मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ लेने के लिए अपडेट आधार कार्ड जरूरी, इसका स्टेटस जरूर चेक कराएं
मुजफ्फरपुर में कन्या उत्थान योजना के आवेदन से पहले आधार कार्ड की गलतियां ठीक कराने के लिए आधार केंद्रों पर भारी भीड़ है। पुरानी बाजार स्थित केंद्र पर सुबह से शाम तक लंबी कतारें लग रही हैं। छात्राओं और महिलाओं की संख्या अधिक है जो अपने आधार कार्ड में सुधार करा रही हैं ताकि आवेदन रद्द न हों।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Mukhyamantri Kanya Utthan Yojana: मुख्यमंत्री कन्या उत्थान के लिए आवेदन करने से पूर्व आधार कार्ड में गड़बड़ी को दूर करने के लिए आधार केंद्रों पर भीड़ उमड़ रही है। पुरानी बाजार स्थित आधार सेवा केंद्र पर सुबह से ही लंबी कतार लग रही है।
केंद्र खुलने से पहले ही लोग कतार में खड़े हो रहे हैं। लोगों की यह भीड़ देर शाम तक देखी जा रही है। भीड़ को नियंत्रित करने एवं लोगों की सुविधा को लेकर सेवा केंद्र के आपरेशन मैनेजर विजय कुमार गुप्ता एवं अन्य कर्मी पसीने बहा रहे हैं।
आधार कार्ड बनाने की प्रकिया में नियमों का पालन किया जा रहा है। सरकार द्वारा तय राशि ली जा रही है। वहीं ऐसी व्यवस्था की गई है कि लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं हो। ग्राउंड फ्लोर से ही लोगों की लंबी कतार लग रही है। इनमें अधिकतर आधार अपडेट कराने एवं उसमें गड़बड़ी को दूर कराने पहुंच रहे हैं।
यहां पहुंचने वालों में अधिकतर छात्राएं एवं महिलाएं है। जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से लोगों की भीड़ काफी बढ़ गई है। इसकी वजह कन्या उत्थान को लेकर होने वाले आवेदन को माना जा रहा है।
आवेदन में आधार कार्ड में गड़बड़ी से आवेदन रद होने से बचने के लिए छात्राएं इसे दुरुस्त करा रही है। आधार कार्ड अपडेट कराने पहुंची सोनी कुमारी ने कहा कि भीड़ काफी है मगर यहां की सिस्टम की वजह से परेशानी नहीं हो रही है।
विश्वविद्यालय में समस्या समाधान नहीं होनें पर हंगामा
मुजफ्फरपुर : मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के आवेदन में अंकपत्र की स्कैन कापी अपलोड करनी है, इसको लेकर हजारों छात्राएं परेशान है। मंगलवार को भी पूरे दिन डीएसडब्ल्यू कार्यालय से लेकर परीक्षा विभाग तक भीड़ लगी रही। समस्या समाधान नहीं होने पर छात्राओं ने हंगामा किया। बड़ी संख्या में छात्रा या अभिभावक केवल यह जानने के लिए चक्कर लगा रहे थे कि उनका नाम पोर्टल पर है या नहीं।
कोई भी जानकारी नहीं देने का आरोप
छात्राओं का कहना था कि कोई जानकारी देने वाला भी नहीं है। डीएसडब्ल्यू कार्यालय में आडिटोरियम की तरफ के खिड़की पर काउंटर बना है। जहां डाक्यूमेंट जमा किया जा रहा है। इस काउंटर पर भी धक्का-मुक्की होती रही। विभाग ने आवेदन के लिए पांच सितंबर तक पोर्टल खोला है।
छात्राओं ने बताया कि पिछली बार पोर्टल खुला तो कालेज में डाक्यूमेंट जमा किया गया था। डाक्यूमेंट जमा करने के बावजूद नाम नहीं जुड़ा है। कालेज और विश्वविद्यालय की ओर से सहीं जानकारी देने वाला कोई नहीं है।
छात्राओं के साथ होती रही धक्का-मुक्की
दूसरी तरफ परीक्षा विभाग में अंकपत्र के लिए छात्राओं के साथ धक्कामुक्की होती रही। वैसे छात्रा का रिजल्ट पिछले सत्रों में पेंडिंग था, उनका सुधार के बाद भी कालेज को अंक पत्र नहीं भेजा गया है। अपनी समस्या दूर कराने को लेकर अब छात्राएं विश्वविद्यालय पहुंच रही है।
दूसरी ओर बताया जा रहा है कि पिछले चार सत्रों के 20 हजार से अधिक छात्राओं का अंकपत्र कालेजों में नहीं भेजा गया है। छात्राओं ने विवि प्रशासन पर आरोप लगाया कि जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है।
जिन छात्राओं का आवेदन मिल रहा है, उनका अंकपत्र तैयार किया जा रहा है। पिछले तीन-चार दिनों में करीब पांच हजार छात्राओं का अंकपत्र कालेजों को भेजा गया गया है।
डा.रामकुमार, परीक्षा नियंत्रक
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