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    नालंदा में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन 17 से, आ रहे हैं 'डोनाल्ड ट्रंप'

    By Ravi RanjanEdited By:
    Updated: Wed, 15 Mar 2017 09:48 PM (IST)

    17 मार्च से नालंदा में शुरू हो रहे तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन में विभिन्न देशों से लोग आ रहे हैं। सम्मेलन का उद्घाटन बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा करेंगे।

    नालंदा में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन 17 से, आ रहे हैं 'डोनाल्ड ट्रंप'

    नालंदा [जेएनएन]। 17 मार्च से शुरू होने वाला तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन यादगार होगा। इसका उद्घाटन बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा करेंगे।सम्मेलन में इंग्लैंड के डरहम विश्वविद्यालय के डोनाल्ड ट्रंप भी आ रहे हैं। 

    इस सम्मेलन का समापन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी करेंगे। सम्मेलन में हावर्ड, कोलंबिया, साउथ कैलिफोर्निया, युगांडा बुद्धिस्ट सेंटर, हांगकांग समेत कई विश्वविद्यालयों के विद्वान शामिल होंगे। कार्यक्रम के अंतिम दिन राज्यपाल रामनाथ कोविंद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय कला संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) महेश शर्मा एवं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू भी मौजूद रहेंगे।   

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    कई देशों के बौद्ध विद्वान होंगे शामिल
    सम्मेलन में सिंगापुर, श्रीलंका, ताइवान, रूस, पोलैंड, नार्वे, नेपाल, म्यांमार, मंगोलिया, कंबोडिया, मलेशिया, कजाकिस्तान, इटली, इंडोनेशिया, हांगकांग, जर्मनी, चेक रिपब्लिक, चीन, बांग्लादेश सहित 35 देशों के बौद्ध विद्वान शामिल होंगे। इनके अलावा बौद्ध भिक्षु करमापा लामा, हॉलीवुड स्टार रिचर्ड गेरे, बुद्धिस्ट राइटर राबर्ट थ्रूमन, इंग्लैंड के डरहम विश्वविद्यालय के राबर्ट, कनिंघम, डोनाल्ड ट्रंप, युगांडा बुद्धिस्ट सेंटर के भंते धर्मरक्षित, फोग क्वांग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर छंग वेई ई, वियतनाम विश्वविद्यालय के वाइस रेक्टर न्हात तू शामिल होंगे। 

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    भारत में पहली बार हो रही यह कांफ्रेंस
    कुलपति ने बताया कि पहली बार भारत में इतने बड़े बुद्धिस्ट कांफ्रेंस का आयोजन नवनालंदा महाविहार कर रहा है। तीन दिवसीय सम्मेलन में बुद्धिस्ट विद्वानों के अलावा बौद्धिक समागम भी होगा। इससे महाविहार के छात्रों को लाभ होगा। इस सम्मेलन को सफल बनाने में भारत सरकार पूरी संजीदगी से काम कर रही है। उन्होंने बताया कि 60 साल बाद नव नालंदा महाविहार द्वारा बौद्ध ग्रंथ त्रिपिटक का पुनर्मुद्रण किया गया है। इसकी दुनिया में बहुत मांग है। ग्रंथ का विमोचन बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा 17 मार्च को करेंगे। दुनिया की पहली बुद्धिस्ट साइंस फैकल्टी नव नालंदा महाविहार में स्थापित होगी। इसका उद्घाटन भी धर्म गुरु दलाई लामा करेंगे। कुलपति श्रीवास्तव ने बताया कि दलाई लामा 1959 ई. में चीन से ह्वेनसांग का अस्थि कलश लेकर महाविहार आए थे। पुन: वे इसी महाविहार से अस्थिकलश लेकर ह्वेनसांग मेमोरियल हाल जाएंगे।

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