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    Bihar Land Acquisition: कांटी सीओ ऋषिका ने नहीं माना डीएम का भी आदेश, देना होगा स्पष्टीकरण

    Updated: Wed, 23 Jul 2025 02:08 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर के डीएम ने कांटी अंचलाधिकारी ऋषिका से स्पष्टीकरण मांगा है क्योंकि उन्होंने महादलित बस्ती में पहुंच पथ के लिए भूमि अधिग्रहण के आदेश का पालन नहीं किया। डीएम ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए उनका वेतन रोकने का आदेश दिया है। साथ ही दाखिल-खारिज और भूमि विवाद जैसे अन्य मामलों में भी लापरवाही पाई गई जिसके चलते विभागीय कार्रवाई की जा सकती है।

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    कांटी सीओ ने नहीं माना डीएम का भी आदेश, देना होगा स्पष्टीकरण

    जारगण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर जिले के अंचलाधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगातार लगते रहे हैं। आम जनता की समस्याओं के समाधान में उनकी अनदेखी की शिकायतें आम हैं। अब तो जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) के आदेशों की अवहेलना भी सामने आ रही है।

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    कांटी अंचलाधिकारी ऋषिका ने महादलित बस्ती में पहुंच पथ के लिए आवश्यक जमीन अधिग्रहण के डीएम के निर्देश का पालन नहीं किया। इसे अनुशासनहीनता और लापरवाही मानते हुए डीएम ने कांटी सीओ से स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण आने तक उनका वेतन रोकने का आदेश भी दिया गया है।

    डीएम ने कांटी सीओ को लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि इस मामले में तीन जुलाई को पत्र भेजकर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया था।

    इसके अतिरिक्त, दो जुलाई को पारगमन शाखा से भी एक पत्र भेजा गया था। 19 जुलाई को डीएम ने फोन पर जानकारी मांगी तो सीओ ने कहा कि पत्र नहीं मिला, जबकि यह भेजा गया था। डीएम ने इसे अनुशासनहीनता के रूप में देखा।

    डीएम ने पत्र में लापरवाही के कई मामलों का उल्लेख किया है, जिसमें दाखिल-खारिज वाद के लंबित मामलों पर दंड का न लगना, परिमार्जन प्लस, अभियान बसेरा, मापी, लगान वसूली, भूमि विवाद आदि में लापरवाही शामिल है।

    पूर्व में विधि व्यवस्था में लापरवाही के लिए भी स्पष्टीकरण मांगा गया था। इन सभी लापरवाहियों को देखते हुए विभागीय कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया गया है।