Biharsharif Vidhan Sabha Seat 2025: बिहारशरीफ में सड़क संपर्क शानदार, हेल्थ सर्विस और शहरी सुविधाओं में कमी
Biharsharif Vidhan Sabha Seat 2025 बिहारशरीफ विधानसभा क्षेत्र के नगर निगम की श्रेणी में आने और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के बावजूद बिहारशरीफ का नगरीय क्षेत्र किसी उन्नत शहर का अहसास नहीं करा पाता। जलजमाव की समस्या परेशान करती है। हर बरसात में कई मोहल्ले के लोग कीचड़ व फिसलन पार करके ही मुख्य सड़क तक पहुंच पाते हैं।

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ। Bihar Assembly Eelction 2025: सूफी-संतों की धरती और प्राचीन उदंतपुरी विश्वविद्यालय की नगरी बिहारशरीफ, नालंदा जिले का मुख्यालय होने के साथ-साथ राजनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम है।
वर्तमान में यह विधानसभा क्षेत्र भाजपा विधायक डा. सुनील कुमार का गढ़ है, जो हाल ही में राज्य सरकार में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री बनाए गए हैं। वे लगातार चार बार से विधायक चुने जा रहे हैं।
उन्होंने 2005 में जदयू के टिकट पर राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी और राजद नेता सैयद नौशादुन्नबी उर्फ पप्पू खान को हराकर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे। 2013 में वे भाजपा में शामिल हो गए और 2015 व 2020 में इसी पार्टी से पुनः निर्वाचित हुए।
जनसुविधाओं के दृष्टिकोण से देखें तो बिहारशरीफ विधानसभा क्षेत्र का सड़क संपर्क शानदार है।राजधानी पटना तक पहुंचने के कई मार्ग उपलब्ध हैं।
बख्तियारपुर-रांची फोर लेन बनने से समय काफी कम लगता है। बिजली की उपलब्धता हर गांव तक है। फिर भी नगर निगम की श्रेणी में आने और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के बावजूद बिहारशरीफ का नगरीय क्षेत्र किसी उन्नत शहर का अहसास नहीं करा पाता।
जलजमाव की समस्या परेशान करती है। हर बरसात में कई मोहल्ले के लोग कीचड़ व फिसलन पार करके ही मुख्य सड़क तक पहुंच पाते हैं।
नालों से निकलने वाली बदबू अलग परेशानी है। भरावपर ओवरब्रिज वर्षों से अधूरा पड़ा है, जिससे यातायात प्रभावित होता है। शहर में जाम और पार्किंग को लेकर प्लानिंग का अभाव है।
बिहारशरीफ के आसपास सेटेलाइट सिटी निर्माण की घोषणा पर अबतक पहल होती नहीं दिख रही है। सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं और विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी अब भी गंभीर मरीजों को रेफर होने को विवश करती है।
एक नजर में बिहारशरीफ विस क्षेत्र
पुरुष मतदाता | 2,02,243 |
महिला मतदाता | 1,86,104 |
थर्ड जेंडर | 22 |
कुल मतदाता | 3,88,369 |
विधायक के कार्य और दावे
डा. सुनील कुमार पर क्षेत्र में कम उपस्थिति और कट्टर हिंदुत्ववादी राजनीति करने के आरोप लगते रहे हैं। हालांकि वह इन आरोपों को खारिज करते हैं, कहा कि हमने हमेशा सबका साथ, सबका विकास की भावना से काम किया है।
जनता ने मुझे लगातार चौथी बार विधायक बनाकर जो विश्वास जताया है, वह मेरी निरपेक्ष कार्यशैली का प्रमाण है।
मुख्य कार्य
- 2.68 करोड़ की लागत से हिरण्य पर्वत का उन्नयन
- 30 सामुदायिक भवनों का निर्माण
- पंचाने नदी पर इंद्रधनुषी पुल योजना
- एतवारी बाजार से रहुई रोड का विकास
- भरावपर फ्लाइओवर का कार्य अंतिम चरण में
- बड़ी पहाड़ी स्थित पार्क और बिहार क्लब का सुंदरीकरण
- स्मार्ट सिटी परियोजना में बिहारशरीफ का चयन
कहते हैं लोग
मंत्री डा. सुनील कुमार ने अपने कार्यकाल में बड़ी पहाड़ी हिरण्य पर्वत के सुंदरीकरण की योजना की स्वीकृति दिलाई। बिहारशरीफ को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला। बिजली और पानी की सुविधा मिली। बिहारशरीफ में सड़कें ठीक हुईं। - धनंजय सिंह, युवा किसान, पटेल नगर, बिहारशरीफ
मंत्री डा. सुनील कुमार ने बिहारशरीफ की स्थिति ठीक नहीं कराई। कहने को स्मार्ट सिटी है, लेकिन कार्य के बेतरतीब तरीके ने शहर को अस्तव्यस्त कर रखा है। शहर में धूल इतनी उड़ती है कि बीमारियां बढ़ रही है। बरसात में कीचड़ से परेशानी है। - मोहम्मद तबरेज आलम, बिहारशरीफ
डा. सुनील जुझारू नेता हैं। शहर के विकास में उनका अहम योगदान है। उन्होंने कभी भी भेदभाव नहीं किया। उनसे अपेक्षा है कि शहर के अंबेर पार्क स्वामी विवेकानंद के नाम से हो, जहां उनकी मूर्ति स्थापित हो। - प्रिंस पटेल, बिहारशरीफ
डा. सुनील की देन है कि आज हर जगह की सड़कें चकाचक हैं। उन्होंने गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं किया। - विकास कुमार सिन्हा, महलपर
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