रक्षाबंधन के आसपास डाकघरों में सॉफ्टवेयर अपडेट, कुरियर कंपनियों को लाभ पहुंचाने की साजिश तो नहीं, लोग उठा रहे सवाल
Rakshabandhan 2025 मुजफ्फरपुर में सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण 60 डाकघरों से राखी नहीं भेजी जा सकीं जिससे लोगों ने कूरियर कंपनियों को फायदा पहुंचाने की साजिश का आरोप लगाया है। रक्षाबंधन पर स्पीड पोस्ट बंद होने से बहनें भाइयों को राखी नहीं भेज पाईं और डाकघरों में हजारों राखियां वितरण के लिए अटकी हुई हैं। नया सॉफ्टवेयर आने के बाद ही राखियों का वितरण हो पायेगा।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Rakshabandhan 2025 : हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी काफी संख्या में बहनों-भाइयों ने डाक घरों से राखी भेजने का प्रयास किया, लेकिन एक अगस्त से साफ्टवेयर अपडेट के नाम पर स्पीड पोस्ट और निबंधित डाक बंद कर दिया गया।
इसके कारण इस बार जिले के हजारों बहनों का रिश्ता डाकघरों से टूट गया। भाई-बहन के पवित्र रक्षा बंधन पर्व के अवसर पर बहनें अपनी भाई के पास डाक घरों से राखी नहीं भेज सकीं। सभी लोग इस बात से चकित है कि नार्थ रिजन में जिले के एक मात्र डाकघर रेल मेल डाक सेवा (आरएमएस) का ही साफ्टवेयर क्यों अपडेट किया गया।
जबकि जिले में प्रधान डाकघर सहित 60 से अधिक डाकघर हैं। अब ग्रामीण क्षेत्र के लोग तो आरएमएस में नहीं न आएंगे स्पीड पोस्ट करने। शहरी क्षेत्र के लोग शनिवार तक आरएमएस से लाइन लगाकर स्पीड पोस्ट किए। राखी पर्व के नजदीक आने पर रविवार की शाम साढ़े पांच बजे तक आरएमएस में एक भी लोग राखी भेजने के लिए नहीं पहुंचे।
राखी के समय डाकघरों से स्पीड पोस्ट नहीं होने पर उठे सवाल
राखी के समय डाकघरों से रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट नहीं होने पर सवाल उठ रहा है, आखिर विभाग ने यह समय ही क्यों चुना। राखी लेकर डाकघरों का चक्कर काट रहीं सुष्मिता कुमारी , मंजू कुमारी ने बताया कि डाक विभाग का यह काम कहीं कुरियर और आनलाइन बाजार को बढ़ावा देने की साजिशस तो नहीं है।
कहा कि राखी के समय डाकघरों में विभिन्न प्रकार के वाटर प्रूफ लिफाफा आता था। उसमें टिकट भी नहीं लगता था। सीधे पोस्ट या स्पीड पोस्ट हो जाती थी, विभाग इसका प्रचार-प्रसार भी करता था, लेकिन इस बार राखी के समय ही डाकघरों में स्पीड पोस्ट और निबंधित डाक का काम बंद कर दिया।
अभी सोमवार से मंगलवार तक भी यही स्थिति बने रहने की बात कही जा रही। इसके चलते बहनें आनलाइन से ही भाइयों को राखी भेज दी। जो बहनें 30 या 31 या उससे पहले डाक घरों से राखियां भेजी वे इस इंतजार में हैं कि उनके भाई को कब राखी मिलेगी। नया साफ्टवेयर नहीं आने से जिले के विभिन्न डाकघरों में हजारों राखियां आ चुकी हैं। लेकिन उसका वितरण भी नहीं पा रहे।
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