Muzaffarpur News: एनसीईआरटी की पांचवीं और आठवीं की पुस्तकों के लिए भटक रहे विद्यार्थी
Muzaffarpur News नया सत्र शुरू होने के दो माह बाद भी एनसीईआरटी की कक्षा 5 और 8 की किताबें बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। छपाई में देरी के कारण अभिभावक निजी प्रकाशकों से महंगी किताबें खरीदने को मजबूर हैं। किताबों की अनुपलब्धता से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। 15 जुलाई के बाद किताबें उपलब्ध होने की संभावना है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर : Muzaffarpur News: एनसीईआरटी की पांचवीं और आठवीं की पुस्तकें बाजार में नहीं मिल रही हैं। नया सत्र शुरू हुए दो महीने से अधिक का समय गुजर गया, लेकिन बच्चे बगैर किताब के ही पढ़ाई करने को मजबूर हैं। किताबों की उपलब्धता नहीं होने के कारण अभिभावक और बच्चे निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें खरीदने पर मजबूर हैं।
हर रोज करीब दर्जनों अभिभावक और बच्चे शहर की प्रमुख किताब दुकानों का चक्कर लगाकर लौट रहे हैं। उन्हें बताया जा रहा है कि छपाई नहीं होने के कारण अब तक पुस्तकें बाजार में उपलब्ध नहीं हो सकी हैं। दूसरी ओर किताब समय पर उपलब्ध नहीं होने से इसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है।
मंगलवार को शहर के दीपक मार्केट स्थित किताब की दुकानों पर काफी संख्या में पुस्तकों की जानकारी प्राप्त करने अभिभावक पहुंचे। उन्होंने दुकानदार से पुस्तकों की उपलब्धता की जानकारी मांगी। बताया गया कि अब तक किताबें छप कर नहीं आई हैं। जब अभिभावकों ने पुस्तकों की उपलब्धता की संभावित तिथि पूछी तो बताया गया कि 15 जुलाई के बाद एनसीइआरट की किताबें उपलब्ध हो सकती हैं।
अभिभावक मनोज कुमार ने बताया कि उनका भतीजा आठवीं कक्षा में पढ़ता है। एनसीइआरटी की पुस्तके नहीं मिल रही हैं। दो महीने से अधिक समय से स्कूल में पढ़ाई शुरू हो गई है लेकिन बिना किताबों के वह कैसे पढ़ेगा। हमें डर है कि इसका असर उसके प्रदर्शन पर पड़ेगा।
एनसीइआरटी की ओर से पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। इस कारण इन कक्षाओं की पुस्तकें अब तक बाजार में उपलब्ध नहीं हो सकी है। जैसे - जैसे किताबों को प्रकाशन होगा वैसे - वैसे यह बाजार में आएंगी। प्रकाशकों ने बताय कि कोलकाता और दिल्ली से बिहार और मुजफ्फरपुर में एनसीइआरटी की पुस्तकें आती हैं।
पुराने एडिशन से ही हो रही पढ़ाई
बाजार में नए पाठ्यक्रम की पुस्तक उपलब्ध नहीं होने के कारण कई स्कूलों में पुराने एडिशन की पुस्तकों से ही पढ़ाई कराई जा रही है। मदर टेरेसा विद्यापीठ के निदेशक सतीश कुमार झा ने बताया कि एनसीइआरटी की ओर से पांचवीं और आठवीं की पुस्तकों को 20 जून तक उपलब्ध कराने की बात कही थी, लेकिन 20 जुलाई से पहले बाजार में पुस्तक की उपलब्धता काफी मुश्किल है। इस बीच नए सत्र के लिए कक्षाओं का संचालन अप्रैल से ही शुरू है।
अगर बदले पाठ्यक्रम की पुस्तकों के लिए इंतजार किया जाता तो काफी परेशानी होती। ऐसे में पांचवीं, छठी, सातवीं और आठवीं में पुराने एडिशन की किताबों से ही पढ़ाई कराई जा रही है। अगले सत्र से नए एडिशन की पुस्तकों से पठन-पाठन होगा। वहीं अन्य स्कूल जहां एनसीइआरटी की पढ़ाई होती है वहां भी बच्चों को किताबें उपलब्ध नहीं हैं।
कई पुस्तकें आनलाइन भी नहीं
एनसीइआरटी की कई किताबें आनलाइन भी उपलब्ध नहीं है। एनसीइआरटी की ओर से चौथी, पांचवां, सातवीं और आठवीं के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। परिषद की ओर से बताया गया कि पुस्तकें आनलाइन उपलब्ध होंगी लेकिन कई कक्षाओं की पुस्तकें आनलाइन नहीं मिल रही है। आठवीं की केवल अंग्रेजी की पुस्तक ही आनलाइन स्टोर पर उपलब्ध है।
मैं दो महीने में चार बार दुकान से लौट आया, लेकिन किताबों की जानकारी नहीं मिली है। अब समझ में नहीं आ रहा क्या करें। बताया कि कई विषयों की पुस्तकें आनलाइन भी उपलब्ध नहीं हैं, अगर ऐसा होता तो उसे डाउनलोड कर प्रिंट कराया जा सकता था।
राकेश चौधरी, अभिभावक
20 अप्रैल से ही अभिभावक लगातार किताब खरीदने पहुंच रहे हैं। हर रोज करीब 20 से अधिक अभिभावक लौट जाते हैं। कोलकाता और दिल्ली समेत अन्य शहरों में भी संपर्क किया गया है। वहां भी किताबें बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। पाठ्यक्रम बदला है इसलिए पुस्तकों की छपाई में समय लग रहा है। 15 जुलाई के बाद पुस्तकों की उपलब्धता हो जाएंगी।
केतन सिन्हा, दुकानदार, दीपक मार्केट
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।