SNCU में मरीज को बिना देखे डाक्टर ने कर दिया रेफर, Muzaffarpur Sadar Hospital की बदहाल व्यवस्था का पर्दाफाश
सिविल सर्जन और अस्पताल अधीक्षक ने जांच के दौरान यह पाया कि सदर अस्पताल के एसएनसीयू में चिकित्सक डा. एमएन कमाल थे। उन्होंने मरीज को बिना देखे ही रेफर कर दिया। इस दौरान तीन बच्चे थे। इसके बाद इसे चिकित्सक की लापरवाही माना गया। उनसे स्पष्टीकरण पूछा गया है। कहा कि अगर संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो चिकित्सक पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur Sadar Hospital: सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में तैनात चिकित्सक डा. एमएन कमाल ने बिना मरीज को देखे रेफर कर दिया। यह लापरवाही सिविल सर्जन और अस्पताल अधीक्षक ने पकड़ी।
उन्होंने विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएनसीयू) का जब निरीक्षण किया और रजिस्टर देखा तो पाया कि डा. कमाल की ड्यूटी रात की पाली में लगी थी। इस दौरान आठ से नौ बजे के बीच तीन बीमार बच्चों को लेकर उनके स्वजन पहुंचे, लेकिन चिकित्सक ने बिना उसे देखे ही एसकेएमसीएच रेफर कर दिया। रजिस्टर में बीमारी का और न रेफर करने का कारण लिखा।
सिविल सर्जन डा. अजय कुमार सिंह और अस्पताल अधीक्षक डा. बीएस झा ने इसे चिकित्सक की लापरवाही माना। अस्पताल अधीक्षक ने उनसे स्पष्टीकरण पूछा है। उन्होंने कहा कि अगर संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो चिकित्सक पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
डा. झा ने बताया कि प्रारंभिक रूप से छानबीन में पता लगा कि तीनों बच्चे गंभीर बीमारी से पीड़ित नहीं थे। इसके बाद भी बिना इलाज के रेफर कर देना यह लापरवाही को दर्शाता है। चिकित्सक क्या जवाब देते हैं, इसका इंतजार किया जाता है।
इसके बाद ही पता लगेगा कि बच्चों को कितनी गंभीर बीमारी थी कि उसे रेफर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मरीजों को रेफर करने की प्रक्रिया तय नियमों के तहत ही होनी चाहिए। यहां पर समुचित इलाज की व्यवस्था है तो सामान्य बीमारी का इलाज होना चाहिए।
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