Gunjan Singh: चुनाव प्रचार के आखिरी दिन भावुक हुए भोजपुरी एक्टर गुंजन सिंह, हाथ जोड़ लोगों से कह दी ये बात
Nawada News नवादा में चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। सभी प्रत्याशी हाथ जोड़कर आखिरी कोशिश में लग गए हैं। इसी क्रम में भोजपुरी स्टार गुंजन सिंह ने भी चुनाव प्रचार किया है। गुंजन सिंह भोजपुरी के जाने माने सिंगर हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। गुंजन सिंह ने कहा कि प्रखंड के खैरा भवनपुर हरनाबेला शुघड़ी थाली माधोपुर में अपने पक्ष में वोट देने की अपील की।
संवाद सूत्र, गोविंदपुर (नवादा)। Bihar Politics News: नवादा में लोकसभा चुनाव का प्रचार समाप्त होने से पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी गुंजन सिंह (Gunjan Singh) ने बुधवार को गोविंदपुर इलाके में घुमकर मतदाताओं से हाथ जोड़ अपने पक्ष में वोट करने की अपील की।
गुंजन सिंह ने कहा कि प्रखंड के खैरा, भवनपुर, हरनाबेला, शुघड़ी, थाली, माधोपुर, विशनपुर से होते हुए गोविंदपुर बाज़ार में मतदाताओं से अपने पक्ष में वोट देने की अपील की। गोविंदपुर से बकसोती सड़क मार्ग में सभी गांव में जाकर घर का बेटा घर का नेता बनकर सभी मतदाताओं से अपने पक्ष में मतदान करने के लिए आशीर्वाद मांगा।
इधर, निर्दलीय प्रत्याशी जो कि स्वयं एक मगही व भोजपुरी के लोकप्रिय गायक हैं इसीलिए उन्हें देखने के लिए जगह-जगह युवाओं में उत्सुकता दिखी। अनेक युवाओं ने उनके समीप जाकर सेल्फी ली।
नवादा से ये उम्मीदवार आमने-सामने
भाजपा के प्रत्याशी विवेक ठाकुर और राजद से श्रवण कुशवाहा हैं। 'टेंपू' निर्दलीय प्रत्याशी और नवादा शहर की राजद विधायक विभा देवी के देवर विनोद यादव का चुनाव चिह्न है।
नवादा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत छह विधानसभा सीटें
इधर, निर्दलीय गुंजन सिंह भी भाजपा प्रत्याशी की ही बिरादरी के हैं। सो, दोनों ओर हिसाब-किताब लगभग है। क्षेत्र के छह विधानसभा में मतदाता नवादा लोकसभा में कुल 20 लाख 6124 मतदाता हैं, जिनमें 10 लाख 45 हजार 788 पुरुष मतदाता और 962186 महिला मतदाता है 150 थर्ड जेंडर भी हैं। नवादा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत छह विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें तीन पर राजद के विधायक हैं। एक-एक पर भाजपा, कांग्रेस और जदयू के विधायक हैं।
नवादा में 2019 में क्या रहा था इतिहास
2019 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से यह सीट लोक जनशक्ति पार्टी के खाते में थी और सूरजभान के भाई चंदन सिंह ने राजद की उम्मीदवार विभा देवी को डेढ़ लाख मतों के अंतर से हराया था। पिछले तीन बार से भाजपा या भाजपा समर्थित उम्मीदवार चुनाव जीत रहे हैं। 2009 में भोला प्रसाद चुनाव जीते थे, जबकि 2014 में गिरीराज सिंह ने यहां से बाजी मारी थी।
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