मुजफ्फरपुर: ट्रैफिक कम करने के लिए फुटपाथ दुकानों को करना होगा व्यवस्थित, वेडिंग जोन बनाने की मांग
मुजफ्फरपुर में ट्रैफिक की समस्या को कम करने के लिए फुटपाथी दुकानों को व्यवस्थित करने की योजना है। वेडिंग जोन बनाने और मीट मंडी का प्रस्ताव भी शामिल है ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। शहर के चौक-चौराहों एवं मुख्य सड़कों पर फुटपाथी दुकानदारों का कब्जा है। इसके कारण हर दिन शहर में जाम की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। इतना ही नहीं, उनके द्वारा सड़क पर गंदगी फैलाई जा रही है। इसलिए यदि मुजफ्फरपुर को चमकाना है तो चौक-चौराहों एवं सड़कों को फुटपाथी दुकानों से मुक्त करना होगा।
यह तभी संभव होगा जब उनको व्यवस्थित करने के लिए शहर के विभिन्न इलाकों में वेंडिंग जोन का निर्माण करना होगा। जगह-जगह फल-फूल एवं सब्जी की आधुनिक मंडी विकसित करनी होगी। मीट-मुर्गा एवं मछली की खरीद-बिक्री के लिए सुरक्षित मंडी बनानी होगी। दूसरी ओर नगर एवं जिला प्रशासन इसमें विफल रहा है।
समाजसेवी सुनील बंका का कहना है कि फुटपाथी दुकानदारों को व्यवस्थित करने के लिए जिला एवं नगर निगम प्रशासन को मिलकर योजना बनानी चाहिए। वेंडिंग जोन एवं आधुनिक मंडी विकसित कर सड़क को अतिक्रमण मुक्त किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए ईमानदारी से प्रयास करना होगा। स्कूल-कालेज के चहारदीवारी के पास दुकानों का निर्माण कर उनको व्यवस्थित किया जा सकता है। इससे स्कूल-कालेज प्रशासन को अतिरिक्त आय हो सकती है।
दो दशक से कागज पर बन रहा नगर निगम का वेंडिंग जोन
नगर निगम दो दशक से कागज पर वेंडिंग जोन का निर्माण कर रहा है। कभी अखाड़ाघाट रोड तो कभी एमआइटी रोड में वेंडिंग जोन बनाने की घोषणा की जाती है, तो कभी घिरनी पोखर की जमीन पर मंडी को विकसित करने का एलान किया जाता है। आज तक एक भी वेंडिंग जोन का विकास नहीं किया गया। हाल ही में जिला, पुलिस एवं नगर निगम प्रशासन की संयुक्त बैठक में वेंडिंग के निर्माण को लेकर एक दर्जन स्थानों को चिन्हित करने की बात की गई।
लेकिन इस बीच नगर आयुक्त विक्रम विरकर का तबादला हो गया और इसी के साथ वेंडिंग जोन निर्माण की योजना फिलहाल टन गई है। नगर निगम के अधिन शहर में तीन स्थानों, घिरनी पोखर, कटही पुल एवं सादपुरा सब्जी मंडी संचालित की जा रही है। यदि इन मंडियों को आधुनिक रूप से विकसित किया जाए तो बड़ी संख्या में फुटपाथी दुकानों को वहां व्यवस्थित किया जा सकता है।
निगम पहल करे तो दूर हो सकती है समस्या
दैनिक जागरण के मुजफ्फरपुर चमकाना है अभियान का हिस्सा बने रामबाग माई स्थान निवासी समीर कुमार ने सुझाव दिया है कि नगर निगम के वार्ड 41 एवं 42 स्थित तीन पोखरिया में (बिहार सरकार) खाली पड़ी जमीन, जो करीब 32 एकड़ है, धीरे-धीरे अतिक्रमण का शिकार हो रही है। नगर निगम और जिला प्रशासन शहर को स्मार्ट बनाने के लिए अगर इस खाली जमीन का उपयोग करते हैं तो शहर को जाम से भी मुक्ति मिलेगी और शहर साफ, सुंदर और स्वच्छ होगा।
उन्होंने कहा कि पंकज मार्केट के निकट प्रतिदिन बड़े वाहन या छोटे वाहन सब्जी लेकर आते हैं, जिससे सरैयागंज में जाम हो जाता है। इसे कालीबाड़ी रोड में तीन पोखरिया के पास स्विफ्ट कर दिया जाए तो शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी। पंकज मार्केट और पुरानी बाजार सब्जी मंडी हटाकर तीन पोखरिया के पास खाली जमीन पर शिफ्ट किया जाए ताकि मुजफ्फरपुर को एक नई पहचान मिले।
उन्होंने यह भी कहा है कि बाबा गरीब नाथ धाम से 500 मीटर की दूरी पर कालीबाड़ी रोड स्थित चतुर्भुज स्थान एवं माता वैष्णो देवी का मंदिर स्थित है, जो आज तक गुमनाम की तरह है। अगर तीन पोखरिया में बिहार सरकार की खाली जमीन का उपयोग किया जाए, तो यह इलाका विकसित होगा।
प्लास्टिक, मानव जीवन का एक ऐसा आविष्कार है, जिसने आधुनिक युग में अनेक सुविधाएं प्रदान की हैं। हालांकि, इसका अनुचित और अत्यधिक उपयोग अब हमारे पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए गंभीर संकट का कारण बन गया है। विशेष रूप से, सिंगल यूज प्लास्टिक। इसे नियंत्रित करने के लिए नियम तो बहुत बने, लेकिन अनुपालन नहीं हो पाता है। - शक्ति प्रकाश
वेंडिंग जोन के निर्माण को लेकर नगर निगम सशक्त, स्थायी एवं निगम बोर्ड सहमति प्रदान कर चुका है, लेकिन अधिकारी अब तक इसके लिए स्थल का चयन नहीं कर पाए हैं। नगर आयुक्त की प्रतिनियुक्ति के बाद में मैं स्वयं इस पर पहल करूंगी। - निर्मला देवी, महापौर

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