का शुभारंभ हुआ। नवरात्र के पहले दिन विधि विधान के साथ नदी तलाबों से कलश में जल भरकर मंदिरों में कलश स्थापना की गई। इस दौरान देवी के नौ स्वरूपों में शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की जाती है। इन नौ रूपों के दर्शनों के लिए मंदिरों में जाकर लोग प्रतिदिन पूजा करते हैं। नवरात्र की शुरुआत करते हुए प्रथम दिन मंदिरों में भगवती के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई। सरकार द्वारा जारी निर्देश के आलोक में ही पूजा की जा रही है। इस बार दुर्गा पूजा महज की रश्मअदायगी की जा रही है। थाना क्षेत्र के रोह, मड़रा, कुंज, सिउर,ओहारी, नजरडीह के मंदिरों में वैष्णवी पूजा का विधान है। वहीं सम्हड़ीगढ़ में पुरानी परंपरा के अनुसार विधिवत तरीके से निर्धारित समयानुसार बलि दिया जाता है। यहां अष्टमी तिथि को आधी रात से ही बलि देने का कार्य शुरू हो जाता हैं। इस मंदिर के समीप दूर दूर से लोग बकरे की बलि देने आते हैं। कोरोना महामारी के बीच इस वर्ष दुर्गा पूजा मनाने के लिए काफी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।

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    दुर्गा पूजा को ले श्रद्धालुओं में उत्साह:

    संसू,नारदीगंज : शक्ति की अधिष्ठात्री माता दुर्गा व माता काली की पूजा अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा गया है। कलश स्थापना के साथ पूजा अर्चना शुरू हो गया। पंचाने नदी में नारदीडीह के दर्जनों श्रद्धालुओं ने जल भराई किया। नारदीडीह निवासी सह श्रद्धालु अनुज प्रसाद सिंह,संजीव कुमार,नीतिनंदन कुमार,संगुध कुमार,राहुल कुमार,विकास कुमार समेत अन्य ग्रामीणों ने भाग लिया। इसके उपरांत कलश स्थापना कर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ माता रानी की पूजा अर्चना कर दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरू किया गया। पूजा अर्चना से आसपास का सारा वातावरण भक्तिमय होना शुरू हो गया। नमो देव्यो,महा देव्यो के उदघोष से वातावरण गूंजने लगा।मंदिरों में अंतिम रूप दिया जा रहा है। मंदिरों को भव्य व आकर्षक बनाया जा रहा है। इस अवसर पर नारदीगंज प्रखंड के विभिन्न गांवों में भी नवरात्रा को लेकर पूजा अर्चना का दौर शुरू हो गया। बस्तीबिगहा बाजार स्थित दुर्गा मंदिर,परमा,वनगंगा, मसैाढ़ा,नारदीडीह स्थित देवी मंदिर में समेत अन्य गांवों में स्थित मंदिरों में नवरात्रा को लेकर कलश स्थापना किया गया।

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    कलश स्थापना के साथ मां की आराधना शुरू

    संस, रजौली: अनुमंडल मुख्यालय स्थित आधा दर्जन से अधिक पूजा पंडालों में कलश स्थापना के साथ मां का पूजा अर्चना शुरू हो गया। इस बार काफी सादगी से कलश यात्रा निकला और नदी से जल भरकर लोग सीधे मंदिर परिसर पहुंच गए। पूजा पंडाल में बैठे भक्तों और ब्राह्मणों ने पूजा शुरुआत करते हैं माता से या आराधना किया है कि पूरी दुनियां को कोरोना से मुक्ति दिलाएं। पूजा समिति के अध्यक्षों ने कहा है कि हम लोग कोरोना जैसे वैश्विक महामारी में सरकार के दिए दिशा निर्देश के अनुसार ही पूजा-अर्चना शुरू किया है।