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    सदर अस्पताल में आपरेशन कराने की सोच रहे तो किसी और विकल्प पर विचार करें, यहां एनेस्थेटिस्ट रहते गायब

    Updated: Wed, 30 Jul 2025 03:16 PM (IST)

    Bihar News मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में निश्चेतक की अनुपस्थिति के कारण प्रसूता का आपरेशन टालना पड़ा। अधीक्षक डा. बीएस झा ने दोनों डाक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा है और चेतावनी दी है। महिला को प्रसव पीड़ा के साथ भर्ती कराया गया था लेकिन निश्चेतक के न होने से उसे दूसरे अस्पताल में रेफर करना पड़ा। अधीक्षक ने लापरवाही पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

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    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। सदर अस्पताल परिसर में स्थित मातृ-शिशु अस्पताल में लापरवाही का एक गंभीर मामला सामने आया है। रात की पाली में निश्चेतक (एनेस्थेटिस्ट) की अनुपस्थिति के कारण एक गर्भवती महिला का आपरेशन टालना पड़ा।

    आपात स्थिति को देखते हुए प्रसूता को अन्यत्र रेफर किया गया। जानकारी के अनुसार, निश्चेतक डा. विनय कुमार और डा. राजीव रंजन अनुपस्थित पाए गए। इस घटना की जानकारी मिलने पर सदर अस्पताल के अधीक्षक डा. बीएस झा ने गंभीरता से संज्ञान लिया है।

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    उन्होंने तुरंत दोनों चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगा और चेतावनी भी जारी की। अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि मातृ-शिशु अस्पताल जैसी महत्वपूर्ण इकाई में इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डा. राजीव रंजन को अंतिम चेतावनी दी गई है, क्योंकि वह लगातार लापरवाही कर रहे हैं।

    सोमवार की रात एक महिला को प्रसव पीड़ा के साथ भर्ती कराया गया था। वहां उपस्थित चिकित्सक ने आपरेशन की आवश्यकता जताई, लेकिन निश्चेतक की अनुपस्थिति के कारण तत्काल सर्जरी संभव नहीं हो सकी। अंततः मरीज को बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए दूसरे अस्पताल में रेफर करना पड़ा।

    अधीक्षक ने कहा कि मातृ-शिशु अस्पताल 24 घंटे सक्रिय सेवा देने के लिए स्थापित किया गया है। ड्यूटी में कोताही करने वाले चिकित्सकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह मामला मरीजों की जान से जुड़ा है, इसलिए किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं मानी जाएगी। दोनों चिकित्सकों का जवाब आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।