टू-लेन से फोर-लेन होनी है मुजफ्फरपुर की ये सड़क, मगर 2 सालों से अटका है प्रोजेक्ट; क्या है दिक्कत?
मुजफ्फरपुर में अखाड़ाघाट से जीरोमाइल तक सड़क को फोरलेन बनाने की योजना प्रशासनिक स्वीकृति के इंतजार में दो वर्षों से अटकी है। जाम से निजात दिलाने के लिए प्रस्तावित इस योजना में सड़क को चौड़ा किया जाएगा बीच में डिवाइडर बनाया जाएगा और दोनों किनारों पर नाले का निर्माण किया जाएगा। डीएम ने पथ निर्माण विभाग से रिपोर्ट मांगी है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। अखाड़ाघाट से जीरोमाइल तक टू-लेन सड़क को फोर-लेन बनाया जाना है। करीब दो वर्षों से यह योजना प्रस्तावित है, लेकिन प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने के कारण अधर में अटकी हुई है। जाम से निजात दिलाने के लिए यह महत्वपूर्ण योजना है, क्योंकि अखाड़ाघाट से जीरोमाइल तक ट्रैफिक अत्यधिक है।
वर्तमान पुल भी संकीर्ण है। इस कारण हमेशा पुल पर जाम की समस्या बनी रहती है। इससे अखाड़ाघाट-जीरोमाइल रोड पर भी जाम लगता है।
इसे देखते हुए पथ निर्माण विभाग की ओर से करीब दो वर्ष पूर्व चौड़ीकरण का प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय को भेजा गया था। उस दौरान करीब 56 करोड़ रुपये में चौड़ीकरण करने का प्राक्कलन तैयार किया गया था, लेकिन स्वीकृति नहीं मिल सकी।
इसके एक वर्ष बाद दोबारा जब प्रस्ताव तैयार किया गया तो लागत में वृद्धि हो गई। इस बार करीब 60 करोड़ रुपये का प्राक्कलन तैयार किया गया। इसके बाद दोबारा प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन स्वीकृति नहीं मिली। पिछले दिनों डीएम ने पथ निर्माण विभाग से इसकी रिपोर्ट मांगी।
विभाग के कार्यपालक अभियंता ई. गणेश जी की ओर से प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने की जानकारी दी गई। संभावना है कि डीएम अपने स्तर से भी इस पथ के चौड़ीकरण को लेकर विभाग को अनुशंसा कर सकते हैं।
बीच में डिवाइडर बनाकर किया जाएगा चौड़ीकरण:
बताया गया कि प्राक्कलन जो तैयार हुआ है, उसमें दोनों लेन की चौड़ाई छह-छह मीटर हो जाएगी। इसके अलावा बीच में डिवाइडर भी बनाया जाएगा। सड़क के दोनों किनारे पर नाला भी बनाया जाएगा, ताकि जलजमाव की समस्या उत्पन्न नहीं हो। इस सड़क के चौड़ीकरण होने से हमेशा के लिए जाम की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगा।
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