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    Sahebganj vidhan sabha Seat 2025 : पुल-पुलिया का निर्माण, बाढ़ से निजात के नहीं कारगर उपाय

    Updated: Sat, 09 Aug 2025 03:54 PM (IST)

    Sahebganj Assembly Seat 2025 हाल में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में डा. राजू कुमार सिंह पर्यटन मंत्री बने। इसके बाद से जनता की अपेक्षा बढ़ी है। यहां सभी अधूरे काम पूरे होने की सभी को उम्मीद है। हालांकि चुनाव के समय किए गए बहुत से वादे अभी पूरे नहीं हुए। दियारा होने के कारण उस तरह विकास कार्य नहीं हुआ है।

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    डा. राजू कुमार सिंह, पर्यटन मंत्री, बिहार सरकार और साहेबगंज का जर्जर महिला अस्पताल।

     प्रेम शंकर मिश्रा, मुजफ्फरपुर। Bihar Vidhan sabha Chunav 2025 / Sahebganj vidhan sabha Seat 2025 / Sahebganj Assembly Seat 2025: दियारा क्षेत्र होने के कारण विकास से पिछड़ा रहा साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र जिले के दो प्रखंडों में आता है। साहेबगंज नगर परिषद के अलावा यहां की सभी पंचायत और पारू की 20 पंचायतों को मिलाकर बना यह विधानसभा क्षेत्र पिछले चुनाव में खास चर्चा में रहा।

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    वीआइपी के टिकट से जीते डा. राजू कुमार सिंह पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो गए। हाल में हुए राज्य मंत्रिमंडल विस्तार में पर्यटन मंत्री बने। मंत्री बनने से जनता की अपेक्षा बढ़ गई है। क्षेत्र में समस्याओं की भरमार है। चुनाव के समय निदान और विकास की बातें कही गई थीं।

    इनमें से अधिकतर पूरी नहीं हो सकीं। पुल-पुलियों का निर्माण दिख रहा है, मगर बाढ़ से निजात के कारगर उपाय नहीं हो सके। रोजगार के क्षेत्र में कोई बड़ा काम नहीं हो सका। चुनाव के दौरान विकास, महिलाओं की सुरक्षा, युवाओं को रोजगार, अपराध मुक्त समाज बनाने एवं बाढ़ नियंत्रण के वादे पर मतदाताओं से वोट मांगे थे।

    लोढ़िया से मोरहर जाने वाली सड़क का जर्जर पुल । जागरण 

    लगभग पांच वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, सड़क एवं कृषि जैसे योजनाओं पर यहां कार्य हुए। इसके बावजूद अहम योजनाओं को जमीन पर नहीं उतारा जा सका। माधोपुर हजारी एवं बंगरा निजामत, हुस्सेपुर पंचायत का इलाका नदी की पेटी में है। हर वर्ष यहां बाढ़ का प्रकोप रहता है।

    वहीं, माधोपुर हजारी के दो गांवों की सीमा सारण जिले से मिली है। यहां लगातार सीमा विवाद रहता है। इसका निदान नहीं हो सका। देवरिया को प्रखंड बनाने की घोषणा पूरी नहीं हो सकी। नगर परिषद क्षेत्र में करीब चार दशक पहले बने महिला अस्पताल में चिकित्सकों की तैनाती नहीं हो सकी।

    अब तो भवन भी जर्जर होकर गिरने की स्थिति में है। अहियापुर और गुलाबपट्टी चौर से जलनिकासी नहीं होने से खेती नहीं हो पा रही है। यही स्थिति कमलपुरा, डुमरी, परमानंदपुर, रामचंद्रपुर, विशुनपुर सरैया, नेकनामपुर की भी है। सोहासी गांव स्थित नारायणी गंडक नदी पर पुल निर्माण नहीं हो सका। देवरिया बीज उत्पादन केंद्र अपने उद्देश्य से भटक दम तोड़ चुका है। एकमा चौक स्थित वैशाली नहर पुल की दरकार है।

    क्षेत्र की प्रमुख समस्याएं

    • जाति, आवास, राशनकार्ड से लेकर दाखिल-खारिज समेत अन्य कार्यों के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाने के साथ ही आर्थिक दोहन।
    • जाफरपुर, देवरिया और पारू चौक पर जाम से निजात नहीं मिल सकी।
    • जंगली जानवरों की संख्या बढ़ने से फलों के नए बागीचे विकसित नहीं हो पा रहे। सब्जी, मक्का आदि फसलें प्रभावित रहती हैं।
    • जलनिकासी के लिए उस्ती, बैजलपुर, मुहब्बतपुर, देवरिया समेत करीब एक दर्जन से अधिक जगहों पर बने नाले पर भी अतिक्रमण है।
    • सिंगाही गांव स्थित गंडक नदी तटबंध पर जल निकासी के लिए बना स्लूस गेट भी अपनी पहचान खोता जा रहा है।
    • चार लाख की आबादी में एक डिग्री कालेज है। एक और डिग्री कालेज खोले जाने की मांग है।

    जो काम पूरे हुए :

