नीतीश के खास मंत्री ने की ब्राह्मणों की तारीफ, जदयू एमपी ने कहा श्रेष्ठ; संस्कृति व संस्कृत को बचाना जरूरी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में ब्राह्मणों के कार्यक्रम में शामिल हुए तीन बड़े नेता। बिहार सरकार के मंत्री ने कहा- भारतीय संस्कृति व सनातन धर्म के संरक्षक हैं ब्राह्मण। सिलाव में ब्राह्मण सेवा संघ की चतुर्थ आम सभा का आयोजन।

बिहारशरीफ, जागरण टीम। Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने गुरुवार को हुए एक कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज की जमकर तारीफ की। इस कार्यक्रम में जदयू नेता और नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार के साथ ही राजगीर के विधायक कौशल किशोर भी कार्यक्रम में शामिल थे। कौशल किशोर भी जदयू से ही संबंधित हैं।
ब्राह्मण सेवा संघ के वार्षिकोत्सव में हुए शामिल
क्रौंचद्विपीय ब्राह्मण सेवा संघ का चतुर्थ वार्षिकोत्सव गुरुवार को सिलाव प्रखंड मुख्यालय में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार व राजगीर के विधायक कौशल किशोर ने किया। नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार भी शामिल हुए। वार्षिकोत्सव में नवादा, नालंदा, गया, जहानाबाद व पटना की भागीदारी रही।
भारतीय संस्कृति के लिए पहल करें ब्राह्मण
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि ब्राह्मण समाज शुरू से समाज को दिशा और मार्गदर्शन देता रहा है। अब ब्राह्मण समाज को समाज में भारतीय संस्कृति को संरक्षित रखने के लिए चेतना जागृत करने की पहल करनी चाहिए। आज युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति की ओर प्रेरित हो रही है।
युवाओं को दें धर्म और संस्कृति का ज्ञान
श्रवण कुमार ने कहा कि भारत अनादि काल से विश्व गुरु रहा है, ऐसे में आज के युवाओं को धर्म-संस्कृति के बारे में सही ज्ञान देने की जरूरत है। राज्य सरकार ने समाज के सभी तबके के कल्याण की योजनाएं चला रखी है। सात निश्चय के जरिए गांव-शहर सभी का विकास हुआ है। घर-घर बिजली व पानी पहुंची है। बेटियां साइकिल से स्कूल जा रही हैं।
नालंदा सांसद ने ब्राह्मणों को कहा श्रेष्ठ
नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि ब्राह्मण श्रेष्ठ हैं। संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। यह विलुप्त नहीं हो सकती। सांसद ने क्रौंचद्विपीय ब्राह्मण संघ के भवन निर्माण की मांग पर कहा कि संघ जमीन उपलब्ध कराए, उस पर सांसद निधि से भव्य भवन बनवा देंगे।
भाजपा से अलग होने के बाद साधना जरूरी
दरअसल, बिहार में ब्राह्मणों को लेकर राय है कि वे पहले कांग्रेस और अब बीजेपी के साथ हैं। ब्राह्मणों के वोट का बड़ा हिस्सा इन्हीं दोनों दलों को मिलता है। क्षेत्रीय समीकरणों और अपनी जाति के उम्मीदवार के लिए कहीं-कहीं दूसरे दलों के साथ भी यह वोट चला जाता है। हाल में जदयू, भाजपा से अलग हो गया। ऐसे में जदयू को ब्राह्मण मतों को जोड़ना जरूरी है।
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