Muzaffarpur News: पारू का फुलेश्वर नाथ मंदिर पर्यटन केंद्र के रूप में होगा विकसित, तीन करोड़ की पहली किस्त जारी
Muzaffarpur News मुजफ्फरपुर के पारू में स्थित बाबा फुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। पर्यटन विभाग ने 11.25 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है जिसमें से 3 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है। मंदिर परिसर में घाट पाथ वे और अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी। यह मंदिर 135 वर्ष पुराना है और इसका धार्मिक महत्व है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News : पारू के बाबा फुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके विकास के लिए पर्यटन विभाग ने 11.25 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। पर्यटन मंत्री डा. राजू कुमार सिंह के प्रयास से फुलाढ़ स्थित इस मंदिर का विकास हो रहा है।
विभाग ने पहली किस्त के रूप में तीन करोड़ जारी भी कर दिए हैं। पर्यटन विभाग के विशेष सचिव ने महालेखाकार को पत्र जारी कर इसकी सूचना दी है। विशेष सचिव के पत्र के अनुसार बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम योजना का क्रियान्वयन करेगा।
इसके अनुसार मंदिर परिसर को चहारदीवारी से पहले घेरा जाएगा। इसके बाद यहां घाट, पाथ वे, थिमेटिक गेट, पार्किंग, गजीबो, कैफेटेरिया, शौचालय ब्लाक आदि का निर्माण किया जाएगा। मंदिर का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा। 12 माह में योजना को पूर्ण करने की बात कही गई है।
इस योजना के पूरा होने के बाद यहां बड़ा विवाह भवन और पर्यटकों के लिए विश्राम स्थल बनाए जाने की भी योजना है। इससे आसपास के पर्यटन स्थलों पर जाने में पर्यटकों को सुविधा होगी। इससे इलाके में रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे।
135 वर्ष पहले मंदिर का हुआ था निर्माण
बाबा फुलेश्वर नाथ शिव मंदिर की स्थापना 135 वर्ष पूर्व सौदागर सिंह उर्फ भोला बाबा द्वारा किया गया था। पुजारी शिव बालक दास की मृत्यु के बाद से अब तक नारद मुनि पुजारी के बतौर काम करते आ रहे हैं। क्षेत्र में मंदिर की प्रसिद्धि है। सावन की सभी सोमवारी को यहां हजारों श्रद्धालु बाबा के जलाभिषेक के लिए आते हैं।
जिले के कई मंदिर पर्यटन क्षेत्र के रूप में हो रहे विकसित
जिले के पूर्वी क्षेत्र में कई मंदिरों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसमें बाबा गरीबनाथ मंदिर, कटरा का चामुंडा स्थान, बंदरा का बाबा खगेश्वर नाथ मंदिर शामिल है। पश्चिमी क्षेत्र के बाबा फुलेश्वर महादेव मंदिर को विकसित किए जाने के बाद इस क्षेत्र के कई मंदिर को पर्यटकीय दृष्टि से विकसित किया जाएगा। सरैया के कोल्हुआ में बौद्ध स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां भगवान बुद्ध कई बार ठहरे थे।
भगवान बुद्ध इस रास्ते से गुजरे थे, इस कारण भी इस स्थान का ऐतिहासिक महत्व है। बाबा फुलेश्वर नाथ मंदिर को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। अभी 11.25 करोड़ की स्वीकृति हुई है। इसे 15 करोड़ तक लाया जाएगा। पर्यटकों के लिए सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे पर्यटक यहां से कोल्हुआ भी जा सकेंगे। राज्य में पर्यटन उद्योग बड़ा रूप देने के लिए सरकार संकल्पित भी है।’
डा. राजू कुमार सिंह, पर्यटन मंत्री बिहार सरकार
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।