मुजफ्फरपुर: मुठभेड़ में गोली लगी, भेजे गए जेल, जमानत पर छूटते ही फिर लगे; हथियार और सामान जब्त
सकरा के बरियारपुर थाना क्षेत्र में सीएसपी संचालक से हुई लूट का पुलिस ने चार दिन में पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जो ...और पढ़ें
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गिरफ्तार बदमाशों की जानकारी देते ग्रामीण एसपी राजेश कुमार सिंह। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, सकरा। बरियारपुर थाना के मड़वन चौर में दिनदहाड़े हुई सीएसपी संचालक से लूट मामले का चार दिनों के भीतर पुलिस ने पर्दाफाश किया है। मामले में पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए सभी बदमाश बरियारपुर में गनियारी पुल के पास दूसरी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
इसी दौरान घेराबंदी कर सभी को दबोचा गया। गिरफ्तार बदमाशों के पास से हथियार, कारतूस, मादक पदार्थ, लूटा गया लैपटाप और नकदी जब्त किए गए है। ग्रामीण एसपी राजेश कुमार सिंह प्रभाकर ने प्रेस कांफ्रेंस में बदमाशाें की गिरफ्तारी की जानकारी दी है।
बदमाशों की पहचान मनियारी माधोपुर सुस्ता के दीपू कुमार, सरैया विशुनपुरा के सुंदरम कुमार, वैशाली परसानिया के नितेश कुमार, तुर्की गौरीहारी के विशाल कुमार और बरियापुर मड़वन के सोनू कुमार के रूप में हुई है। इन सभी का तार अंतरजिला गिरोह के बदमाशों से जुड़े है। इनके पास से एक देसी पिस्टल, तीन कारतूस, मादक पदार्थ गांजा जैसा करीब 10 किलो, लूटा गया लैपटॉप, चार्जर, माउस, फिंगर प्रिंट डिवाइस, चाबी, दो बाइक और लूट की रकम में आठ हजार रुपये और तीन पासबुक जब्त किए गए है।
एसपी ने कहा कि बदमाशों के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य मौजूद है। स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाने की कवायद की जाएगी। विदित हो कि बरियारपुर थाना क्षेत्र में 22 दिसंबर को सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के सीएसपी संचालक अंकुर कुमार अपने घर से सीएसपी केंद्र जाने के लिए निकले थे। जैसे ही वे सुनसान रास्ते से गुजर रहे थे, तभी बाइक सवार तीन बदमाशों ने रोक लिया। बदमाशों ने पिस्टल की नोंक पर उनसे दो लाख 25 हजार रुपये नकदी, लैपटॉप, पासबुक समेत जरुरी कागजात लूटकर फरार हो गए थे। दिनदहाड़े हुई इस वारदात से इलाके में हड़कंप मच गया।
घटना के बाद एसएसपी के निर्देश पर एसडीपीओ ईस्ट-2 मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया। इसमें बरियारपुर पुलिस के साथ एसटीएफ को भी शामिल किया गया। तकनीकी साक्ष्यों, सीसी फुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश शुरू की। सीसी कैमरों की जांच और मोबाइल लोकेशन, संदिग्ध काल डिटेल्स और पुराने आपराधिक रिकार्ड को भी खंगाला।
जांच के दौरान पुलिस को संकेत मिले कि वारदात किसी संगठित गिरोह की ओर से अंजाम दिया गया, जो पहले भी राहगीर और सीएसपी संचालकों को निशाना बना चुका है। इसी बीच 26 दिसंबर को पुलिस को सूचना मिली कि लूटकांड में शामिल बदमाश बरियारपुर के गनियारी पुल के पास नई वारदात को अंजाम देने की फिराक में जुटे हैं। सूचना पर घेराबंदी कर पांचों बदमाशों को दबोचा गया। एसएसपी ने 96 घंटे के भीतर घटना का उदभेदन के लिए पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
पिछले वर्ष पुलिस मुठभेड़ में शातिर दीपू व सुंदरम को पैर में लगी थी गोली
पिछले वर्ष जून में जिले के टाप टेन बदमाशों की सूची में शामिल रहे सुंदरम एवं उसके सहयोगी दीपू कुमार ने पुलिस अभिरक्षा से भाग कर पुलिस टीम पर हमला किया था। जवाबी कार्रवाई में आत्मरक्षार्थ पुलिस की ओर से फायरिंग की गई थी। इसमें दोनों बदमाशों पैर में गोली लगी थी। जमानत पर बाहर आने के बाद फिर से लूट करने लगा।
गिरफ्तार बदमाशों ने स्वीकारोक्ति बयान में बरियारपुर में सीएसपी संचालक से लूट में संलिप्तता स्वीकार करते हुए बैंक लूट, डकैती व छिनतई समेत कई घटनाओं को पूर्व में अंजाम देने के बारे में बताया। गिरफ्तार बदमाश दीपू कुमार का पूर्व का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
2020 व 22 में सदर में आर्म्स एक्ट, 2024 में सिवाईपट्टी में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है। सुंदरम पर कांटी में तीन, मोतीपुर में एक, कुढ़नी में दो, सिवाईपट्टी में एक, सरैया, मीनापुर व कथैया में आर्म्स एक्ट समेत अन्य संगीन मामलों के तहत एक-एक केस दर्ज है। पुलिस का कहना है कि पूर्व के रिकार्ड को खंगाला जा रहा है। लंबित केसों में उसे रिमांड पर लेने की कवायद की जाएगी।

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