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    Muzaffarpur News : सावन के अंत और भादो में हो रही बारिश के बावजूद धान रोपनी केवल 83.61 प्रतिशत, जानिए प्रखंडों का प्रदर्शन

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 03:34 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर जिले में मानसून की सक्रियता से धान की रोपनी ने रफ्तार पकड़ ली है। खरीफ मौसम के तहत धान रोपाई का औसत लक्ष्य 83.61 प्रतिशत दर्ज किया गया है। बंदरा प्रखंड में सबसे ज्यादा रोपाई हुई है जबकि सरैया सबसे पीछे रहा। कृषि विभाग डीजल अनुदान की तैयारी कर रहा है। किसानों का कहना है कि बारिश होने से राहत मिली है।

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    यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Paddy Plantation: मानसून की सक्रियता के चलते धान की रोपनी में तेजी आई है। बावजूद लक्ष्य से करीब 16 प्रतिशत हैं। कृषि विभाग के अनुसार, जिले में खरीफ मौसम के तहत धान रोपाई का औसत लक्ष्य के मुकाबले 83.61 प्रतिशत दर्ज किया गया है।

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    इस वर्ष धान रोपाई का लक्ष्य 1,52,523.27 हेक्टेयर रखा गया था, जिसमें से 1,27,517.57 हेक्टेयर में वास्तविक रोपाई पूरी हुई है। बंदरा प्रखंड ने 97.29 प्रतिशत उपलब्धि के साथ जिले में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है। इसके बाद मुरौल 95.79 प्रतिशत और कुढ़नी 93.37 प्रतिशत पर रहे।

    वहीं, सरैया प्रखंड 68.60 प्रतिशत उपलब्धि के साथ सबसे पीछे रहा, जबकि मुसहरी 72.10 प्रतिशत और औराई 76.90 प्रतिशत पर रहे। क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे अधिक रोपाई पारू प्रखंड में हुई, जहां 14,479 हेक्टेयर के लक्ष्य के मुकाबले 11,994.70 हेक्टेयर में धान रोपाई की गई।

    इसके बाद कुढ़नी 12,563.90 हेक्टेयर और मोतीपुर 10,771.30 हेक्टेयर पर रहे। कम रोपाई वाले प्रखंडों में मुरौल 1,898.50 हेक्टेयर और मडवन 3,691.50 हेक्टेयर शामिल हैं। जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार ने बताया कि कुछ प्रखंडों में कम वर्षा के कारण लक्ष्य पीछे रहा।

    हाल में हुई लगातार बारिश से रोपनी की रफ्तार में सुधार आया है। यदि बारिश नहीं होती है, तो विभाग डीजल अनुदान की तैयारी कर रहा है। किसानों को हर स्तर पर सहयोग देने के लिए सरकार तत्पर है। किसान सतीश कुमार द्विवेदी ने कहा कि बारिश से राहत मिली है, लेकिन समय पर बारिश और श्रमिकों की कमी ने समस्याएं उत्पन्न की हैं।