    • बंगरा घाट पर पुल का निर्माण। बाया नदी पर विभिन्न स्थानों पर 18 पुल।
    • झाझा नदी पर विभिन्न स्थानों पर आठ पुल।
    • स्टेट हाईवे का निर्माण। उसे अब एनएच में परिवर्तित करा फोर लेन निर्माण प्रारंभ करा दिया।
    • पटना-वाल्मीकिनगर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे।
    • चार नए पावर सब स्टेशन का निर्माण। पुराने सब स्टेशनों की क्षमता में वृद्धि।
    • आठ नए पीएचसी का निर्माण। छह नए पीएचसी की योजना स्वीकृति।
    • पर्यटन के विकास के लिए 35 करोड़ से पांच योजनाओं की निविदा प्रक्रिया पूर्ण। 20 करोड़ की तीन योजनाओं की डीपीआर तैयार।
    • सिंचाई के लिए पांच हजार से ज्यादा बिजली के खंभे लगवाए। सौ से भी अधिक नए ट्रांसफार्मर लगवाए गए।
    • वैशाली कैनाल जिसकी लंबाई लगभग 45 किलोमीटर है। इसमें नौ विभिन्न स्थानों पर पुलिया बनी।
    • पारू एवं साहेबगंज में नए प्रखंड भवन के निर्माण के लिए निविदा पूर्ण।
    • दो नए थानों का गठन। अत्याधुनिक थाना भवन के निर्माण की प्रकिया पूर्ण होने की स्थिति में है।
    • 65-65 करोड़ की 750 क्षमता का दो आवासीय विद्यालय की स्वीकृति। निविदा प्रक्रिया पूर्ण। जल्द कार्य प्रारंभ होगा।

    वर्तमान में मतदाताओं की संख्या

    कुल मतदाता 3,09,127
    पुरुष  1,64,386
    महिला  1,44,732
    ट्रांसजेंडर  09

     

    लोगों ने जो कहा

    डा. राजू कुमार सिंह ने जो भी वादे किए, उनमें से अधिकतर पूरे किए गए। जो शेष है उस पर काम हो रहा है। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसी गंभीर समस्याओं का निदान अपने कार्यकाल में किया। अपराध कम हुआ है। दियारा क्षेत्र में पहले अपराधियों का बोलबाला था। भ्रष्ट पदाधिकारियों पर अंकुश लगा है। उनके काम से जनता खुश है।

    हरेंद्र सिंह, चौधुर टोला, देवरिया

    पुल और सड़क के निर्माण से क्षेत्र में आवागमन सुलभ हुआ है। समस्याएं हर जगह हैं, मगर कुछ निदान भी हुआ है। अपराध और भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है। विकास कार्य को पारदर्शी तरीके से कराया गया है। बिजली पहले से बेहतर हुई है। स्वास्थ्य व्यवस्था में भी सुधार आया है। हां, बाढ़ से बचाव और जल निकासी पर काम करने की जरूरत है।

    अजय रस्तोगी, जाफरपुर बाजार

    प्रखंड और अंचल में दाखिल-खारिज से लेकर अन्य कार्यों में बगैर रिश्वत काम नहीं हो रहा है। देवरिया को प्रखंड बनाने की घोषणा ठंडे बस्ते में चली गई। देवरिया-जाफरपुर बाजार में अतिक्रमण गंभीर समस्या है। रोजगार के लिए कोई काम नहीं हुआ। प्रखंड का बीज उत्पादन केंद्र दम तोड़ दिया। बाढ़ और जलनिकासी की समस्या जस की तस है।

    बबलू साह, धरफरी

    डा. राजू कुमार सिंह ने कई बार साहेबगंज विधानसभा का नेतृत्व किया, मगर जनता की अपेक्षाओं पर अब भी खरा नहीं उतर पाए हैं। अब भी इस क्षेत्र में रोजगार के साधन विकसित नहीं हो सके। विकास कहीं दिख नहीं रहा। इसके नाम पर लूटखसोट का धंधा चल रहा है। आज भी कई गांवों की जर्जर सड़कें हैं। क्षेत्र के लोग अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।

    रामपुकार भक्त, बुरहानपुर

    चुनाव से पहले जो वादा किया गया था, पूरा नहीं हुआ

    चौर से जलनिकासी और बाढ़ से बचाव की व्यवस्था नहीं हो सकी। महिला अस्पताल में चिकित्सक की तैनाती नहीं हो पाई। अंचल से लेकर प्रखंड में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। देवरिया को प्रखंड बनाने का वादा विफल रहा। अपराध पर अंकुश नहीं लग सका। सिंचाई व्यवस्था का वादा पूरा नहीं हुआ। धरफरी में पुलिस पिकेट सर्वे के बाद भी नहीं खुला। मंत्री बनने के बाद लोगों को आशा थी, मगर अब तक कुछ मिला नहीं।

    मो. मोकीम, पूर्व प्रत्याशी, साहेबगंज विधानसभा, एआइएमआइएम

    सड़क के साथ बिजली और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम

    आजादी के बाद से पिछड़े क्षेत्र में पिछले पांच वर्षों में हमने काफी काम किया। आवागमन सुगम बनाने के लिए पुल-पुलिया और हाईवे का निर्माण विकास को गति देगा। अपराध पर नियंत्रण के लिए नए थाने बने। इसका असर भी है। यहां अपराध कम हुए हैं। बिजली और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमने लगातार काम किया। पीएचसी और पावर ग्रिड का निर्माण हुआ। पर्यटन के विकास को लेकर काम शुरू हो रहा है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। अभी और काम करना है।

    डा. राजू कुमार सिंह, पर्यटन मंत्री