Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर के थानों में होने जा रहा बड़ा बदलाव, गृह विभाग ने दे मंजूरी
Bihar Police News मुजफ्फरपुर के पुलिस थानों में जब्त किए गए वाहनों के रखरखाव के लिए अब केंद्रीकृत यार्ड बनाया जाएगा। गृह विभाग ने इसकी स्वीकृति दे दी है जिसके बाद जिलों में भूमि की तलाश शुरू हो गई है। इस यार्ड में सभी जब्त और लावारिस वाहन सुरक्षित रखे जाएंगे जिससे थानों के बाहर जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। पुलिस थानों में जब्त किए गए वाहनों को रखने की समस्या से अब निजात मिल जाएगी। इसे लेकर सभी जिलों में केंद्रीयकृत यार्ड बनाया जाएगा।
यहीं पर जब्त और लावारिस वाहनों को सुरक्षित रखा जाएगा। गृह विभाग की ओर से इसकी स्वीकृति मिलने के बाद जिलों में इसे लेकर कवायद तेज कर दी गई है। एसएसपी सुशील कुमार ने डीएम को इसकी जानकारी दी है।
केंद्रीयकृत यार्ड के निर्माण के लिए दो से पांच एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। उन्होंने गृह विभाग और अपर पुलिस महानिदेशक के आदेशों का भी हवाला दिया है।
उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय के आसपास ही उपयुक्त भूमि की उपलब्धता की आवश्यकता है ताकि यार्ड में रखे गए वाहनों की निगरानी वरीय पदाधिकारियों के स्तर से भी की जा सके।
दो से पांच एकड़ भूमि की आवश्यकता इसलिए जताई गई है कि बड़े-बड़े कंटेनर भी कई बार शराब मामले में जब्त किए जाते हैं।
इसलिए इसे सुरक्षित रखने के लिए अधिक रकबा की जरूरत होगी ताकि सैंकड़ों वाहनों को सुरक्षित यार्ड में रखा जा सके। इसलिए जिला मुख्यालय के आसपास भी उपयुक्त स्थल चिह्नित कर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।
थाने के बाहर सड़क किनारे लावारिस हालत में खड़े रहते हैं वाहन
जिले के कई थाने ऐसे हैं, जिनके पास उपयुक्त स्थल नहीं है। इससे जब्त और लावारिस वाहनों को थाने के बाहर सड़क किनारे खड़ा करना पड़ता है। इससे यह सुरक्षित भी नहीं रहते हैं। कई बार तो थाने के बाहर जब्त कर लगाए गए वाहन चोरी तक कर लेने का मामला सामने आ चुका है।
खासकर बालू लदे ट्रक कई बार चोरी हो चुके हैं। ऐसी घटना करजा, सरैया व सदर थाने में घटित हुई थी। यार्ड का निर्माण होने ऐसे वाहनों को सुरक्षित रखा जा सकेगा।
जाम की समस्या से जूझते शहरवासी
वर्तमान में शहरी क्षेत्र अंतर्गत नगर, काजीमोम्मदपुर, ब्रह्मपुरा व सदर थाने के पास उपयुक्त स्थल नहीं है। इससे वाहनों को जब्त करने के बाद सड़क किनारे खड़ा कर दिया जाता है। इससे अक्सर जाम की समस्या रहती है और शहरवासियों को जूझना पड़ता है।
यार्ड के लिए स्थल चयनित होने के बाद इसके चारों तरफ ऊंची चहारदीवारी का निर्माण किया जाएगा। एक बड़ा गेट बनाया जाएगा और देखरेख के लिए सुरक्षा प्रहरियों की तैनाती भी की जाएगी। वर्तमान में जिले के सभी थानों में करीब 500 से अधिक वाहन थानों के बाहर लावारिस हालत में खड़े हैं।
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