Updated: Tue, 08 Jul 2025 02:12 PM (IST)
मुजफ्फरपुर में मतदाता सत्यापन के दौरान लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसी के आधार कार्ड में नाम गलत है तो किसी का नाम मतदाता स ...और पढ़ें
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत मतदाता सत्यापन के कार्य में मतदाताओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में किसी तरह की गलती को लेकर परेशानी और बढ़ गई है। कई मतदाताओं ने कॉल कर अपनी परेशानियों को साझा किया।
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इस दौरान मिठनपुरा वार्ड नंबर 37 से काल कर मो. याकूब ने बताया कि उनका आधार कार्ड में नाम बच्चा भारती है। उनकी पत्नी के वोटर आइकार्ड पर पति का नाम मो. याकूब लिखा है। दोनों नाम उनका ही है और वे कव्वाली गाते हैं। अब उन्हें परेशानी है कि कौन-सा प्रमाणपत्र अपलोड करें, जबकि पासपोर्ट पर उनका नाम मो. याकूब है और उनकी पत्नी के पासपोर्ट पर भी यही नाम है।
वहीं, कच्ची पक्की इंदिरा कॉलोनी से कॉल कर पूनम देवी ने बताया कि उनके पति अशोक कुमार शर्मा को आंगनबाड़ी सेविका ने गणना प्रपत्र भरने के लिए दे दिया है। अब तक उन्हें और उनके पुत्र नीरज को नहीं मिला है। इससे वे लोग चिंतित हैं कि कहीं उनका नाम मतदाता सूची ने नहीं कट जाए।
बताया कि फॉर्म कैसे भरना है इसकी भी जानकारी नहीं दी गई। आसपास के लोगों से पूछने पर कई तरह का प्रमाणपत्र देने की बात बताई गई।
खबरा से विनोद ठाकुर ने कॉल कर बताया कि प्रखंड कार्यालय से एक महिला मतदाता सूची देकर गई हैं। उन्होंने कहा कि आपलोग अपना नाम इसमें देख लें। इसके बाद जिनका नाम है उन्हें फॉर्म दिया जाएगा। इस सूची में सिर्फ उनकी पत्नी का नाम है। उनके परिवार के करीब पांच लोगों का नाम सूची में शामिल नहीं है। उन्हें चिंता है कि कहीं उनलोगों का नाम तो मतदाता सूची से नहीं काट दिया गया।
इसी प्रकार कुढ़नी के रघुनाथपुर से दीपक भगत ने कॉल कर बताया कि आवासीय नहीं है। स्थानीय स्तर पर बताया गया कि आवासीय प्रमाणपत्र देना अनिवार्य है। इसके लिए जब साइबर कैफे में गए तो आवेदन करने का दो से ढ़ाई सौ रुपये मांगा जा रहा है। गांव में आवासीय बनवाने के लिए अफरातफरी का माहौल है। हमने उन्हें बताया कि इसके लिए कोई फीस नहीं लगता है। आवासीय के लिए आवेदन करना फ्री है। अगर साइबर कैफे से आवेदन करते हैं तो वह मामूली शुल्क लेगा।
क्या कहते हैं जिला उपनिर्वाचन पदाधिकारी?
जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय कुमार ने बताया कि सभी मतदाताओं के पास गणना प्रपत्र अवश्य पहुंचेगा, इसलिए चिंता करने की बात नहीं है। आवासीय प्रमाणपत्र देना अनिवार्य नहीं है। इसके अलावा कोई एक प्रमाणपत्र जो आयोग द्वारा निर्धारित किया गया है। वो दे सकते हैं। अगर पति-पत्नी के पासपोर्ट पर नाम सही तो इसे ही फार्म के साथ दें।
आपको मतदता सूची के सत्यापन में हो दिक्कत तो हमें बताएं
अगर आपको मतदाता सत्यापन का कार्य कराने में किसी प्रकार की परेशानी हो रही है तो हमें मोबाइल नंबर 9801027107 पर काल करें। आपकी समस्या का समाधान करने का हम प्रयास करेंगे और आपकी बात को जिला प्रशासन तक पहुंचाएंगे। आपकी समस्या को प्रमुखता से अखबार में भी प्रकाशित किया जाएगा।
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