मुजफ्फरपुर में रोक के बाद भी बिक रही सिंगल यूज प्लास्टिक; नाले हो रहे जाम, स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुरा असर
मुजफ्फरपुर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक के बावजूद इसका धड़ल्ले से विक्रय हो रहा है। जिसके कारण नालियां जाम हो रही हैं और लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। शहर के नालों की उड़ाही के दौरान बड़े पैमाने पर प्लास्टिक व थर्मोकोल निर्मित सामग्री निकल रही है। उड़ाही के सप्ताह दो सप्ताह बाद नाले फिर से प्लास्टिक कचरे से जाम हो जाते हैं और बहाव बाधित हो जाता है।
नाले का गंदा पानी सड़क पर बहने लगता है, लोगों को नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ता है। यह हाल तब है जब सरकार का सिंगल यूज प्लास्टिक व थर्मोकोल खरीद-बिक्री एवं उपयोग पर प्रतिबंध है।
डॉ. दीपक कुमार बताते हैं कि प्रतिबंध के तीन साल बाद भी सिंगल यूज प्लास्टिक खुलेआम बिक रही है। शादी-ब्याह के भोज से लेकर होटल-रेस्त्रां, फुटपाथी दुकानों में प्रतिबंधित प्लास्टिक व थर्मोकोल से बने सामान का उपयोग हो रहा है। इसे रोकने की जिन लोगों पर जिम्मेदारी है वे उदासीन बने हैं। कहा कि यदि मुजफ्फरपुर को चमकाना है तो सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगे प्रतिबंध को सख्ती से लागू करना होगा।
पहली जुलाई 2022 को सिंगल यूज प्लास्टिक की खरीद-बिक्री व उपयोग पर लगा था प्रतिबंध
पहली जुलाई 2022 को सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक व थर्मोकोल निर्मित सामान की खरीद-बिक्री व उपयोग पर प्रतिबंध लगाया था। इसका उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई का जिम्मा नगर निगम, जिला व पुलिस प्रशासन को दिया गया था, लेकिन जिनको यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी वे उदासीन हैं।
प्रतिबंध लागू होने के बाद नगर निगम ने नगर प्रबंधक के नेतृत्व में सिटी स्क्वाड टीम गठित की थी। दो माह तक टीम ने अभियान चलाकर तीन लाख रुपये जुर्माना के रूप में वसूल किए और 50 किग्रा प्लास्टिक सामग्री जब्त की, लेकिन कभी टीम कार्रवाई करते नजर नहीं आई। अब वह सिर्फ कागज पर है।
वहीं, जिला व पुलिस प्रशासन की बात है तो तीन साल में एक बार तीन अगस्त 2022 को दो दर्जन टीमें बनाकर एकसाथ पूरे शहर में छापेमारी की गई है, लेकिन वह भी मात्र खानापूरी साबित हुई।
इसके बाद जिला व पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। निगम के अभियान की बात करें तो उसने भी सिर्फ छोटे-मोटे दुकानों पर छापेमारी कर सिंगल यूज प्लास्टिक का सामान जब्त किया। होटल, रेस्त्रां व विवाह भवनों में समारोहों को नजरअंदाज किया।
यह कैसा प्रतिबंध, खुले आम बिक रहा सबकुछ
भगवानपुर निवासी आलोक कुमार ने कहा यह कैसा प्रतिबंध, सबकुछ खुलेआम बिक रहा। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है। इस पर जिन कारणों से प्रतिबंध लगाया गया था, वह अभी बरकरार है। यदि मुजफ्फरपुर को सही मायने में चमकाना है तो इस प्रतिबंध का सख्ती से अनुपालन कराना होगा।
शादी-विवाह व अन्य उत्सवों में इनसे बने चम्मच से लेकर प्लेट तक का खुलकर उपयोग हो रहा है। होटल-रेस्त्रां से लेकर फुटपाथी दुकानों में इनका जमकर इस्तेमाल हो रहा है। सब्जी से लेकर राशन दुकानदार तक इसकी बिक्री कर रहे हैं, लेकिन न उनको कोई रोकने वाला है और न टोकने वाला। इससे नालों का बहाव बाधित हो रहा है और पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है।

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