Tejashwi Yadav: केवल महाराज मेले का तेजस्वी ने किया उद्घाटन, बोले- वह बुराइयों के विरुद्ध...
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कुढ़नी प्रखंड के चंद्रहटी में केवल महाराज मेले का उद्घाटन किया। उन्होंने निषादों के इष्टदेव केवल महाराज के जीवन और वीरता पर प्रकाश डाला जिन्होंने मुगल शासनकाल के दौरान लोगों को अत्याचार और धर्म परिवर्तन से बचाया था। मेले में मुखिया अनिस कुमार सिंह सरपंच अवधेश कुमार सिंह रामानंद सहनी उपेंद्र साहनी आदि ने अपने विचार रखे।

संवाद सहयोगी, कुढ़नी। निषादों के इष्टदेव केवल महाराज बड़े ही साहसी व प्रतापी महापुरुषों में एक थे। अपनी वीरता से उन्होंने पांच सौ साल पूर्व मुगल शासनकाल के दौरान वर्तमान में उत्तर बिहार तिरहुत के लोगों को अत्याचार व धर्म परिवर्तन की कहर से बचाया था।
उक्त बातें बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शनिवार की देर रात कुढ़नी प्रखंड के चंद्रहटी में केवल महाराज मेले का उद्घाटन करने के उपरांत लोगों को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने निषादों की पुरानी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मुगल सिपाहियों द्वारा खासकर मछुआरा समाज के लोगों को बंदी बनाकर कठिन परिश्रम काम कराया जाता था।
इसी दौरान समस्तीपुर के इनरवारा ग्राम में एक अद्भुत व शक्तिशाली बालक ने जन्म लिया। युवावस्था में सात सौ मछुआरों को बंदी बनाने की सूचना मिलते ही उन्होंने मुगल शासन के बंदी गृह पर चढ़ाई कर डाली।
पहरेदारी कर रहे मुगल सिपाहियों को खत्म कर सभी बंदियों को मुक्त करा दिया। ऐसे प्राक्रम को देखकर निषाद समाज के लोग इन्हें महाराज केवल के नाम से पुकारने लगे। इसी तरह वह बुराइयों के विरुद्ध संघर्ष करते रहे।
इसी क्रम में तिरहुत भ्रमण के दौरान वर्तमान मुजफ्फरपुर जिले के चंद्रहटी गांव स्थित कदाने नदी के किनारे एक पखवारे तक विश्राम किया था।
तेजस्वी के कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद
मौके पर मुखिया अनिस कुमार सिंह, सरपंच अवधेश कुमार सिंह, रामानंद सहनी, उपेंद्र साहनी,राम सिरताज सहनी, विनय सहनी, विंदेश्वर सहनी, श्यामलाल सहनी, अर्जुन सहनी, रामबाबू सहनी, प्रवीण सहनी, शत्रुध्न सहनी, राम ईश्वर सहनी, शंभू सहनी, रामपुकार सहनी समेत दर्जनों लोगों ने अपने -अपने विचार रखे।
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