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    मुजफ्फरपुर में मशरूम उत्पादन के नाम पर 78 लाख का गबन, FIR दर्ज

    Updated: Thu, 11 Sep 2025 10:35 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर के मुशहरी प्रखंड में मशरूम उत्पादन के नाम पर एक एजेंसी ने 78 लाख रुपये का गबन किया। जीविका दीदियों के लिए स्वीकृत राशि को एजेंसी ने बिना कोई काम किए निकाल लिया। बिहार ग्रामीण बैंक की जांच के बाद एजेंसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पूर्व में भी इस एजेंसी पर बोचहां में गबन के आरोप लगे हैं।

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    मशरूम उत्पादन के नाम पर 78 लाख का गबन। (जागरण)

    संवाद सहयोगी, मुशहरी (मुजफ्फरपुर)। बोचहां में 1.18 करोड़ रुपये गबन की बात अभी चर्चा में ही थी, इस बीच मुशहरी प्रखंड में दूसरा मामला सामने आ गया।

    जीविका दीदियों के क्लस्टर में मशरूम उत्पादन का संसाधन उपलब्ध कराए बिना इसके लिए स्वीकृत 78 लाख रुपये का एजेंसी ने गबन कर लिया।

    बिहार ग्रामीण बैंक की ओर से जांच में सच्चाई सामने आने के बाद शाखा प्रबंधक ने संबं​धित एजेंसी के विरुद्ध मुशहरी थाने में प्राथमिकी कराई है।

    बताया जाता है कि जीविका के क्लस्टर में मशरूम उत्पादन के लिए संसाधन उपलब्ध कराने का करार मेसर्स ग्रेविटी एग्रो एंड एनर्जी नामक एजेंसी के साथ किया गया था।

    एजेंसी ने कोटेशन देकर ऋण की स्वीकृत रा​शि 72 लाख 67 हजार 25 रुपये निकाल लिए, जबकि कोई कार्य नहीं कराया गया। जब दीदियों ने एजेंसी से संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्हें कोई जवाब नहीं मिला।

    इसके बाद संदेह उत्पन्न हुआ। स्थानीय पूर्व जिला पार्षद मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह ने मामले की ​शिकायत जिलाधिकारी से की। डीएम ने बीडीओ को जांच का आदेश दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस मामले में जीविका दीदी किरण देवी के पति पप्पू कुमार ने उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के सामने लिखित शिकायत की थी।

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    फरवरी 2024 में होना था उद्घाटन

    मामले में खास बात यह है कि मशरूम उत्पादन और बिक्री का उद्घाटन 28 फरवरी 2024 को होना था, लेकिन संसाधन ही उपलब्ध नहीं कराए गए। इस कारण न तो उत्पादन हुआ और न ही राशि का सही उपयोग हुआ।

    बोचहां में भी इसी एजेंसी पर गबन का आरोप

    मुशहरी थाने में जिस एजेंसी के विरुद्ध प्राथमिकी कराई गई है, उसी पर बोचहां में भी 1.18 करोड़ रुपये गबन का आरोप है। कुढ़नी थाने के खरौना डीह की एजेंसी संचालिका ​कुमारी शिवांगी और कार्यकारी व्य​क्ति आशुतोष मंगलम दोनों आपस में भाई बहन और उमाशंकर चौधरी की संतान हैं।

    उल्लेखनीय है कि बोचहां थाने में प्राथमिकी के बाद जिला प्रशासन ने रा​शि लौटाने के लिए बुधवार को एजेंसी को एक सप्ताह की मोहलत दी थी।

    इधर मुशहरी में भी जीविका दीदियों के दबाव और स्थानीय लोगों के प्रयासों के बाद बिहार ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक संजय कुमार गुप्ता ने थाने में एजेंसी की प्रोपराइटर कुमारी शिवांगी और कार्यकारी व्यक्ति आशुतोष मंगलम के विरुद्ध धोखाधड़ी व गबन का आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है।

    मामले में पूर्व जिला पार्षद मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि एजेंसी और सीएलएफ समूह के बीच संबद्ध किसने कराया, इसकी भी जांच अति आवश्यक है।