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    Bihar News: 37 इंजीनियरिंग-पॉलिटेक्निक कॉलेजों में बनेगा छात्रावास, स्टूडेंट्स के लिए आ गई खुशखबरी!

    Updated: Mon, 21 Apr 2025 03:26 PM (IST)

    Bihar News बिहार के 37 इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों में छात्रावास और अन्य भवन बनाए जाएंगे। मुजफ्फरपुर के महिला पॉलिटेक्निक में 200 बेड का छात् ...और पढ़ें

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर समेत प्रदेश के 37 इंजीनियरिंग कॉलेजों और पॉलिटेक्निक संस्थानों में अतिरिक्त भवनों का निर्माण कराया जाएगा।

    इसमें छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास से लेकर प्रशासनिक भवन से लेकर शिक्षक आवासों की निर्माण प्रस्तावित है।

    राजकीय महिला पॉलिटेक्निक मुजफ्फरपुर में 200 बेड की क्षमता वाला अतिरिक्त छात्रावास का निर्माण किया जाएगा।

    प्रदेश के 17 राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों में 3650 सीटों की क्षमता का छात्रावास बनेगा। वहीं 20 इंजीनयरिंग कालेजों में 6900 क्षमता का छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल बनाया जाएगा।

    इसके साथ ही प्राचार्य आवास, वर्ग कक्ष से लेकर प्रयोगाशाला, प्रशासनिक भवन से लेकर आडिटोरियम, गेस्ट रूम, लेक्चरर क्वार्टर समेत अन्य निर्माण होंगे।

    पॉलिटेक्निक कॉलेजों में परीक्षा हॉल, वर्क कक्ष, फैकल्टी केबिन, केंद्रीय पुस्तकालय, ड्राइंग हाल, ओपन जिम, कंप्यूटर रूम, हॉल, रीडिंग रूम, प्लेग्राउंड, गेस्ट रूम, स्टाफ आवास, अतिरिक्त शैक्षणिक भवन समेत अन्य निर्माण होने हैं।

    विज्ञान, प्रावैधिकी और तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से अनुमति दिए जाने के बाद अब विभाग ने भवन निर्माण विभाग से संस्थानों में होने वाले निर्माण के लिए तकनीकी अनुमोदित प्राक्कलन मांगा है।

    इसको लेकर डीएसटीटीई की सचिव डॉ. प्रतिमा ने भवन निर्माण विभाग के सचिव को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि विभाग से तकनीकी अनुमोदित प्राक्कलन प्राप्त करने के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

    लंबे समय से इंजीनियरिंग कॉलेजों से लेकर पॉलिटेक्निक संस्थानों में अतिरिक्त भवन निर्माण कराए जाने की मांग उठ रही है।

    कई संस्थानों में पिछले कुछ वर्षों में नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत हुई है। जबकि उनके पठन-पाठन के लिए वर्ग कक्ष से लेकर अन्य सुविधाओं की कमी है।

    ऐसे में सीटों की संख्या तो बढ़ी लेकिन उस अनुपात में संस्थानों में आधारभूत संचरना का निर्माण नहीं हो सका है। अब विभाग के निर्देश पर संस्थानों में अतिरिक्त निर्माण की प्रक्रिया की शुरू होगी। दूसरी ओर राजकीय पॉलिटेक्निक मुजफ्फरपुर में भी स्टाफ क्वार्टर से लेकर छात्रावासों का निर्माण होना है।

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    इन पॉलिटेक्निक संस्थानों में होना है निर्माण

    • राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान गया - अतिरिक्त शैक्षणिक भवन, प्राचार्य आवास, फैकल्टी आवास, स्टाफ आवास।
    • राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान मधुबनी - बालिका छात्रावास - 300 बेड, फैकल्टी और स्टाफ क्वार्टर- पांच एकड़ की भूमि उपलब्ध।
    • राजकीय पॉलिटेक्निक दरभंगा - बहुमंजिला अकादमिक भवन, वर्ग कक्ष, प्रयोगाशाला, परीक्षा हाल, आडिटोरियम, फैकल्टी केबिन, केंद्रीय पुस्तकालय, ड्राइंग हाल। - 20 एकड़ भूमि उपलब्ध।
    • राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान समस्तीपुर - बालक छात्रावास 100 बेड, बालिका छात्रावास 100 बेड।
    • राजकीय महिला पॉलिटेक्निक संस्थान गुलजारबाग पटना - ओपन जिम - भूमि उपलब्ध।
    • राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान छपरा - बालिका छात्रावास - 200 बेड, भूमि उपलब्ध।
    • राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान वैशाली - गेस्ट रूम और प्राचार्य क्वार्टर - भूमि उपलब्ध।

    इन इंजीनियरिंग कॉलेजों में होगा अतिरिक्त निर्माण

    • सीतामढ़ी अभियंत्रण महाविद्यालय - बालक छात्रावास - 300 बेड, बालिका छात्रावास - 300 बेड। 20.52 एकड़ भूमि उपलब्ध है और अतिरिक्त 5 एकड़ भूमि की आवश्यकता।
    • राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय पश्चिम चंपारण - प्राध्यापक आवास सात यूनिट, सह प्राध्यापक आवास 13 यूनिट, सहायाक प्राध्यापक 46 यूनिट और प्रशासनिक और अकादमिक भवन - 5 एकड़ भूमि उपलब्ध है।
    • दरभंगा अभियंत्रण महाविद्यालय - बालिका छात्रावास 200 बेड, भूमि उपलब्ध।
    • भागलपुर अभियंत्रण महाविद्यालय - बालिका छात्रावास 300 बेड, भूमि उपलब्ध है।
    • राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर अभियंत्रण महाविद्यालय बेगूसराय - प्राध्यापक आवास छह यूनिट, सह प्राध्यापक आवास 13 यूनिट, सहायाक प्राध्यापक आवास 51 यूनिट और लेवल छह, क्लास थ्री, टाइप बी - 30 यूनिट।
    • लोकनायक जयप्रकाश प्रौद्योगिकी संस्थान छपरा - सह प्राध्यापक आवास एक यूनिट, सहायक प्राध्यापक आवास 34 यूनिट, कर्मी वर्ग तृतीय आवास - 15 यूनिट।

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