मुजफ्फरपुर में अब कैंसर का जटिल आपरेशन भी संभव, छह घंटे में लिवर कैंसर की सफल सर्जरी
मुजफ्फरपुर के होमी भाभा कैंसर अस्पताल में लिवर कैंसर से पीड़ित 70 वर्षीय महिला की जटिल सर्जरी सफलतापूर्वक की गई। डा. रविकांत सिंह ने बताया कि छह घंटे ...और पढ़ें

मुजफ्फरपुर में सफल आपरेशन के बाद एकजुट चिकित्सक। जागरण
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र में लिवर कैंसर से पीड़ित महिला की जटिल सर्जरी सफलतापूर्वक की गई। अस्पताल के प्रभारी डा.रविकांत सिंह ने बताया मरीज को हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा (लिवर कैंसर) था और सर्जरी के दौरान लिवर का बड़ा हिस्सा निकालना पड़ा।
करीब छह घंटे तक चले इस जटिल आपरेशन के बाद मरीज की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। बताया कि इस केंद्र को बिहार में उन्नत गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एवं हेपेटोबिलियरी कैंसर सर्जरी के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
प्रभारी डा.रविकांत ने बताया कि शहर की 70 वर्षीया महिला इलाज के लिए अस्पताल पहुंची थीं।
जांच के बाद सर्जरी का निर्णय लिया गया। यह आपरेशन आमतौर पर दिल्ली या मुंबई जैसे बड़े शहरों में किया जाता है। निजी अस्पताल में सर्जरी का खर्च 10 से 15 लाख रुपये तक आता है। वहीं, होमी भाभा कैंसर अस्पताल में यह सर्जरी मात्र दो से ढाई लाख रुपये में संभव हो रही है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत आने वाले मरीजों को इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ता। इस जटिल सर्जरी को सर्जन डा.मयंक त्रिपाठी व एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डा.बिंदिया कौर के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने किया।
आपरेशन के दौरान केवल 600 मिलीलीटर रक्तस्राव हुआ, जो इस तरह की सर्जरी के लिहाज से काफी कम माना जाता है। इसकी सफलता में इंट्रा-आपरेटिव अल्ट्रासाउंड की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसकी मदद से आपरेशन के दौरान लिवर की आंतरिक रक्त वाहिकाओं व संरचनाओं की रीयल टाइम पहचान संभव हो सकी, जिससे ट्यूमर को सुरक्षित सीमा के साथ हटाते हुए स्वस्थ लिवर को संरक्षित किया गया। इस सुविधा से बिहार के साथ नेपाल से आने वाले मरीजों को भी बड़ी राहत मिलेगी।

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