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दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिए सिंहवाहिनी का चयन Sitamarhi News

दिल्ली में होने वाले समारोह में सम्मानित की जाएंगी सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया रितू जायसवाल। बिहार की दो अन्य पंचायतें जहानाबाद की धरनई व नालंदा की दामोदरपुर बलधा भी चयनित।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 07:40 AM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 07:40 AM (IST)
दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिए सिंहवाहिनी का चयन Sitamarhi News
दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिए सिंहवाहिनी का चयन Sitamarhi News

सीतामढ़ी, जेएनएन। सोनबरसा प्रखंड की सिंहवाहिनी पंचायत को भारत सरकार के पंचायती राज विभाग ने वर्ष 2019 के 'दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार' के लिए चुना है। बिहार की दो अन्य पंचायतें भी इस पुरस्कार के लिए चुनी गई हैं। इसमें जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखंड की धरनई व नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड की दामोदरपुर बलधा पंचायत शामिल हैं। पंचायती राज विभाग के संयुक्त सचिव डॉ. संजीव पटजोशी ने इस बाबत मुख्य सचिव को पत्र भेजा है। ज्ञात हो कि हाल ही में सिंहवाहिनी की मुखिया रितु जायसवाल को अंतरराष्ट्रीय सम्मान 'फ्लेम लीडरशिप अवार्ड 2019' से सम्मानित किया गया था।

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पंचायत में चलाए जा रहे कार्य बने आधार

सिंहवाहिनी को वहां की चर्चित मुखिया रितु जायसवाल के कुशल नेतृत्व के चलते थीमेटिक कैटेगरी में 'कम्युनिटी बेस्ड आर्गेनाइजेशन/इंडिविजुअल्स टेङ्क्षकग वॉलंटेरी एक्शन' को ध्यान में रखते इस राष्ट्रीय सम्मान के लिए चुना गया है। सिंहवाहिनी ने सरकारी योजनाओं से अलग आपसी तालमेल और संघर्ष से कई कीर्तिमान रचे हैं। खुले में शौच मुक्त अभियान को लेकर जागरूकता, बॉयो गैस प्लांट निर्माण, बाढ़ में युवाओं की टीम द्वारा मुखिया के नेतृत्व में की गई सेवा, बाल विवाह रोकने के लिए सिलाई सेंटर की स्थापना, सैनिटरी पैड बैंक की स्थापना, घरेलू हिंसा रोकने के लिए ग्रामीण स्तर पर कमेटी, विधवाओं को उनका अधिकार दिलाने, आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों के लिए आउट ऑफ स्कूल सपोर्ट क्लास चलाने, सामूहिक प्रयास से अतिक्रमण मुक्त कराकर मुख्य सड़क का निर्माण कराने और मिथिला की परंपरा बनाए रखने की दिशा में कार्य करने आदि के लिए पंचायत का चयन किया गया है।

तीन स्तरों पर कार्यों की समीक्षा

इस पुरस्कार के लिए पंचायत में कराए गए कार्यों की समीक्षा तीन स्तरों पर हुई थी। पहले प्रखंड स्तरीय कमेटी, फिर जिला स्तरीय और बाद में राज्य स्तरीय कमेटी ने जांच की थी। राज्य सरकार ने बिहार से कुछ पंचायतों का चयन कर केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी थी। केंद्रीय कमेटी ने अंतिम रूप से बिहार की तीन पंचायतों का चयन किया।

मुखिया ने जताई प्रसन्नता

मुखिया रितु जायसवाल ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान सिंहवाहिनी की आम जनता को समर्पित करती हूं, जिन्होंने सत्य और न्याय की लड़ाई में हमेशा साथ दिया।

बताते चलेंं कि भारत सरकार का पंचायती राज मंत्रालय प्रत्येक वर्ष 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस पर दिल्ली में भव्य समारोह का आयोजन करता है। इसमें प्रधानमंत्री खुद चयनित मुखिया को सम्मानित करते हैं। इस साल आम चुनाव के कारण इसकी घोषणा देरी से हुई है। 


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