ट्रेन के जनरल टिकट से टेंपरिंग: मुजफ्फरपुर में रैकेट का भंडाफोड़, बड़े-बड़े शहरों तक फैला था जाल, 4 ठग गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर से दिल्ली तक ट्रेनों के जनरल टिकट में टेंपरिंग कर बेचने वाले एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। रेलवे सुरक्षा बल ने मुजफ्फरपुर जंक्शन और पटना के एक होटल में छापेमारी कर मास्टरमाइंड सहित चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनसे हुई पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। यह रैकेट कई बड़े शहरों तक फैला हुआ था।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। टेंपरिंग कर ट्रेनों के जनरल टिकट भोले-भाले यात्रियों को बेचकर उन्हें ठगी का शिकार करने एक बड़े रैकेट का रेलवे सुरक्षाबल ने सोमवार को भंडाफोड़ किया है।
मुजफ्फरपुर आरपीएफ ने मुजफ्फरपुर जंक्शन और पटना के एक होटल में छापेमारी कर माइस्टरमांइड सहित चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में मास्टरमांइट सरगना से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। दिल्ली के अलावा, बेंगलुरु, अहमदाबाद, मुगलसराय, एरनाकुर्लम, कोयंबटूर, वियजवाड़ा, पूर्व मध्य रेल के मुजफ्फरपुर, दरभंगा, जयनगर, पटना, समस्तीपुर आदि स्टेशनों पर इसका जाल फैला हुआ है।
जाली टिकट पर कर रहे थे यात्रा
- बताया कि जालसाजी कर यात्री का असली टिकट से बदलकर टेंपरिंग जनरल टिकट थमा दे रहा था। यात्री टेंपरिंग को ही असली समझ कर उस पर यात्रा करते थे।
- ट्रेन में सफर के दौरान अगर पड़ा गया तो चेकिंग स्टाफ द्वारा फाइन लिया जाता था, नहीं पकड़ाया तो जाली टिकट पर ही गंतव्य तक यात्रा कर ले रहे थे।
- बदमाश असली टिकट को यूटीएस टिकट काउंटर से टिकट बदलकर वापस कर काली कमाई कर रहे थे। उसके पास से डेढ़ सौ से अधिक मुहर और 50 से अधिक जनरल टिकट बरामद किए गए हैं।
- पकड़े गए चारों बदमाश मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले के रहने वाला हैं। इसमें उमेश सहनी, मुजफ्फरपुर पारू थाना क्षेत्र के गोकुला गांव का निवासी बताया गया है।
- दशरथ सहनी एवं संतोष साह सरैया थाना क्षेत्र के अजीतपुर का और बिगु राम वैशाली जिले के बेलवर गांव का रहने वाला है।
टेंपरिंग टिकट, रबड़ स्टांप के साथ पकड़े गए चार बदमाशों के साथ आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार एवं अन्य सहयोगी।
मुजफ्फरपुर जंक्शन पर बनाया ठगी का शिकार
आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार ने बताया कि पूर्वी चंपारण के गड़हिया थाना क्षेत्र के तेतरिया कोठियां गांव निवासी शिवपूजन राम समेत उनके साथ अनिल कुमार को मुजफ्फरपुर जंक्शन पर ठगी का शिकार बनाया। यात्री ने जब टिकट की जांच तो पता चला कि वह सही नहीं है।
वे मजदूरी का काम करते हैं और मुजफ्फरपुर से बेंगलुरु का टिकट लिए थे। उसने बताया कि सभी चारों जालसाज मुजफ्फरपुर जंक्शन के अनारक्षित टिकट काउंटर के पास मौजूद थे। यात्री ने बताया कि वे पूर्वी चंपारण से सुबह करीब साढ़ चार बजे जंक्शन पहुंचे।
ट्रेन की टिकट में टेंपरिंग करने वाला शातिर ठग।
सुबह साढ़े पांच बजे की मुजफ्फरपुर से बेंगलुरु ट्रेन का टिकट लिया। यूटीएस के पास जहां टिकट कटता है वहीं बदमाश खड़े थे। टिकट देखने के बहाने असली टिकट को टेंपरिंग वाले से बदल लिया।
इसकी जानकारी मिलने पर टीटीई के साथ आरपीएफ ने भी पड़ताल की। उसके बाद मामला पकड़ में आ गया। पूछताछ से पता चलने पर पटना जंक्शन के सामने एक होटल में छापेमारी की। जहां से टिकट और रबड़ स्टांप का जखीरा निकला।
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