Muzaffarpur News: केस में पैरवी के लिए 75000 रुपये लेते दारोगा गिरफ्तार, विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई
मुजफ्फरपुर में निगरानी विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सरैया थाने के दारोगा रोशन सिंह को 75 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दारोगा एक मामले में पैरवी करने के लिए यह रकम ले रहा था। निगरानी की टीम ने उसके आवास पर भी छापेमारी की है। इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है।

जागरण टीम, मुजफ्फरपुर/मड़वन/पटना। पटना से पहुंची निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की विशेष टीम ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर जिले के सरैया थाने के दारोगा रौशन कुमार सिंह को 75 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। वह सारण जिले के अवतार नगर थाना क्षेत्र के मदनपुर गांव का रहने वाला है।
2019 बैच का दारोगा रौशन सरैया थाने में जेएसआई के पद पर तैनात था। वह मड़वन में गांधी जानकी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भटौना में परीक्षा के दौरान सुरक्षा ड्यूटी में था। इसी दौरान विद्यालय के गेट के सामने स्थित एक मिठाई की दुकान से उसे रंगे हाथों उसे गिरफ्तार किया गया। पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
निगरानी ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम बसंतपुर थाना सरैया निवासी अवधेश प्रसाद सिन्हा ने निगरानी ब्यूरो में 27 जनवरी को शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें कहा था कि सरैया थाने का दारोगा 2020 में दर्ज कराई गई एक केस की डायरी लिखने और मदद करने के एवज में उससे 75 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है।
सही मिली अवधेश प्रसाद की शिकायत
अवधेश प्रसाद की इस शिकायत के बाद निगरानी ने आरोप का सत्यापन कराया और मामले को सही पाया। इसके बाद निगरानी के डीएसपी सत्येंद्र राम के नेतृत्व में एक धावा दल गठित किया गया। सत्यापन के बाद कार्रवाई शुरू की गई। इसी बीच मंगलवार को दारोगा रौशन कुमार राज्यकृत गांधी जानकी उच्चतर विद्यालय के गेट के सामने स्थित एक मिठाई की दुकान से रिश्वत की रकम ले रहा था। उसी वक्त उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार दारोगा से पूछताछ चल रही है। इसके बाद उसे निगरानी की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा। कोर्ट के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
निगरानी ने फैला रखा था जाल
बता दें कि शिकायत के बाद से निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने जाल फैला रखा था। जैसे ही परीक्षा केंद्र से बाहर निकल कर दारोगा अपने हाथों में रिश्वत की राशि ली, सादे लिबास में चारों तरफ फैले निगरानी की टीम ने उसे दबोच लिया। इस दौरान नोट व उनके हाथ की जांच की गई। इसमें पीड़ित द्वारा दिए गए पैसे की पहचान हुई।
बताया जा रहा कि रिश्वत के पैसे पर टीम ने केमिकल लगा रखा था। निगरानी की टीम ने पैसे व दारोगा के हाथ पर पानी डाला जहां पानी केमिकल युक्त नोट व हाथ लाल हो गया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कार्रवाई के बाद निगरानी की टीम ने करजा थाने को इसकी सूचना दी, मगर करजा थाने की पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची। निगरानी के डीएसपी सत्येंद्र राम ने बताया कि उक्त दारोगा सरैया थाने के एक मामले में पीड़ित को मदद करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था। इसकी शिकायत निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में की गई थी। इसके आधार पर कार्रवाई की गई है।

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