Bihar Police: चालान काटने का वीडियो बनाने पर पुलिस ने युवक को पीटा, ताकते रहे दारोगा साहब
कुढ़नी थाना क्षेत्र के बलिया चौक पर चालान काटने का वीडियो बनाने पर एक युवक की सरेआम पिटाई का मामला सामने आया है। युवक ने पुलिस पर मारपीट और वसूली का आरोप लगाया है। पीड़ित ने वरीय पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कुढ़नी थानाध्यक्ष ने निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

संवाद सहयोगी, कुढ़नी। कानून का पाठ पढ़ाने वाले पुलिस महकमे में ही इसकी धज्जियां उड़ रही हैं। पुलिस वाहन के चालक भी किसी थानेदार से कम धौंस नहीं जमाते हैं। कांटी में बेरहमी से पिटाई का प्रकरण अभी सुर्खियों में था ही, इस बीच एक और एक मामला कुढ़नी थाना क्षेत्र के बलिया चौक पर सामने आया है, जहां पुलिस अधिकारी मूकदर्शक बने हैं और थाने का चालक युवक को सरेआम पीट रहा है। उसका मोबाइल छीन लेता है। युवक का कसूर केवल इतना है कि वह चालान काटने का वीडियो बना लेता है।
मामले में थाना क्षेत्र के बलौर गांव निवासी बाइक सवार युवक सचिन कुमार ने वरीय पुलिस अधीक्षक से इसकी लिखित शिकायत की है। उसके साथ मारपीट का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर भी तेजी से प्रसारित हो रहा है, हालांकि दैनिक जागरण इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
युवक ने वरीय अधिकारियों से शिकायत में कहा है कि सोमवार की सुबह बलिया चौक पर जांच के दौरान हेलमेट नहीं होने को के कारण पुलिस ने एक हजार का चालान काटा, जिसका सचिन ने वीडियो बना लिया।
आरोप है कि कुढ़नी थाने के एसआई विनय कुशवाहा व एक अन्य महिला कॉन्स्टेबल के सामने ही पुलिस वैन के चालक पवन कुमार ने सरेआम बीच सड़क पर पिटाई शुरू कर दी और उसका मोबाइल छीन लिया। स्थानीय लोगों के साथ दोनों पुलिस वाले तमाशबीन बने रहे और उसकी पिटाई होती रही।
पीड़ित ने दिए गए आवेदन में कहा है कि वह कपड़े के व्यवसायी हैं। कुछ आवश्यक काम से अपने घर बलौर से बलिया चौक आए थे। उन्होंने स्थानीय होने का हवाला देते हुए चालान के पैसे संबंधित विभाग में जमा करने की बात कही, इतने में पुलिस वाहन के चालक ने उनका मोबाइल छीन लिया। मारपीट शुरू की।
उन्होंने आरोप लगाया है कि मौके पर मौजूद एसआइ विनय कुशवाहा और एक महिला कॉन्स्टेबल ने भी बचाने की जगह उनके साथ हाथापाई की। उनकी जेब से नकद पांच हजार रुपये भी निकाल लिए।
चालकों की थाने पर भी दादागीरी:
प्रखंड अंतर्गत कुढ़नी, फकुली व तुर्की थाने में विभाग के कम, ज्यादातर निजी स्तर पर चालक ही काम करते हैं। चर्चा है कि उनसे पुलिस पदाधिकारी को ज्यादा फायदा पहुंचता है। उनके माध्यम से किसी मामले में अवैध उगाही आसान हो जाती है।
परिणाम यह कि साधारण टी-शर्ट व अन्य कपड़ों में दिखने वाले चालकों की थाने में भी दादागीरी देखने को मिलती है। जब भी लाभ का मामला हो, वहां पुलिस पदाधिकारी अक्सर अपने चहेते चालक के साथ निकलते हैं, इस तरह की शिकायतें भी अक्सर सामने आती हैं।
इस मामले में कुढ़नी थानाध्यक्ष रविप्रकाश ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। चालान काटने के दौरान बाइक सवार पुलिस से उलझ गया। इस पर विवाद हुआ है। जांचोपरांत न्यायोचित कार्रवाई होगी। एसडीपीओ पश्चिमी एसी ज्ञानी ने भी दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की बात कही है।

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