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    CAG की रिपोर्ट में खुलासा: मुजफ्फरपुर के मुशहरी अंचल में बाढ़-कोरोना राहत में हेराफेरी की आशंका, 4 करोड़ की आपत्ति

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 02:57 AM (IST)

    मुजफ्फरपुर के मुशहरी अंचल में कोरोना काल और बाढ़ राहत कार्यों में 4 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता का खुलासा हुआ है। महालेखाकार कार्यालय, पटना की ऑड ...और पढ़ें

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    सांकेतिक तस्वीर

    प्रेम शंकर मिश्रा, मुजफ्फरपुर। कोरोना काल में जहां लोग जिंदगी के लिए जंग लड़ रहे थे, वहीं मुजफ्फरपुर के मुशहरी अंचल में तत्कालीन अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक राशि की बंदरबांट का खेल कर रहे थे। इसमें मुशहरी में आई बाढ़ के दौरान भी हेराफेरी की गई।

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    महालेखाकार कार्यालय, पटना के ऑडिट में यह आशंका जताई गई है कि वित्तीय वर्ष 2020-2021 में कोरोना काल व बाढ़ के दौरान जरूरतमंदों को भोजन कराने से लेकर उनके आवासन में बड़ी राशि की हेराफेरी की गई। अब तक करीब चार करोड़ के खर्च को आपत्ति में रखा गया है। इसे देखते हुए अंकेक्षण निदेशालय ने जिलाधिकारी व अंचलाधिकारी को इसकी जांच कराने को कहा है। इसमें अनियमितता मिलने पर दोषी पदाधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई का भी आग्रह किया है।

    ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, मुशहरी अंचल में आई बाढ़ में 1.94 करोड़ रुपये सामुदायिक रसोईघर में खर्च किए गए। इसमें खाद्यान्न सामग्री, गैस सिलेंडर आपूर्ति, पंडाल-टेंट व भोजन तैयार करने वाले श्रमिकों आदि पर कुल एक करोड़ 94 लाख 83 हजार 507 रुपये व्यय विभिन्न तिथियों में दिखाए गए। उपलब्ध कराए गए अभिलेख व बिल की जांच में कई महत्वपूर्ण जानकारियां नहीं थीं।

    आपूर्तिकर्ता चयन से संबंधित रसोईघर स्थल का नाम, भोजन करने आए लोगों का पंजीकरण, भंडार वितरण पंजी आदि उपलब्ध नहीं कराई गई। साथ ही आपत्ति का अनुपालन भी नहीं किया गया। इसे देखते हुए उक्त राशि को आपत्ति में रखा गया।

    क्वारंटाइन सेंटर में खर्च राशि का लेखा-जोखा नहीं

    ऑडिट रिपोर्ट में कोरोना महामारी के दौरान अंचल में लगाए गए क्वारंटाइन सेंटरों पर विभिन्न मद में एक करोड़ 43 लाख 34 हजार 614 रुपये व्यय दिखाए गए। इसका भुगतान भी कर दिया गया। जांच में सामने आया कि लाभार्थियों की सूची से लेकर आपूर्तकर्ता के चयन व अन्य अभिलेख उपलब्ध ही नहीं कराए गए। इसे देखते हुए यहां भी गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए जांच कराते हुए उक्त व्यय राशि को आपत्ति में रखा गया।

    ऑडिट टीम को नहीं मिली आपदाओं में मृत लोगों के आश्रित को भुगतान की रसीद

    अंचल में विभिन्न आपदाओं में मृत लोगों के आश्रितों को मुआवजा राशि के रूप में 88 लाख रुपये का व्यय दिखाया गया है। दूसरी ओर आडिट के दौरान बिल, लाभुकों की सूची, भुगतान प्राप्तकर्ता की प्राप्ति रसीद व रसीद पर हस्ताक्षर आदि उपलब्ध नहीं कराए गए। गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए उक्त राशि को भी आपत्ति में रखा गया है। इस मामले में मुशहरी के अंचलाधिकारी महेंद्र शुक्ला ने कहा कि अभी आडिट रिपोर्ट नहीं मिली है। मिलने के बाद इसकी जांच कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।