प्रेमजाल में फंसाकर सातवीं की छात्रा को भगाने वाला रक्सौल से गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर से छह दिन पहले लापता हुई सातवीं कक्षा की छात्रा नेपाल सीमा से सटे रक्सौल से मिली है। पुलिस ने 47 वर्षीय आरोपी वीरेंद्र कुमार सिंह को गिरफ्त ...और पढ़ें

47 वर्ष के आरोपित ने छह दिन पूर्व सातवीं कक्षा की छात्रा को था भगाया। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Minor girl missing case Bihar: नगर थाना क्षेत्र से छह दिन पहले लापता हुई सातवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा को पुलिस ने नेपाल सीमा से सटे रक्सौल इलाके से बरामद कर लिया है।
इस मामले में 47 वर्षीय आरोपित वीरेंद्र कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। छात्रा को सुरक्षित अभिरक्षा में रखा गया है और शुक्रवार को कोर्ट में उसका बयान दर्ज कराया जाएगा।
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपित पिछले तीन वर्षों से छात्रा के संपर्क में था और उसे बहला-फुसलाकर घर से भगा ले गया। घटना 18 दिसंबर की है, जब छात्रा सुबह स्कूल जाने के लिए निकली थी, लेकिन शाम तक घर नहीं लौटी।
परिजनों की तलाश के बावजूद कोई सुराग नहीं मिलने पर अगले दिन पिता ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी में इमामगंज निवासी वीरेंद्र कुमार सिंह, उसके भाई और एक महिला को नामजद किया गया था।
नगर थानाध्यक्ष कमलेश कुमार ने बताया कि तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर छात्रा की लोकेशन रक्सौल क्षेत्र में मिली। इसके बाद विशेष टीम को भेजकर छापेमारी की गई, जहां से छात्रा को बरामद कर आरोपित को दबोच लिया गया।पूछताछ के दौरान आरोपित ने छात्रा से शादी करने की बात कही है, हालांकि छात्रा नाबालिग होने के कारण इस दावे को पुलिस गंभीरता से परख रही है।
मानव तस्करी के एंगल से भी जांच
नेपाल सीमा के पास छात्रा के मिलने से पुलिस ने मानव तस्करी की आशंका को भी जांच के दायरे में लिया है। अधिकारियों का कहना है कि उम्र में भारी अंतर और सीमावर्ती क्षेत्र में बरामदगी को देखते हुए सिर्फ प्रेम संबंध का दावा संदेह के घेरे में है। इस बिंदु पर दोनों से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है।
सीमावर्ती इलाकों में बढ़ी चिंता
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हाल के महीनों में भारत-नेपाल सीमा से सटे इलाकों से बड़ी संख्या में लड़कियों के लापता होने के मामले सामने आए हैं। इनमें से कई प्रकरण मानवाधिकार आयोग और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुके हैं।
मानव तस्करी, नशीले पदार्थों की ढुलाई और अन्य आपराधिक गतिविधियों में लड़कियों के इस्तेमाल की आशंका को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। फिलहाल, पुलिस छात्रा के बयान और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी है।

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