Muzaffarpur News: शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई, 14 ब्लॉक अधिकारियों का वेतन होगा बंद
मुजफ्फरपुर में वेतन बिल जमा करने में देरी पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से जवाब मांगा गया है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने चेतावनी दी है कि समय पर जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों को समय पर वेतन भुगतान सुनिश्चित करने के लिए कई आदेश जारी किए गए हैं लेकिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण वेतन भुगतान में देरी हो रही है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। सरकारी स्कूल के शिक्षकों का वेतन बिल समय पर जमा नहीं करना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को महंगा पड़ गया। लापरवाह प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा गया है। मामला शिक्षकों का वेतन बिल समय पर जमा नहीं करने से जुड़ा है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना इंद्र कुमार कर्ण ने साफ कहा कि समय पर रिपोर्ट नहीं मिलने पर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी। शिक्षकों को समय पर वेतन भुगतान को लेकर कई आदेश जारी किए गए हैं।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को हर माह की 25 तारीख तक वेतन बिल जमा करने का आदेश दिया गया है। छह माह में पांच बार प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को इस संबंध में आदेश दिया जा चुका है।
इसके बावजूद ये पदाधिकारी समय पर बिल जमा नहीं कर रहे हैं। इस कारण शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है। अपर मुख्य सचिव कई बार वीसी के माध्यम से शिक्षकों का वेतन भुगतान समय पर करने की बात कह चुके हैं। लेकिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने मामले को काफी गंभीरता से लिया है। मुशहरी और मोतीपुर प्रखंड का बिल समय पर आ गया है।
डीपीओ ने अपने पत्र में कहा कि यह अत्यंत खेदजनक है, उच्चाधिकारी के आदेश की अवहेलना, मनमानी और शिक्षक हित के विरुद्ध मानसिकता को दर्शाता है।
डीपीओ ने मुशहरी और मोतीपुर को छोड़कर सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों का वेतन रोकने का आदेश दिया है। 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा गया है। जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।
वहीं परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के तिरहुत प्रमंडल प्रभारी लखन लाल निषाद ने कहा कि वेतन रोकने से कुछ नहीं होने वाला है। वेतन वृद्धि पर रोक लगने के बाद ही पदाधिकारी सुधरेंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।