नई लड़कियों से शादी कर बेचने का धंधा उजागर, पूर्वी चंपारण में अजीबाे गरीब मामला
East Champaran Crime पूर्वी चंपारण में एक अजीबो-गरीब मामले का पर्दाफाश हुआ है। ऑर्केस्ट्रा में कुछ लड़कियों को जबरन नचाने व गलत काम करने की सूचना पर कार्रवाई हुई है। मुजफ्फरपुर पश्चिम बंगाल व झारखंड की लड़कियों को मुक्त कराया गया।
चिरैया (पूचं), जासं। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में एक ऐसा शातिर अपराधी का पर्दाफाश हुआ है, जिसकी कहानी सुनकर दंग रह जाएंगे। चिरैया में एक शख्त ने जरूरतमंद दो लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाया। फिर उन दोनों से शादी की। उसके बाद ऑर्केस्ट्रा चलाने वालों के हाथों बेचकर फरार हो गया। पीड़िता ने बताया कि भोली भाली लड़कियों को हर बार वह स्वयं को कुंवारा बताकर फंसाता था। फिर गलत काम करने के लिए दबाव बनाता था। आरोप है कि काफी पहले से वह इसी धंधे में लिप्त है।
अवैध काम करने का दबाव
झूठे प्यार के जाल में फंसा कर युवतियों को परिवार व समाज से अलग-थलग करके इस बात का फायदा उठा कर उससे अवैध काम कराने के लिए सस्ते दामों बेच देता था। इच्छा के विपरीत मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त कर नाबालिग लड़कियों से ऑर्केस्ट्रा में डांस करवाने की सूचना पर मिशन मुक्ति फाउंडेशन के साथ स्थानीय पुलिस ने छापेमारी कर चार लड़कियों को मुक्त कराया है। इसमें पश्चिम बंगाल, झारखंड व मुजफ्फरपुर की लड़कियां शामिल हैं। मुक्त कराई गई लड़कियों को बाल सुधार गृह मोतिहारी भेजा गया है। वहीं तीन ऑर्केस्ट्रा संचालकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जिन संचालकों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है उनमें चिरैया के मोहम्मद लालबाबू, अहिरौलिया के लवकुश यादव व मुजफ्फरपुर का तनवीर खान शामिल हैं। छापेमारी के दौरान तीनों पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहे।
लड़कियों को काम दिलाने के नाम पर खेल
ढाका पुलिस इंस्पेक्टर जयप्रकाश सिंह व मिशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर वीरेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि पश्चिम बंगाल की लड़की को उसकी मुंहबोली बहन ने काम दिलाने के नाम पर यहां लाकर 50 हजार रुपये में बेच दिया था। यहां उसकी इच्छा के विरुद्ध डांस करवाया जाता था तथा शारीरिक शोषण किया जाता था। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की जाती थी। वहीं मुक्त कराई गई मुजफ्फरपुर की लड़की ने टीम को बताया कि तीन माह पूर्व तनवीर ने उसे प्रेम जाल में फंसाकर निकाह कर लिया। फिर चिरैया लाकर उसे महज 20 हजार रुपये में लवकुश यादव के हाथों बेच दिया गया। इसी तरह झारखंड की लड़कियों के साथ भी हुआ है। छापेमारी टीम में पुलिस इंस्पेक्टर जयप्रकाश सिंह, चिरैया थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, शिकारगंज थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार, मिशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर वीरेन्द्र कुमार सिंह, दिलीप कुमार, चाइल्ड लाइन मोतिहारी की मधु सिंह व रेस्क्यू फाउंडेशन के अक्षय पाण्डेय सहित भारी संख्या में पुरुष व महिला पुलिसकर्मी मौजूद थी।
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